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Breaking News 30 September 2025

1 )  पानीपत के स्कूल में जुल्म : प्रिंसिपल और ड्राइवर बने बच्चों के जल्लाद!

हरियाणा के पानीपत में एक ऐसा वीडियो वायरल हुआ, जिसने हर किसी को हिलाकर रख दिया। स्कूल, जिसे लोग ज्ञान का मंदिर मानते हैं, वहाँ सात साल का बच्चा होमवर्क न करने की सजा में क्लासरूम की खिड़की से उल्टा लटकाया गया। जी हाँ, दूसरी क्लास का मासूम किताब-कॉपी की जगह डर और जुल्म का पाठ पढ़ रहा था।

वीडियो का खौफनाक सच

ये घटना 13 अगस्त की है। लेकिन सच सामने आया तब, जब वीडियो वायरल हुआ। इस वीडियो में साफ दिख रहा है कि स्कूल का ड्राइवर अजय मासूम को खिड़की से उल्टा लटकाता है। और जैसे ये काफी न था, उसी स्कूल की प्रिंसिपल रीना बच्चों को थप्पड़ रसीद करती दिखती हैं। ये नजारा किसी स्कूल का क्लासरूम कम और धमकियों का अखाड़ा ज्यादा लग रहा था। वीडियो सामने आते ही हंगामा मच गया। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और ड्राइवर अजय और प्रिंसिपल रीना दोनों को गिरफ्तार कर लिया। केस भी तगड़े लगाए गए  भारतीय दंड संहिता (BNS/IPC) की धारा ‎115: स्वैच्छिक चोट पहुँचाना । धारा 127(2): गलत तरीके से बंधक बनाना और धारा 351(2): आपराधिक धमकी और सबसे अहम जुवेनाइल जस्टिस एक्ट, 2015 की धारा 75 यानी बच्चे को उत्पीड़न से बचाने वाली धारा। हरियाणा शिक्षा विभाग ने स्कूल पर शिकंजा कस दिया है। सृजन पब्लिक स्कूल, जाटल रोड, पानीपत को नोटिस भेजा गया और बंद करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। अब सवाल ये उठता है कि जब तक वीडियो वायरल नहीं होता, क्या ये मामला ऐसे ही दबा रहता? ये मामला सिर्फ एक स्कूल का नहीं है। ये हमारे सिस्टम का आईना है। क्या बच्चों को होमवर्क सिखाने के नाम पर इस तरह का बर्बर टॉर्चर जायज़ है? ऐसे ही लेटेस्ट खबरों के लिए सब्सक्राइब करें ग्रेट पोस्ट न्यूज़।

 

2 ) आखिरी व्रत आज या कल ! सच क्या है?

क्या आपने कभी सोचा है कि नवरात्रि, जिसका नाम ही “नौ रातें” है, इस बार दस दिन की कैसे हो गई? भक्त पूछ रहे हैं  “आखिरी व्रत आज है या कल?”, पंडितों के बीच भी मतभेद हैं और पंचांग गिनती ही बदल चुका है। तो आखिर 2025 की नवरात्रि में ऐसा कौन-सा संयोग बना है, जिसने पूरे देश को उलझन में डाल दिया?
पंचांग के मुताबिक शारदीय नवरात्रि इस बार 22 सितम्बर से शुरू होकर 2 अक्टूबर तक चल रही है। यानी कुल अवधि नौ नहीं बल्कि दस दिन की दिख रही है। वजह है वृद्धि तिथि इस साल तृतीया तिथि दो दिनों तक बनी रही, 24 और 25 सितम्बर दोनों दिन। यही कारण है कि आगे की गिनती खिसक गई और नवरात्रि दस दिन का पर्व बन गया।

