देश में भीषण ठंड के बीच शुक्रवार को घने कोहरे और शीतलहर ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी। उत्तर भारत के कई हिस्सों में घना कोहरा छाया रहा। इससे दृश्यता और तापमान में गिरावट आई। इस वजह से ट्रेन और विमान परिचालन प्रभावित हुआ। आईएमडी के पिछले 24 घंटों के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में अधिकतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से तीन डिग्री कम रहा। ऐसे ही न्यूनतम तापमान 7.6 डिग्री सेल्सियस रहा। इस बीच मौसम विभाग ने बताया कि दिल्ली में 8 जनवरी तक कोहरा छाया रहने की संभावना है, जबकि 6 जनवरी को हल्की बारिश भी हो सकती है। शुक्रवार सुबह तक दिल्ली का तापमान 9.6 डिग्री सेल्सियस रहा, जो राष्ट्रीय राजधानी के लिए लगातार पांचवां ठंडा दिन है। सेंट्रल पोल्लुशन कंट्रोल बोर्ड के अनुसार, लोधी रोड स्टेशन पर वायु गुणवत्ता सूचकांक 309 है, जिसे 'बहुत खराब' श्रेणी में रखा जाता है। वहीं उत्तर प्रदेश में पिछले तीन दिनों से गलन और सर्द हवाएं जारी है, ठंडी हवाओं ने लोगों को ठिठुरने पर मजबूर कर दिया। मौसम विभाग ने तीन जनवरी से मौसम शुष्क रहने की संभावना जताई है। श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी और बरेली सहित कई जिलों में तीन जनवरी सुबह साढ़े आठ बजे तक शीतल दिवस का यलो अलर्ट जारी किया गया है। बिहार में पटना समेत अधिकतर जिलों में सुबह के समय हल्के से मध्यम दर्जे का कोहरा छाए रहने की संभावना है। सर्द हवा के कारण कनकनी का प्रभाव बना रहेगा। ठंडी हवाओं ने झारखंड में भी ठिठुरन बढ़ा दी है। सुबह और देर रात कोहरे का असर भी रहेगा। मध्य प्रदेश में अधिकतर हिस्सों में न्यूनतम तापमान में सामान्य से तीन-चार डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई है, यह प्रदेश के सबसे ठंडे दिनों में से रहा। मौसम विभाग ने 14 जिलों में शीतलहर की चेतावनी जारी की है। इन जिलों में घने से मध्यम दर्जे के कोहरे की चेतावनी है। राजस्थान में श्रीगांगनर, हनुमानगढ़ व सीकर ठंड की चपेट में हैं। वहां अधिकतम तापमान ही 16 डिग्री से नीचे दर्ज किया गया।
नए वर्ष की शुरुआत के साथ ही पूरा उत्तर भारत प्रचंड शीतलहर की चपेट में है। पहाड़ी राज्यों मे बर्फबारी तो मैदानी इलाकों में ठंडी हवाओं और गिरते तापमान ने गलन बढ़ा दी है। कश्मीर में शीतलहर तेज हो गई है। दिल्ली, बिहार और उत्तर प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में न्यूनतम तापमान में पांच डिग्री सेल्सियस से अधिक की गिरावट देखी गई। राजस्थान के कुछ हिस्सों के साथ पड़ोसी राज्यों हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश में भी कड़ाके की ठंड पड़ रही है। हरियाणा, राजस्थान, बंगाल, बिहार में घना कोहरा छाया रहा। पश्चिमी विक्षोभ अभी अफगानिस्तान के ऊपर बना हुआ है। इससे पांच और छह जनवरी को उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी भागों में बूंदाबांदी की भी संभावना है। उत्तराखंड में मैदानी क्षेत्रों में सुबह-शाम कोहरा और पहाड़ों में पाला दुश्वारी बढ़ा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, गुरुवार को देहरादून समेत अन्य मैदानी क्षेत्रों में सुबह कोहरा छाया रह सकता है। पहाड़ों में पाला गिरने की चेतावनी है। पंजाब में पिछले चार दिनों से शीतलहर चल रही है। बुधवार को दिन के तापमान में लगभग सात डिग्री सेल्सियस तक गिरावट दर्ज की गई। अधिकांश जिलों में रात का तापमान आठ से नौ और दिन का 11 से 12 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार को कोल्ड डे की स्थिति रहेगी। सुबह घनी धुंध की भी संभावना है। पांच जनवरी को कुछ जिलों में हल्की वर्षा हो सकती है।
