लॉस एंजिलिस के डॉल्बी थिएटर में आयोजित 97वें ऑस्कर अवॉर्ड्स में सभी 23 कैटेगरी के विजेताओं की घोषणा हो चुकी है। इस बार ऑस्कर में फिल्म 'अनोरा' का दबदबा देखने को मिला, जिसने बेस्ट फिल्म समेत पांच ऑस्कर अवॉर्ड अपने नाम किए। समारोह के दौरान एक दिलचस्प पल तब आया जब कॉमेडियन कॉनन ओ’ब्रायन ने हिंदी में बोलकर भारतीयों का दिल जीत लिया। हालांकि, उनके हिंदी बोलने पर कुछ विदेशी दर्शकों ने उन्हें ट्रोल करना भी शुरू कर दिया। ऑस्कर समारोह की शुरुआत शानदार रही, जहां एरियाना ग्रांडे और सिंथिया ने फिल्म 'विकेड' के गाने 'डिफाइनिंग ग्रेविटी' पर जबरदस्त परफॉर्मेंस दी। बेस्ट फिल्म का अवॉर्ड 'अनोरा' को मिला, जबकि एड्रियन ब्रॉडी ने 'द ब्रूटलिस्ट' के लिए बेस्ट एक्टर इन ए लीड रोल का अवॉर्ड जीता। मिकी मैडिसन को 'अनोरा' में दमदार अभिनय के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का ऑस्कर मिला। अन्य कैटेगरी में, जोई सल्दाना ने 'एमिलिया पेरेज' के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस का अवॉर्ड जीता, जबकि कीरन कल्किन को 'द रियल पेन' में शानदार प्रदर्शन के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का ऑस्कर मिला। बेस्ट ओरिजिनल सॉन्ग का अवॉर्ड 'एल माल' को मिला, जिसे क्लेमेंट डुकोल, केमिली और जैक्स ऑयार्ड ने कंपोज किया था। वहीं, बेस्ट प्रोडक्शन डिजाइन का अवॉर्ड 'विकेड' को मिला, जिसे नाथन क्रॉली (प्रोडक्शन डिजाइन) और ली सैंडलेस (सेट डेकोरेशन) ने अपने नाम किया। वहीं, सीन बेकर को बेस्ट डायरेक्टर का सम्मान उनकी फिल्म 'अनोरा' के लिए दिया गया। इंटरनेशनल सिनेमा कैटेगरी में ब्राजील की फिल्म 'आई एम स्टिल हियर' को बेस्ट इंटरनेशनल फीचर फिल्म का ऑस्कर मिला। बेस्ट सिनेमैटोग्राफी का पुरस्कार 'द ब्रूटलिस्ट' को मिला, जिसे लोल क्रॉली ने अपने नाम किया। वहीं, बेस्ट डॉक्यूमेंट्री फीचर फिल्म का अवॉर्ड 'नो अदर लैंड' को मिला, जबकि 'द ओनली गर्ल इन द ऑर्केस्ट्रा' ने बेस्ट डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट फिल्म का पुरस्कार जीता। तकनीकी श्रेणियों की बात करें तो, 'ड्यून पार्ट टू' ने बेस्ट विजुअल इफेक्ट्स और बेस्ट साउंड के लिए ऑस्कर अपने नाम किया। विजुअल इफेक्ट्स की टीम में पॉल लैंबर्ट, स्टीफन जेम्स, रीस साल्कोम्ब और गर्ड नफ्जर शामिल थे। यह अवॉर्ड मिलने पर DNEG के फाउंडर ने इसे अपनी टीम के लिए "एक बड़ी उपलब्धि और सफर में नया माइलस्टोन" बताया। DNEG इससे पहले भी 'ड्यून: पार्ट वन' (2022), 'टेनेट' (2021), 'फर्स्ट मैन' (2019), 'ब्लेड रनर 2049' (2018), 'एक्स माचिना' (2016), 'इंटरस्टेलर' (2015) और 'इंसेप्शन' (2011) के लिए विजुअल इफेक्ट्स ऑस्कर जीत चुका है। इस बार 'एमिलिया पेरेज' पर भी सभी की नजरें टिकी थीं, जिसे 13 नॉमिनेशन मिले थे, लेकिन यह फिल्म सिर्फ 2 अवॉर्ड ही जीत पाई। वहीं, लाइव एक्शन शॉर्ट फिल्म कैटेगरी में भारतीय फिल्म ‘अनुजा’ को काफी उम्मीदें थीं, लेकिन यह अवॉर्ड 'आई एम नॉट ए रोबोट' ने जीत लिया। हालांकि, प्रियंका चोपड़ा द्वारा को-प्रोड्यूस की गई इस फिल्म को नॉमिनेशन मिलना ही भारतीय सिनेमा के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। कुल मिलाकर, 97वें ऑस्कर अवॉर्ड्स में कुछ बड़े उलटफेर देखने को मिले, लेकिन फिल्म 'अनोरा' ने बेस्ट फिल्म समेत पांच अवॉर्ड जीतकर इस साल के ऑस्कर पर अपनी गहरी छाप छोड़ दी।
