एक बेहद दिल दहला देने वाली वारदात ने पूरे डिजिटल मीडिया को झकझोर दिया है। मशहूर सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर सना युसूफ को दिनदहाड़े घर के अंदर गोलियों से छलनी कर दिया गया। वो भी एक ऐसे शख्स ने, जिसे वो जानती थी, जिससे उसने कभी बात की थी… और शायद भरोसा भी किया था। 2 जून की शाम लगभग 5 बजे, इस्लामाबाद के सेक्टर G-13 में सना के घर में दाखिल हुआ ।
हत्या के आरोपी की पहचान एक 22 साल के युवक के रूप में हुई है, जो एक रिटायर्ड ग्रेड-16 सरकारी अफसर का बेटा है। जानकारी के मुताबिक, आरोपी पिछले एक साल से सना के संपर्क में था। बातचीत होती थी, दोस्ती का भ्रम था... लेकिन शायद लड़का कुछ और सोच बैठा था। वो इश्क़ को हक़ समझ बैठा, और जब इन्कार मिला... तो हथियार उठा लिया।
सना का 29 मई को जन्मदिन था। आरोपी 28 मई की रात इस्लामाबाद आया, सना से मिलने की कोशिश की लेकिन बात नहीं बनी। नाराज़गी भी ज़ाहिर की गई। इसके बाद 2 जून को फिर से मिलने का प्लान बना। लेकिन इस बार मुलाक़ात सिर्फ मुलाक़ात नहीं थी — ये एक सुनियोजित क़त्ल था। सना ने शायद खतरे को भांपा था, इसलिए जब युवक उसके घर आया, तो मिलने से मना कर दिया। लेकिन वो युवक ज़बरदस्ती घर में घुस गया। कहासुनी हुई, बहस बढ़ी... और फिर अचानक उसने जेब से पिस्तौल निकाली और सना की छाती में दो गोलियां मार दीं।
सना की मां और भाभी उस वक्त घर में ही मौजूद थीं। गोली की आवाज सुनकर जब तक वे कमरे तक पहुँचीं, तब तक सना ज़मीन पर लहूलुहान पड़ी थी। उसे तुरंत हॉस्पिटल ले जाया गया, लेकिन मौत पहले ही अपना काम कर चुकी थी। पुलिस की शुरुआती जांच में ये बात सामने आई कि आरोपी युवक सना को सोशल मीडिया के ज़रिए जानता था। टिकटॉक और इंस्टाग्राम पर उसकी मौजूदगी से प्रभावित होकर वह उसे मैसेज करता रहा, बातचीत करता रहा और धीरे-धीरे पजेसिव हो गया। जब सना ने दूरी बनानी शुरू की, बातों को नजरअंदाज किया... तो उसकी झूठी मोहब्बत का नकाब उतर गया। और उसके पीछे छुपा पागलपन सामने आ गया। सोशल मीडिया पर #JusticeForSana ट्रेंड करने लगा। पुलिस ने तुरंत एक्शन लिया। सात टीमें बनाई गईं। 300 कॉल रिकॉर्ड्स, सोशल मीडिया चैट, CCTV फुटेज, और जियोफेंसिंग के जरिए पुलिस ने पहले आरोपी की लोकेशन ट्रैक की वह पहले चुंगी नंबर 26 पहुंचा, फिर वहां से फैसलाबाद भाग निकला। 20 घंटे के भीतर, फैसलाबाद में छापा मारकर उसे गिरफ़्तार कर लिया गया। उसके पास से सना का मोबाइल और हत्या में इस्तेमाल हथियार भी बरामद हुआ। आरोपी न तो पढ़ा-लिखा है, न ही नौकरी करता है। पुलिस के अनुसार, वो महज 10वीं पास बेरोज़गार युवक है, जो सना की सोशल मीडिया प्रसिद्धि से आकर्षित हुआ था। लेकिन ये आकर्षण जल्द ही पजेसिव बीमार मानसिकता में बदल गया।