हिमाचल में कांगड़ा, ऊना, मंडी व बिलासपुर के मैदानी क्षेत्रों में घने कोहरे के कारण बुधवार सुबह आवाजाही में परेशानी हुई। मंडी के सुंदरनगर में ²श्यता लगभग 100 मीटर रही। गुरुवार को भी इन क्षेत्रों में घना कोहरा का यलो अलर्ट जारी किया गया है। ताबो, समधो, कुकुमसेरी, कल्पा व रिकांगपिओ में तापमान माइनस में चल रहा है। सबसे कम तापमान लाहुल स्पीति के ताबो में -16.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, जम्मू-कश्मीर में कड़ाके की ठंड के बीच पश्चिमी विक्षोभ ने सक्रिय होते प्रभाव दिखाना शुरू कर दिया है। बुधवार को उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में वर्षा शुरू हो गई। आसार हैं कि गुरुवार से पहाड़ों पर हल्का हिमपात और निचले क्षेत्रों में वर्षा शुरू हो जाएगी। कश्मीर में सभी स्थानों पर तापमान लगातार जमाव बिंदू शून्य से नीचे बना हुआ है। जम्मू में भी ठंड व हल्का कोहरा बेहाल कर रहा है। मौसम विभाग ने छह जनवरी तक कश्मीर में दो पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के चलते बर्फबारी व बर्षा की संभावना जताई है। विक्षोभ का सबसे अधिक प्रभाव चार और पांच जनवरी को देखने को मिलेगा।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा में घने से बहुत घने कोहरे की चेतावनी जारी की है। इस बीच हिमाचल प्रदेश और लद्दाख के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश और बर्फबारी की संभावना है। इसी बीच खबरों से मिल रही जानकारी के अनुसार घने कोहरे और लो विजिबिलिटी की वजह से स्पाइसजेट, इंडिगो और एयर इंडिया सहित कई एयरलाइंस की उड़ानें प्रभावित हुईं है। दिल्ली हवाई अड्डे पर आगमन उड़ानों के लिए औसतन पांच मिनट और प्रस्थान उड़ानों के लिए 11 मिनट की देरी रिकॉर्ड की गई। इस बीच स्पाइसजेट ने कहा कि खराब मौसम के कारण अमृतसर और गुवाहाटी आने और जाने वाली सभी उड़ानें प्रभावित हैं। इंडिगो ने दिल्ली, अमृतसर, लखनऊ, बंगलूरू और गुवाहाटी के मार्गों पर विशेष ध्यान देते हुए एक यात्रा सलाह जारी की। एयरलाइंस ने यात्रियों से अपनी यात्रा की योजना बनाते समय ताजा अपडेट लेने का कहा। यह चेतावनी भी दी गई कि यदि दृश्यता खराब रही तो उड़ानें रद्द हो सकती हैं। वहीं घने कोहरे के कारण ट्रेनें भी देरी से चल रहीं हैं। दिल्ली से रवाना होने वाली और दिल्ली आने वाली अधिक्तर ट्रेनें देरी से चल रही हैं, जबकि कुछ मार्गों पर समय में बदलाव किया जा रहा है। शुक्रवार को दिल्ली, लखनऊ, बंगलूरू, अमृतसर और गुवाहाटी में घना कोहरा छाया रहा और आने वाले कुछ दिन भी ऐसे ही रहने का अनुमान है।
दिल्ली की राजनीति में हलचल तेज़ हो गयी है ! भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 29 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। इस सूची में ऐसे नाम शामिल हैं, जो आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस के दिग्गज नेताओं को चुनौती देने के लिए तैयार हैं। बीजेपी की तरफ से नई दिल्ली सीट पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ पूर्व सांसद प्रवेश वर्मा को मैदान में उतारा गया है। वहीँ कालकाजी सीट से मुख्यमंत्री आतिशी को घेरने के लिए BJP ने रमेश विधूड़ी को उतारा है। AAP ने इन दोनों सीटों पर जीत का दावा किया था, लेकिन BJP की एंट्री से तस्वीर बदल गई है। वहीं, कांग्रेस ने भी इन सीटों पर अपने दिग्गज नेता संदीप दीक्षित (नई दिल्ली) और अलका लांबा (कालकाजी) को उतारकर मुकाबला त्रिकोणीय बना दिया है।
आदर्श नगर से राजकुमार भाटिया को उतारा गया है। वहीँ बादली सीट पर दीपक चौधरी को टिकट मिला है। इसके अलावा रिठाला से कुलवंत राणा चुनावी मैदान में हैं। नांगलोई जाट सीट पर मनोज शौकीन को उतारा गया है। इसके अलावा मंगोलपुरी सीट पर BJP ने राजकुमार चौहान को मौका दिया है।
