ट्रम्प 230 इलेक्टोरल वोट से आगे, पर कमला भी 209 से थोड़ी ही पीछे
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे कुछ समय में सामने आने वाले है |CNBC और न्यूयोर्क टाइम्स के अनुसार कमला हैरिस काफी तेज़ी से आगे बढ़ रही है |अमेरिका में राष्ट्रपति उमीदवार को जीतने के लिए 270 इलेक्टोरल कॉलेज वोट चाहिए होंगे | पूर्व राष्ट्रपति और रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के बिच कड़ी टक्कर चल रही है |आकड़ो की बात करे तो डोनाल्ड ट्रंप को 5,94,23,858 Votes (51.1%) मिल चुके है,जिसमे सभी राज्यों को मिलाकर डोनाल्ड ट्रंप 230 इलेक्ट्रोल वोट हासिल कर चुके है | वहीँ कमला हैरिस 5,57,57,415 votes (47.6%) एवं 205 इलेक्टोरल वोट से पीछे है | डोनाल्ड ट्रंप के जॉर्जिया और नॉर्थ कैरोलिना राज्यों में जीतने की पूरी संभावना है। अगर कमला हैरिस को राष्ट्रपति पद पर जीत हासिल करनी है तो उन्हें पेंसिल्वेनिया, मिशिगन और विस्कॉन्सिन में जीत हासिल करनी होगी। ट्रंप ने इन तीनों राज्यों में वोट में बढ़त हासिल की है। डोनाल्ड ट्रंप इन 20 राज्यों में कमला हैरिस से आगे चल रहे है , उनमें साउथ केरोलाइना, ओक्लाहोमा, ओहायो, नेब्रास्का, नॉर्थ डकोटा, मिसिसिप्पी, लुइसियाना, केंटकी, इंडियाना, फ्लोरिडा, मोंटाना,आरकैंसस, एलाबामा, व्योमिंग, पश्चिमी वर्जीनिया, टेक्सास, टेनेसी, साउथ डकोटा,आईओवा, वेस्ट वर्जिनिया और शामिल हैं। इन राज्यों से ट्रंप को 210 इलेक्टोरल कॉलेज वोट मिलें है | अमेरिका में सबसे ज्यादा सीट वाले 2 राज्य कैलिफोर्निया और टेक्सास हैं। इनमें से कैलिफोर्निया में 54 सीटें जबकि टेक्सास में 40 सीट हैं। टेक्सास में हमेशा रिपब्लिकन पार्टी और कैलिफोर्निया में डेमोक्रेट्स जीतते रहे हैं। फ़िलहाल इस समय तो टेक्सॉस में ट्रम्प जीत चुके है |
छात्रा के कपड़े उतारने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
शनिवार यानी दो नवंबर को तेहरान की आजाद यूनिवर्सिटी के साइंस एंड रिसर्च परिसर में अंडरवियर में एक लड़की के दिखने और फिर उसकी गिरफ्तारी के वीडियो को कई लोगों ने सोशल मीडिया पर साझा किया था। वहीं आजाद यूनिवर्सिटी के अधिकारियों ने छात्रा को हिरासत में लेकर मानसिक स्वास्थ्य अस्पताल भेज दिया है। इस छात्रा ने ऐसा क्यों किया? खबरों के अनुसार छात्रा ने ऐसा ईरान की सरकार और प्रशासन द्वारा जबर्दस्ती हिजाब पहनने के नियमों के विरोध में किया है। आपको बता दें, इससे पहले हिजाब न पहनने पर ईरान की पुलिस का शिकार बनी महसा अमीनी की मौत पर पहली बार ईरान में प्रदर्शन हुए थे। बता दें, 22 वर्षीय महसा अमीनी की मौत 16 सितंबर को हुई थी। कुछ इसी तरह का एक मामला 7 अक्टूबर, 2023 में सामने आया था जब ईरान में हिजाब नहीं पहनने पर एक 16 साल की लड़की के साथ हिंसा और मारपीट का मामला सामने आया था, जिसके बाद लड़की कोमा में चली गई थी।
