अयोध्या से लेकर अलीगढ़, गोरखपुर से लेकर गाजियाबाद तकपूरा उत्तर प्रदेश इस बार रामनवमी पर राममय होने जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर 5 और 6 अप्रैल को प्रदेश के सभी जिलों में 24 घंटे का अखंड रामचरितमानस पाठ आयोजित होगा। खास बात यह है कि इस आयोजन में महिलाओं और बालिकाओं की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की गई है एक सांस्कृतिक प्रयोग, जिसमें परंपरा और सशक्तिकरण साथ-साथ चलते नजर आएंगे। भजन मंडलियों को मिलेगा मानदेय, परंपरा में पेशेवर रंग चयनित भजन मंडलियों द्वारा इस पाठ का आयोजन होगा, जिन्हें इसके लिए 5000 रुपये का मानदेय भी दिया जाएगा। यानी भक्ति और प्रोत्साहन का यह मेल सत्ता की तरफ से एक सुनियोजित पहल है, जहां धार्मिक आयोजनों में स्थानीय कलाकारों को भी मंच और सम्मान मिलेगा। देवीपाटन से योगी का संदेश: नवरात्र और सुरक्षा साथ-साथ सीएम योगी ने बलरामपुर दौरे पर देवीपाटन मंदिर में नवरात्रि मेले का निरीक्षण किया और वहां से महिला सुरक्षा और धार्मिक आयोजन दोनों पर नजर डालते हुए प्रशासन को सख्त निर्देश भी दिए। संस्कृति और पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने साफ कर दिया है कि मंदिरों और शक्तिपीठों में महिला सुरक्षा को लेकर विशेष अभियान चलाए जाएंगे। साथ ही सरकार की योजनाओं का भी प्रचार-प्रसार इन धार्मिक आयोजनों के दौरान किया जाएगा। यानी एक तीर से दो शिकार—श्रद्धा भी, सरकार की योजनाओं का विस्तार भी। 6 अप्रैल को रामनवमी के मौके पर रामजन्मभूमि मंदिर में सूर्य तिलक के साथ रामचरितमानस पाठ का समापन होगा। अनुमान है कि इस दिन करीब 50 लाख श्रद्धालु रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या आएंगे। जय श्रीराम की गूंज और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बीच अयोध्या इस दिन आस्था का समंदर बनेगी।
झारखंड भी पीछे नहीं, लाठी-तलवार के संग रामनवमी की तैयारी , धनबाद के कोयलांचल क्षेत्र में रामनवमी और चैती दुर्गापूजा की तैयारियां भी जोरों पर हैं। पुरानी आखाड़ा समितियाँ, जो आज़ादी से पहले से सक्रिय हैं, इस बार भी लाठी-तलवार के पारंपरिक युद्धकला का प्रदर्शन करेंगी। संभल की बहुचर्चित पुलिस चौकी रामनवमी पर होगी उद्घाटित
संभल की हिंसा के बाद बन रही बहुचर्चित सत्यवृत पुलिस चौकी अब लगभग तैयार है और रामनवमी के दिन इसका उद्घाटन प्रस्तावित है। आधुनिक सुविधाओं से लैस यह चौकी जिले का सबसे ऊँचा पुलिस कंट्रोल पॉइंट बनेगी। इस बार रामनवमी केवल एक धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक और प्रशासनिक शक्ति प्रदर्शन भी होगा। रामचरितमानस की चौपाइयों के बीच महिला सशक्तिकरण की आवाज़ और सरकार की योजनाओं की गूंज सुनाई देगी।
टीसीएस के रिक्रूटमेंट मैनेजर मानव शर्मा आत्महत्या मामले में अहम मोड़ आया है। घटना के 40 दिन बाद आखिरकार आरोपी पत्नी निकिता शर्मा और उसके पिता नृपेंद्र शर्मा को पुलिस ने गुजरात के अहमदाबाद से गिरफ्तार कर लिया है। दोनों लंबे समय से फरार चल रहे थे। पुलिस अब दोनों को आगरा ला रही है और संभवतः आज कोर्ट में पेश किया जा सकता है। मानव शर्मा का शव 24 फरवरी को आगरा के डिफेंस कॉलोनी स्थित घर में फंदे से लटका मिला था। इससे एक दिन पहले 23 फरवरी को उन्होंने अपनी पत्नी निकिता को उसके मायके, बरहन, छोड़कर आए थे। मानव और निकिता दोनों उसी दिन मुंबई से लौटे थे। घटना के बाद मानव द्वारा रिकॉर्ड किया गया एक वीडियो सामने आया, जिसमें उन्होंने आत्महत्या के लिए पत्नी को जिम्मेदार ठहराया और उसके कथित अफेयर का भी जिक्र किया। वीडियो में मानव ने मर्दों के मानसिक संघर्ष पर बात करने की अपील की और अपने परिवार से माफी मांगी। 27 फरवरी को उनकी बहन आकांक्षा को यह वीडियो मोबाइल में मिला, जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने जांच के आधार पर निकिता शर्मा, उसके पिता नृपेंद्र, मां और बहनों के खिलाफ आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का केस दर्ज किया था। 13 मार्च को निकिता की मां और बहन को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। वहीं निकिता और उसके पिता 28 फरवरी से फरार थे। पुलिस ने इनकी गिरफ्तारी पर 10-10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। इनपुट मिलने के बाद पुलिस टीम ने अहमदाबाद से दोनों को पकड़ा और अब उन्हें ट्रांजिट रिमांड पर आगरा लाया जा रहा है। मानव शर्मा एयरफोर्स से रिटायर्ड नरेंद्र कुमार शर्मा के इकलौते बेटे थे और टीसीएस, मुंबई में रिक्रूटमेंट मैनेजर के पद पर कार्यरत थे। बेटे की आत्महत्या के बाद पिता ने सदर थाने में बहू, समधी और अन्य ससुराल पक्ष के लोगों पर गंभीर आरोप लगाते हुए तहरीर दी थी। अब जबकि मुख्य आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं, परिजनों को इंसाफ की उम्मीद बंधी है। पूरे मामले पर अब अदालत की प्रक्रिया तय करेगी कि सच के पीछे कौन सा चेहरा है – पीड़ा, प्रताड़ना या फिर कोई और परत।