अष्टमी और नवमी पर सबसे बड़ा कन्फ्यूजन

आमतौर पर अष्टमी और नवमी के दिन साफ रहते हैं, लेकिन इस बार मामला उलझ गया है। 30 सितम्बर को अष्टमी पड़ रही है। उसी दिन शाम से नवमी की शुरुआत भी हो रही है। इसके चलते कुछ लोग आज ही “कन्या पूजन” और व्रत का समापन कर रहे हैं, जबकि कुछ इसे 1 अक्टूबर को करना सही मानते हैं। यानी एक ही पर्व की दो तारीखें और भक्तों के दो मत। नवरात्रि में व्रत रखने की परंपराएँ भी अलग-अलग हैं। कुछ लोग पूरे नौ दिन उपवास रखते हैं। कई लोग सिर्फ पहला और आखिरी दिन का व्रत रखते हैं। जो “पहला और आखिरी दिन” मानते हैं, उनके लिए आज, 30 सितम्बर अष्टमी ही आखिरी दिन है। लेकिन जो पूरी नवरात्रि का पालन करते हैं, उनके लिए व्रत का समापन कल नवमी पर होगा और पर्व का अंतिम दिन 2 अक्टूबर दशहरा है।

विजयदशमी: कब होगा रावण दहन?

सभी कन्फ्यूजन के बाद एक बात साफ है विजयदशमी यानी दशहरा 2 अक्टूबर 2025 को ही होगी। इस दिन रावण दहन, शोभा यात्राएँ और “अच्छाई की बुराई पर विजय” का प्रतीक पर्व पूरे देश में मनाया जाएगा। तो साफ है कि 2025 की नवरात्रि सिर्फ पूजा का पर्व नहीं, बल्कि तिथियों का अनोखा खेल भी है।
22 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक लंबी अवधि। तृतीया तिथि दो दिन तक रहने से गणना बदली। अष्टमी और नवमी एक साथ आने से भक्तों में उलझन। और नतीजा “आज आखिरी व्रत है या कल?” जैसे सवाल पूरे देश में गूंज रहे हैं। इसलिए इस साल की नवरात्रि और दशहरा केवल धार्मिक आस्था ही नहीं, बल्कि एक खगोलीय और सांस्कृतिक आश्चर्य भी है। ऐसे ही लेटेस्ट खबरों के लिए सब्सक्राइब करें ग्रेट पोस्ट न्यूज़।

 

3 ) Trump Drops a Bomb on Global Cinema

सिनेमा और राजनीति का रिश्ता हमेशा से दिलचस्प रहा है, लेकिन इस बार मामला कहीं ज़्यादा गंभीर है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ऐलान किया है कि अमेरिका के बाहर बनी हर फ़िल्म पर 100% टैरिफ़ लगाया जाएगा। उनका तर्क है कि हॉलीवुड और अमेरिकी फ़िल्म इंडस्ट्री को विदेशों में शूटिंग और प्रोडक्शन के कारण भारी नुकसान हो रहा है। ट्रम्प का कहना है कि विदेशी लोकेशन्स अमेरिकी नौकरियां छीन रही हैं और अब इसका जवाब समय पर देना होगा।

किन पर लागू होगा यह टैरिफ़?

यह प्रस्ताव केवल विदेशी फ़िल्मों तक सीमित नहीं है। इसमें हॉलीवुड प्रोडक्शंस भी शामिल होंगे, जिनकी शूटिंग या पोस्ट-प्रोडक्शन विदेशों में हुआ है। उदाहरण के तौर पर हॉलीवुड की बड़ी फ़्रेंचाइज़ Avengers, Fast & Furious, Mission Impossible कई बार कनाडा, यूके या ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में शूट होती हैं। अगर यही फ़िल्में “विदेश में बनी” की श्रेणी में डाल दी गईं, तो उन पर भी अमेरिका में दाख़िल होने पर 100% अतिरिक्त लागत लगेगी। सबसे बड़ी दिक़्क़त यह है कि प्रशासन ने अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि किस आधार पर किसी फ़िल्म को “विदेशी” माना जाएगा। क्या केवल शूटिंग लोकेशन? या VFX और पोस्ट-प्रोडक्शन भी?