महसा को 13 सितंबर को ईरान की इस्लामिक पुलिस ने गिरफ्तार किया था। अमीनी को तेहरान में घूमते वक्त सही तरीके से हिजाब नहीं पहनने पर गिरफ्तार किया गया था और गिरफ्तारी के बाद पुलिस स्टेशन ले जाया गया, गिरफ्तारी के दौरान अज्ञात कारणों से तबीयत बिगड़ने पर अमीनी को अस्पताल ले जाया गया और तीन दिन बाद खबर मिलती है कि अमीनी की मौत हो गई। महसा अमीनी की मौत की खबर के बाद परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने अमिनी के साथ बुरी तरह से मारपीट की, इससे वो कोमा में चली गई और तेहरान के एक अस्पताल में संदिग्ध परिस्थितियों में उसकी मृत्यु हो गई। अमिनी की मौत के बाद से ईरान में जगह-जगह नारेबाजी और प्रदर्शन शुरू हो गए और सरकार के खिलाफ बड़ी संख्या में लोग खुलकर सड़कों पर विरोध के लिए उतरने लगें। अमिनी की मौत के बाद से ईरान में हिजाब के विरोध में प्रदर्शन चरम पर पहुंच गया और हजारों की संख्या में महिलाएं सड़कों पर उतरकर हिजाब का विरोध करने लगीं। महिलाएं सुरक्षाबलों के सामने हिजाब उड़ाने लगीं, कई जगह सामूहिक तौर पर विरोध के लिए हिजाब को जलाया भी गया और महिलों ने खुद अपने बाल काटकर अपने गुस्से का इजहार भी किया था। अमीनी की मौत के बाद विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेने वाली एक 20 साल की महिला ईरान के सुरक्षाबलों की गोली का शिकार हो गई थी, सुरक्षाबलों ने महिला को छह गोलियां मारी थी। बता दें, इस सरकार विरोधी प्रदर्शन में 40 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी और इसे देखते हुए ईरान की सरकार ने पूरे देश में इंटरनेट पर भी पाबंदी लगा दिया था।
साल 2022 में ईरान में अनिवार्य हिजाब पहने के विरोध में पूरे देश में व्यापक प्रदर्शन हुए थे। ऐसे में लोगों का मानना है कि प्रदर्शनकारी महिलाओं से निबटने के लिए ईरानी शासन जो सख्ती अपना रही है, ये उसी से जुड़ा एक और मामला हो सकता है। बीते 02 नवंबर को तेहरान की आजाद यूनिवर्सिटी के साइंस एंड रिसर्च परिसर में अंडरवियर में दिखने वाली छात्रा की गिरफ्तारी के बाद से छात्रा के समर्थन में सोशल मीडिया पर रिसर्च साइंस गर्ल हैशटैग ट्रेंड करने लगा और लोग छात्रा की पहचान बताने और इसे रिहा करने की मांग करने लगें। छात्रा का समर्थन करने वाले लोगों का कहना है कि उसने कपड़े उतारकर और केवल अंडरवियर पहनकर बस सरकार द्वारा जबरदस्ती हिजाब थोपे जाने का विरोध किया है। सोशल मीडिया पर ईरानी छात्रा के इस कदम को क्रांतिकारी बताया जा रहा है, क्यूंकि खबरों से मिल रही जानकारी के अनुसार छात्रा ने कपड़े उतारते समय वहां उपस्थित अन्य छात्रों से कहा था कि मैं तुम सबको बचाने आई हूँ। तेहरान में हुई इस ताजा घटना पर लोगों ने छात्रा को अस्पताल ले जाए जाने के बारे में लिखते हुए कहा कि इस छात्रा का मानसिक स्वास्थ्य कैसा भी हो, लेकिन उसे मानसिक रोगी बताने के किसी भी कारण को किसी भी तरह न्याय संगत नहीं ठहराया जा सकता और इसलिए छात्रा के मानसिक रूप से बीमार होने के इतिहास की बात सामने आना अप्रसांगिक है।