रोहिणी सीट से विजेंद्र गुप्ता को, मॉडल टाउन से रेखा गुप्ता को, करोल बाग सीट से दुष्यंत कुमार गौतम को और राजौरी गार्डन सीट से सरदार मनजिंदर सिंह को उतारा गया है। वहीँ जनकपुरी सीट से BJP ने आशीष सूद को उतरा है। वहीँ भाजपा के तरफ से दिल्ली BJP के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने दावा किया, "इस बार दिल्ली की जनता अरविंद केजरीवाल और आतिशी को करारा जवाब देगी। BJP के सभी 29 उम्मीदवार प्रचंड जीत दर्ज करेंगे और दिल्ली में एक नई राजनीतिक दिशा तय होगी।"
AAP अपने मुफ्त बिजली-पानी और शिक्षा मॉडल को लेकर जनता के बीच है। वहीँ BJP ने केंद्रीय योजनाओं और दिल्ली को "गर्वित राजधानी" बनाने का वादा किया है। इन दोनों के बीच कांग्रेस ने अनुभव और जमीनी पकड़ के जरिए अपनी वापसी का दावा ठोंका है। अब यह देखना होगा कि इस बार जनता किसके पक्ष में फैसला देती है। क्या केजरीवाल फिर से CM बनेंगे? या BJP और कांग्रेस में से कोई दिल्ली की राजनीति में इतिहास रचेगा? ताज किसके सिर सजेगा, ये तो चुनावी नतीजे ही बताएंगे। लेकिन इस बार दिल्ली का फैसला भारत की राजनीति में बड़ा असर डाल सकता है। दिल्ली का यह चुनाव सिर्फ नेताओं की लड़ाई नहीं, बल्कि विचारधाराओं का महासंग्राम है। BJP ने जहां दमदार चेहरे उतारे हैं, वहीं AAP ने अपनी नीतियों और काम का भरोसा जताया है। अब सवाल ये है कि दिल्ली का ताज किसके सिर सजेगा? दिल्ली बोलेगी, लेकिन इस बार किसके साथ?
भारत के गांवों में गरीबी अब बीते कल की बात बनती जा रही है। एसबीआई रिसर्च की एक रिपोर्ट ने खुलासा किया है कि देश के ग्रामीण इलाकों में गरीबी तेजी से घट रही है। पहली बार पावर्टी रेश्यो 5% से नीचे गिरकर 4.86% पर पहुंच गया है। केवल गांव ही नहीं, शहरी क्षेत्रों में भी गरीबी का स्तर घटा है। शहरों में पावर्टी रेश्यो 4.6% से गिरकर 4.09% पर आ गया है। यह संकेत देता है कि भारत की अर्थव्यवस्था अब अपने सभी नागरिकों तक समृद्धि पहुंचाने में सफल हो रही है।
इसका पहला कारण है बढ़ता हुआ उपभोग। ग्रामीण क्षेत्रों में प्रति व्यक्ति मासिक खर्च बढ़ा है। 2011-12 में यह खर्च ₹816 था, जो अब ₹1,632 तक पहुंच गया है। यह दर्शाता है कि लोग अपनी ज़रूरतों के लिए पहले से ज्यादा खर्च कर पा रहे हैं। वहीँ Direct Benefit Transfer (DBT) जैसी योजनाओं ने लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे उनके बैंक खातों में पहुंचाया। इससे गरीबों को सीधा फायदा हुआ। इसके अलावा ग्रामीण इलाकों में बेहतर सड़कों, बिजली, और इंटरनेट जैसी सुविधाओं ने गांव और शहर के बीच की दूरी कम कर दी है। इससे रोजगार और आय के अवसर बढ़े हैं। गांवों में औद्योगिक गतिविधियां और छोटे उद्योग बढ़ने से लोगों की आय में सुधार हुआ है।
एसबीआई रिपोर्ट के मुताबिक, ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में प्रति व्यक्ति मासिक खर्च अब करीब-करीब बराबरी पर आ गया है। गांवों में प्रति व्यक्ति मासिक खर्च ₹1,632 वहीँ शहरों में प्रति व्यक्ति मासिक खर्च ₹1,944 हो गया है। 2011-12 में यह खर्च ₹816 और ₹1,000 था। SBI की रिपोर्ट बताती है कि भारत की कुल गरीबी दर अब काफी तेज़ी से निचे गिर रही है।
गांव और शहर के बीच आय का अंतर अब तेजी से घट रहा है। लोग बेहतर जीवन जीने की ओर बढ़ रहे हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्ज्वला योजना, और किसानों के लिए आय सहायता जैसी योजनाओं ने गरीबी घटाने में बड़ी भूमिका निभाई है। लोग ज्यादा खर्च कर पा रहे हैं, जिससे जीवन स्तर में सुधार हुआ है।
गांवों में आर्थिक सुधार ने शहरों पर निर्भरता कम की है। तो क्या यह बदलाव भारत को विश्व में एक नई पहचान दिलाएगा? यह सिर्फ आंकड़ों का खेल नहीं, बल्कि उन करोड़ों चेहरों की मुस्कान है जो गरीबी की रेखा के बाहर आ चुके हैं। यह बदलाव देश के भविष्य की नई कहानी लिखने वाला है।