उत्तर प्रदेश के आगरा में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के कर्मचारी मानव शर्मा की आत्महत्या ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। आईटी सेक्टर में काम करने वाले इस होनहार युवा ने 24 फरवरी को खुद की जीवनलीला समाप्त कर ली, और पीछे छोड़ गया सवालों की एक लंबी फेहरिस्त। लेकिन इस कहानी का सबसे दर्दनाक पहलू यह है कि मरने से पहले मानव ने एक वीडियो बनाया, जिसमें उसने अपने सबसे करीबी रिश्ते पर उठाए सवालों का जवाब दिया अपने आखिरी शब्दों में उसने अपनी पत्नी निकिता को अपनी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया। 27 फरवरी को सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया, जिसमें मानव अपने ही हाथों अपनी जिंदगी खत्म करने से पहले एक-एक सच बयां कर रहा था। "निकिता, तुमने मेरे प्यार का मजाक बनाया... तुमने मेरे भरोसे को तोड़ा... लेकिन अब मैं तुम्हें जिंदगी से ही अलविदा कह रहा हूँ।" मानव शर्मा और निकिता की शादी 30 जनवरी 2024 को हुई थी। एक साल भी पूरा नहीं हुआ था कि उनका रिश्ता बिखरने लगा। मानव मुंबई में TCS के रिक्रूटमेंट मैनेजर के रूप में कार्यरत था, और उसकी पत्नी निकिता भी उसके साथ वहीं रहती थी। लेकिन शादी के कुछ ही महीनों में विवाद शुरू हो गए। परिवार के अनुसार, निकिता छोटी-छोटी बातों पर झगड़ती, आत्महत्या की धमकियाँ देती और मानसिक प्रताड़ना देती थी। यह सिलसिला चलता रहा, लेकिन मानव उम्मीद का दामन थामे रहा। वो दर्दनाक मोड़, जब सब खत्म हो गया... 24 फरवरी की सुबह, मानव ने अपना फोन उठाया, एक वीडियो रिकॉर्ड किया, और फिर अपनी जिंदगी खत्म कर ली। जब परिवार को उसका फोन मिला और उन्होंने वीडियो देखा, तो उनके पैरों तले ज़मीन खिसक गई। वीडियो में मानव ने खुलासा किया कि निकिता का किसी और के साथ संबंध था, और वह उसे छोड़ना नहीं चाहती थी, क्योंकि मानव उसे ऐशो-आराम की ज़िंदगी दे रहा था। मानव की बहन आकांक्षा ने कहा: "भाई सबकुछ भुलाकर आगे बढ़ना चाहता था, लेकिन निकिता ने उसे तोड़कर रख दिया। अगर वह चाहती तो फोन कर उसे रोक सकती थी।" इसी बीच, निकिता का एक पुराना वीडियो भी सामने आया, जिसमें वह खुद अपनी गलती स्वीकार कर रही थी। "मुझे पता है कि मैंने बहुत झूठ बोले हैं... सिर्फ इसलिए कि कहीं हमारी शादी न टूट जाए... मैं गलत थी मानव... मैं तुम्हें बहुत प्यार करती हूँ...।" लेकिन क्या यह कबूलनामा गुनाह से बचने का तरीका था, या पछतावे का सच्चा सबूत? परिवार ने आगरा के सदर थाने में एफआईआर दर्ज कराई। पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए निकिता के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने की धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। डीसीपी सूरज राय ने बताया कि जांच जारी है, और सबूतों के आधार पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मानव शर्मा की मौत सिर्फ एक घटना नहीं, बल्कि समाज के उस अंधेरे सच को उजागर करती है, जिसमें रिश्तों का दिखावा किया जाता है, लेकिन अंदर से वे धोखे और छलावे की बुनियाद पर टिके होते हैं।
शब्दों की ताकत बड़ी होती है, लेकिन जब वे सीमाओं को लांघने लगें, तो समाज और कानून दोनों को हस्तक्षेप करना पड़ता है। सुप्रीम कोर्ट ने चर्चित पॉडकास्टर रणवीर अल्लाहबादिया को राहत देते हुए उनके शो 'द रणवीर शो' के प्रसारण की अनुमति दे दी है। हालांकि, अदालत ने सख्त हिदायत दी है कि शो में शालीनता और मर्यादाओं का पूरा ध्यान रखा जाए।
रणवीर अल्लाहबादिया के शो 'इंडियाज गॉट लैटेंट' में की गई विवादित टिप्पणी के बाद उनके खिलाफ शिकायतें दर्ज हुई थीं। इसके चलते सुप्रीम कोर्ट ने शो पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी थी। लेकिन रणवीर ने अदालत में दलील दी कि उनके शो से 280 लोगों की आजीविका जुड़ी हुई है, जिससे उनकी रोज़ी-रोटी पर संकट आ सकता है। मामले की सुनवाई के दौरान सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि उन्होंने पूरा शो देखा है, जिसमें कोई अभद्रता तो नहीं थी, लेकिन "विकृति" ज़रूर थी। उन्होंने हास्य, अश्लीलता और विकृति के फर्क को स्पष्ट करते हुए शो पर रोक जारी रखने की मांग की थी। हालांकि, अदालत ने रणवीर को सशर्त राहत देते हुए शो के प्रसारण की अनुमति दी। शर्तें: 1. शो में अदालत में विचाराधीन मामलों पर कोई बयानबाजी नहीं होगी।
2. ऐसा कोई कंटेंट नहीं दिखाया जाएगा, जो केस के गुण-दोष को प्रभावित करे। 3. शो में मर्यादा और शालीनता बनाए रखनी होगी। 4. रणवीर की विदेश यात्रा पर फिलहाल रोक रहेगी, इस पर फैसला बाद में लिया जाएगा। न्यायमूर्ति कांत ने सुनवाई के दौरान कहा, "कुछ युवा सोचते हैं कि वे सबकुछ जानते हैं, लेकिन कानून को भी अपना काम करना आता है।" उन्होंने इस बात पर नाराजगी जताई कि एक आरोपी कनाडा जाकर इस मुद्दे पर बयानबाजी कर रहा था।
रणवीर की ओर से उनके वकील ने सफाई दी कि उनका उस व्यक्ति से कोई संबंध नहीं है। अदालत ने यह भी स्पष्ट किया कि रणवीर को गिरफ्तारी से मिली अंतरिम सुरक्षा बनी रहेगी। यह मामला अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और मीडिया की जिम्मेदारी के बीच संतुलन की एक अहम मिसाल बन सकता है। डिजिटल युग में जब सोशल मीडिया और पॉडकास्ट जैसे प्लेटफॉर्म तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं, तब यह ज़रूरी हो जाता है कि कंटेंट क्रिएटर्स अपनी अभिव्यक्ति के साथ सामाजिक और कानूनी दायित्वों का भी ध्यान रखें। रणवीर अल्लाहबादिया के लिए यह राहत की खबर ज़रूर है, लेकिन उनके लिए आगे का सफर सतर्कता और ज़िम्मेदारी से भरा होगा।