नहीं रही गायिका शारदा सिन्हा, पटना में होगा अंतिम संस्कार
शारदा सिन्हा, जो बिहार की लोकप्रिय लोक गायिका और 'छठ पूजा' की आवाज़ के रूप में जानी जाती थीं, इनका निधन 5 नवंबर, 2024 को दिल्ली के AIIMS अस्पताल में हुआ। वे 72 वर्ष की थीं और लंबे समय से मायलोमा (ब्लड कैंसर) से जूझ रही थीं, जिससे उनकी सेहत काफी ख़राब हो गयी थी। उनका निधन उनके पति ब्रजकिशोर सिन्हा की मौत के कुछ हफ्ते बाद हुआ था, यह उनके परिवार के लिए एक गहरा शोक था। उनके निधन के बाद, उनके बेटे अंशुमान सिन्हा ने बताया कि उनकी मां के अंतिम संस्कार की व्यवस्था पटना में की गई है, क्योंकि उनके पति का अंतिम संस्कार भी वहीं हुआ था। शारदा सिन्हा के निधन की खबर से पूरा देश शोक में है |सोमवार की रात को उनकी तबीयत अचानक खराब हो गई. इसके चलते उन्हें वेंटिलेटर के सपोर्ट पर रखा गया था, सूत्रों के अनुसार शारदा सिन्हा का ऑक्सीजन लेवल काफी कम हो गया था, एम्स के चिकित्सक लगातार कोशिश करते रहे पर सारदा जी ने वही अपनी आखरी साँस ले ली | प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट करके शारदा जी के निधन पर शोक जताया है |
शारदा सिन्हा ने अपने गायन करियर की शुरुआत 1970 और 1980 के दशक में की थी। वे "बिहार की कोकिला" के रूप में प्रसिद्ध थीं, और उनकी आवाज़ ने भोजपुरी, मैथिली के लोक संगीत को एक नई पहचान दी। शारदा सिन्हा का जन्म बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में हुआ था। |शारदा सिन्हा के गाए हुए गीतों में "हे गंगा मैया तोहे पियरी चढ़इबो", "मां ए गंगा" जैसे गीत विशेष रूप से लोकप्रिय हैं। उनका संगीत छठ पूजा और अन्य धार्मिक अवसरों के दौरान अनिवार्य रूप से गाया जाता है, शारदा सिन्हा को कई राष्ट्रीय पुरस्कारों से नवाजा गया है , जिनमें पद्मश्री और पद्मभूषण जैसे पुरस्कार शामिल हैं।
डोनॉल्ड ट्रम्प ने दर्ज़ की ऐतिहासिक जीत
डोनॉल्ड ट्रम्प ने राष्ट्रपति चुनाव जीत कर इतिहास रच दिया है | हालांकि हैरिस ने अपनी हावर्ड यूनिवर्सिटी में भाषण के कार्यक्रम को रद्द कर दिया है, जिसके बाद से उनके समर्थक वापस लौटने लगे हैं।नॉर्थ कैरोलिना, जॉर्जिया और पेन्सिल्वेनिया जैसे अहम राज्यों ने ट्रम्प को भारी वोट देकर जीत दर्ज़ कराई | ट्रंप ने अपने समर्थकों को धन्यवाद दिया है और इसे 'अमेरिका की जनता की शानदार जीत' कही है। ट्रम्प ने रिपब्लिकन पार्टी के जीत को दुनिया का सबसे बड़ा राजनीतिक आंदोलन बताया है। उन्होंने कहा, 'हम हमारे देश को,और देश की सीमाओं को ठीक करने जा रहे हैं। हमने इस जीत से इतिहास रच दिया है। मैं अमेरिका की जनता को धन्यवाद करता हूं। मैं आखिरी सांस तक आपके और आपके परिवार के लिए लड़ूंगा '| अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के अंतिम नतीजे अभी घोषित होने बाकी हैं,हालांकि इसमें घोषित करने लायक कुछ बचा नहीं है, क्यूंकि सभी आँकड़े आँखों के सामने है | ट्रम्प को 267 इलेक्टोरल वोट मिलें वही कमला को 224 मिले | अमेरिकी मीडिया ने पहले ही डोनाल्ड ट्रंप को विजेता घोषित कर दिया है। इससे पहले ट्रंप ने साल 2016 में हिलेरी क्लिंटन के खिलाफ चुनाव जीता था।