OTT और डिजिटल वितरण पर संकट

आज का बाज़ार सिर्फ़ थिएटर तक सीमित नहीं है। Netflix, Amazon Prime और Disney+ हर साल सैकड़ों विदेशी फ़िल्में और वेब-सीरीज़ अमेरिकी दर्शकों तक पहुंचाते हैं। अगर टैरिफ़ डिजिटल आयात पर भी लागू हुआ, तो OTT कंपनियों की लागत सीधे दोगुनी हो सकती है। यह सवाल भी अहम है कि डिजिटल कंटेंट पर टैरिफ़ वसूलने का सिस्टम कैसे बनाया जाएगा। भारत की फ़िल्म इंडस्ट्री के लिए अमेरिका एक बड़ा बाज़ार है। बॉलीवुड, तेलुगु और तमिल फ़िल्में अमेरिकी बॉक्स ऑफिस पर करोड़ों रुपये का कारोबार करती हैं। इसके अलावा OTT प्लेटफ़ॉर्म्स भारतीय फ़िल्मों के लाइसेंस लेकर अमेरिका में स्ट्रीम करते हैं। अगर 100% टैरिफ़ लागू होता है, तो भारतीय फ़िल्मों की डिस्ट्रीब्यूशन लागत बढ़ जाएगी। टिकट दाम बढ़ सकते हैं या फिर फ़िल्मों की रिलीज़ सीमित हो सकती है। छोटे और मध्यम बजट की फ़िल्मों को अमेरिका में जगह बनाना और मुश्किल हो जाएगा। हॉलीवुड प्रोडक्शन लंबे समय से टैक्स इंसेंटिव और कम लागत की वजह से विदेशों में शूट होते हैं। कनाडा और ब्रिटेन जैसे देशों ने फिल्म निर्माण को आकर्षित करने के लिए बड़े पैमाने पर रियायतें दी हैं। लेकिन अगर अब 100% टैरिफ़ लग गया तो हॉलीवुड स्टूडियो को या तो अमेरिका में ही शूट करना पड़ेगा, जिससे लागत बढ़ेगी, या फिर विदेश में शूट की गई फ़िल्मों को अमेरिका लाते समय भारी शुल्क देना पड़ेगा। दोनों ही स्थितियों में स्टूडियो का मुनाफ़ा प्रभावित होगा। यह प्रस्ताव केवल फ़िल्म इंडस्ट्री तक सीमित नहीं रहेगा। Us trade data 2023 के आंकड़ों के अनुसार, अमेरिका ने 22.6 बिलियन डॉलर का ऑडियो-विज़ुअल कंटेंट एक्सपोर्ट किया था। अगर अमेरिका विदेशी फ़िल्मों पर टैरिफ़ लगाता है, तो दूसरे देश भी अमेरिकी कंटेंट पर जवाबी कार्रवाई कर सकते हैं। यूरोपीय संघ (EU) पहले से ही हॉलीवुड कंटेंट पर स्क्रीन-कोटा और रूल्स लागू करता है अगर 100% टैरिफ़ लागू हुआ, तो भारत, यूरोप और एशिया के देश अमेरिकी फिल्मों और सीरीज़ पर नए टैक्स लगा सकते हैं। व्हाइट हाउस ने आधिकारिक तौर पर यह माना है कि अभी तक कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। यह केवल राष्ट्रपति का बयान है। मई 2025 में भी ट्रम्प ने यही धमकी दी थी, लेकिन तब कोई नीति नहीं बनी। 29 सितंबर 2025 को फिर से यह बयान आया है, मगर अब तक न तो औपचारिक ऑर्डर जारी हुआ है और न ही समयरेखा तय की गई है। हालांकि उद्योग से जुड़ी कंपनियों और स्टूडियोज़ ने अब तक इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। ऐसे ही लेटेस्ट खबरों को देखने के लिए सब्सक्राइब करें ग्रेट पोस्ट न्यूज़।