ट्रंप घरेलू उद्योग को बढ़ावा देने के लिए "अमेरिका फर्स्ट" Policy को मजबूत बना सकते हैं और अन्य देशों से आयात पर टैक्स या शुल्क बढ़ा सकते हैं।
ट्रंप की Policies आम तौर पर चीन के प्रति सख्त रही हैं। दोबारा जीतने पर वे चीन पर और दबाव डाल सकते हैं, खासकर व्यापार और तकनीकी क्षेत्र में।
ट्रंप नए जजों की नियुक्ति कर सकते हैं, खासकर सुप्रीम कोर्ट में। उनकी नियुक्तियां अमेरिकी न्याय व्यवस्था में लंबी अवधि तक दबदबा बना सकती हैं। ट्रंप आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए Tax में कटौती और Trade और व्यापर के Policy में बदलाव कर सकते हैं। उनकी पहली जीत में भी उन्होंने अमेरिकी कंपनियों पर Tax घटाने का प्रयास किया था।
'पुष्पा-2' में नए अवतार में नजर आएंगे अल्लू अर्जुन
साउथ के सुपरस्टार और साल 2021 में अपनी मूवी 'पुष्पा 1- द राइज' से देश और दुनिया में लोगों के दिलों में अपने शानदार और जानदार अभिनय से छा जाने वाले अल्लू अर्जुन की फिल्म 'पुष्पा 2- द रूल' के पोस्टर का इंतजार फैंस बेसब्री से कर रहे थें, लेकिन फैंस का ये लम्बा इंतजार तब खत्म हो गया जब बीते महीने अक्टूबर में अल्लू अर्जुन ने अपनी इस फिल्म का नया पोस्टर सोशल मीडिया पर साझा किया। इस पोस्टर को फैंस ने काफी पसंद भी किया। अल्लू अर्जुन अपनी इस फिल्म के नए पोस्टर में स्वैग अवतार में नजर आ रहे हैं। फिल्म में अल्लू अर्जुन के इस नए लुक को फैंस ने बहुत सराहा है, उनकी फिल्म के लिए प्रशंसकों ने उनको बधाई भी दी। आपको बता दें, फिल्म पुष्पा के गाने पहले ही रिलीज हो चुके हैं। इस फिल्म में रश्मिका मंदाना के किरदार को भी प्रशंसक देखने के लिए उत्साहित हैं। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो फिल्म पहले अगस्त में रिलीज होने वाली थी, लेकिन कहानी में काम बाकी होने के कारण मेकर्स ने रिलीज डेट को दिसंबर तक बढ़ा दिया। अब खबरों के अनुसार फिल्म इस साल 06 दिसंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है। बता दें कि इस फिल्म के पहले पार्ट 'पुष्पा:द राइज' को भी प्रशंसकों ने बहुत प्यार दिया था।
फिल्म के रिलीज की तारीख अब बहुत करीब है। इसे रिलीज होने में दो महीने से भी कम दिनों का समय बचा है और इसी के साथ फिल्म का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। फिल्म में अल्लू अर्जुन के साथ रश्मिका मंदाना एक बार फिर नजर आने वाली हैं। बता दें, अल्लू अर्जुन तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री के सबसे बड़े सितारों में से एक हैं और उनके करियर में चार-चांद लगाने में फिल्म 'पुष्पा- द राइज' का बहुत बड़ा हाथ है। उनकी इस फिल्म ने उन्हें रातों रात पैन इंडिया स्टार बना दिया था और अब फैंस को उनकी फिल्म 'पुष्पा 2' के ट्रेलर का बेसब्री से इंतजार है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो फिल्म के निर्माता 'पुष्पा 2' के ट्रेलर को 15 नवंबर को लॉन्च करने की प्लानिंग कर रहे हैं और नवंबर के अंत तक देश के छह बड़े शहरों में फिल्म का प्रचार शुरू हो जाएगा। वहीं, बीते दिनों खबर थी कि मेकर्स फिल्म के ट्रेलर के रिलीज के लिए मायानगरी मुंबई में एक बड़ी योजना भी बना रहे हैं। खबरों के अनुसार फिल्म का ट्रेलर लॉन्च हजारों प्रशंसकों के बीच रिलीज किया जाएगा। हालांकि, अभी तक न तो अभिनेता ने और न ही निर्माताओं ने इस बात की कोई आधिकारिक घोषणा की है। बता दें, पुष्पा में अल्लू अर्जुन ने ऐसी शानदार अदाकारी दिखाई की लोग मंत्रमुग्ध हो गए और इसके लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला था और फिल्म में उनके फेमस डायलॉग 'मैं झुकेगा नहीं साला' को भला कौन भुला सकता है।
छठ पूजा तपस्या और पवित्रता का त्यौहार
छठ पूजा का महत्व बहुत गहरा है। छठ पूजा चार दिनों तक चलने वाला एक ऐसा पर्व है जिसमें कठोर तपस्या, आत्म-संयम, और पवित्रता का पालन किया जाता है। इस पूजा में व्रतधारी व्यक्ति (ज्यादातर महिलाओँ) द्वारा उपवास किया जाता है, जिसमे नदी, तालाब, या किसी पवित्र जलस्रोत में स्नान करके सूर्य देवता को अर्घ्य या जल चढ़ाया जाता है | इस त्यौहार में संतान की लंबी उम्र, सुख और समृद्धि के लिए पूजा की जाती हैं। मान्यता है कि छठी मईया, सूर्य देवता की बहन हैं और उनके आशीर्वाद से परिवार में सुख-समृद्धि आती है। इस पर्व में सूर्य देवता को जल चढ़ाकर धन्यवाद और अपनी खुशहाली, समृद्धि, और संतुलन की प्रार्थना की जाती है | ये भारत के बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों और नेपाल क्षेत्र में मनाई जाने वाली एक प्रमुख पर्व है। हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक महीने की शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को ये त्यौहार मनाया जाता है। इस दिन व्रती लोग सूर्य देवता को उगते और डूबते समय अर्घ्य देकर यानि जल देकर आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
पहले दिन को नहाय-खाय कहा जाता है। इस दिन व्रती गंगा नदी या किसी पवित्र जलाशय में स्नान करते हैं और शुद्ध भोजन का सेवन करते हैं।
दूसरा दिन खरना छठ पूजा का होता है। इस दिन व्रती पूरे दिन उपवास रखते हैं और शाम को पूजा के बाद गुड़ से बनी खीर और रोटी का सेवन करते हैं | खरना का व्रत रखने से व्रती का मनोबल और संयम बढ़ता है।
तीसरे दिन व्रती पूरे दिन बिना अन्न और जल ग्रहण किए उपवास करते हैं। इस दिन शाम को सूर्यास्त के समय व्रती नदी या तालाब के किनारे इकट्ठा होकर सूर्य देवता को अर्घ्य अर्पण करते हैं। इस अवसर पर प्रसाद के रूप में ठेकुआ, फल, और गन्ना चढ़ाया जाता है।
चौथे दिन सुबह को अर्घ्य दिया जाता है। यह सूर्य की पहली किरण के साथ किया जाता है। व्रती लोग जल में खड़े होकर उगते सूर्य को अर्घ्य देते है | इस पूजा के बाद व्रती अपना व्रत तोड़ते हैं और प्रसाद का सेवन करते हैं।