किसे मिलेगी रतन टाटा की वसीयत
रतन टाटा के निधन के बाद से उनकी संपत्ति और वसीयत को लेकर खूब चर्चा हुई. कई लोगों के मन में यह सवाल उठा कि आखिर रतन टाटा के स्वर्गवास होने के बाद उनकी संपत्ति किसे मिलेगी. इसी साल अगस्त में जारी हुरुन इंडिया रिच लिस्ट के मुताबिक, रतन टाटा के पास टाटा संस में करीब 0.83% हिस्सेदारी थी और उनकी कुल संपत्ति 7,900 करोड़ रुपये थी. टाटा संस में उनकी हिस्सेदारी का बाजार मूल्य करीब 16.71 लाख करोड़ रुपये आंका गया है। रतन टाटा के 10,000 करोड़ रुपये के वसीयत में 2000 स्क्वायर फीट का अलीबाग में स्थिति बंग्ला शामिल है। जुहू रोड पर दो मंजीला मकान भी है। इसके अलावा 350 करोड़ रुपये से अधिक की एफडी है। रतन टाटा की टाटा संस में 0.83 प्रतिशत हिस्सेदारी भी है। टाटा संस के पास ही टाटा ग्रुप की होल्डिंग है। जिसे Ratan Tata Endowment Foundation को ट्रांसफर किया जाएगा। शांतनु जैसे ही अमेरिका से पढ़ाई करके वापस आए उसके बाद उन्हें रतन टाटा के ऑफिस में जगह मिल गई। ऑफिस के काम के अलावा शांतनु नायडू अलग-अलग काम भी कर रहे थे। यह कंपनी सीनियर सिटीजन के लिए काम करती है। इसकी शुरुआत 2022 में हुई थी।दिग्गज बिजनेस मैन अपने जीवन के आखिरी समय में कोलाबा में रहा करते थे। यह प्रॉपर्टी टाटा संस की सब्सिडियरी कंपनी Ewart Investments की है। वहीं, उनका जुहू स्थिति घर पिछले 20 सालों से बंद पड़ा है। यह घर उन्हें विरासत में मिला था।
कोलाबा में हेलकाई हाउस का स्वामित्व ईवार्ट इन्वेस्टमेंट्स के पास है, यहीं रतन टाटा अपने निधन तक रहे है , ईवार्ट इन्वेस्टमेंट्स टाटा संस की 100% सहायक कंपनी है। इसका भविष्य ईवार्ट द्वारा तय किया जाएगा। रतन टाटा ने खुद हेलकाई हाउस और अलीबाग बंगले दोनों को डिज़ाइन किया था, हालाँकि अलीबाग संपत्ति का भाग्य अभी भी काल के गर्भ में है। वहीं, जुहू स्थित यह घर, जो समुद्र तट के सामने है और एक चौथाई एकड़ के भूखंड पर स्थित है, रतन टाटा और उनके परिवार - भाई जिमी, सौतेले भाई नोएल टाटा और सौतेली माँ सिमोन टाटा को उनके पिता नवल टाटा की मृत्यु के बाद विरासत में मिला था। सूत्रों का कहना है कि यह दो दशकों से अधिक समय से बंद है, और अब इस संपत्ति को बेचने का प्लान है।रतन टाटा के पास 20-30 कारों का बड़ा काफिला है, जिसमें कई लग्जरी मॉडल भी शामिल हैं। यह काफिला फिलहाल हेलकाई निवास और कोलाबा में ताज वेलिंगटन म्यूज़ सर्विस अपार्टमेंट में रखा हुआ है। इनपर भी अभी विचार किया जा रहा है।
अगर दिल्ली-NCR में रहतें हैं तो हो जाएं अलर्ट!
दिवाली नजदीक आ रही है और उससे पहले वायु प्रदूषण की खतरनाक स्थिति के कारण लोगों की सांसे भी फूलने लगी है। सर्दियों के आते ही हर साल दिल्ली में लोगों को वायु प्रदूषण का सामना करना पड़ता है। वहीं, हर साल राज्य सरकारें अपनी पॉलिसी को लेकर बड़े-बड़े दावें तो करती हैं, पर धरातल पर साडी योजनाएं और दावे फैल साबित दीखते हैं। अपनी जिम्मेदारी से भागने के लिए सरकारें कभी तो पराली को प्रदूषण का मुख्य कारण बतातीं है तो कभी पटाखों से निकलने वाले धुएं को और इन सभी के बीच दिल्ली की आम जनता को भीषण प्रदूषण की मार को झेलना पड़ता है। बता दें, दिल्ली-NCR का ये प्रदूषण अब आम आदमी के स्वास्थ्य पर खतरनाक प्रभाव डाल रहा है। आम आदमी तो छोड़िये प्रदूषण का ये खतरनाक लेवल अब गर्ववती महिलाओं के पेट में पल रहे सिसुओं पर भी दाल रहा है। बता दें कि गर्भवती महिला में सांस के जरिए प्रदूषण के कण शरीर में चले जाते हैं, इसके बाद ये कण प्लेसेंटा की सुरक्षा को पार करते हुए भ्रूण के अंगों में भी जगह बना रहे हैं। ये कण बच्चे के शरीर में चले जाते हैं और कई बीमारियों का कारण बनते हैं, जिसकी वजह से जन्म के बाद ही प्रदूषण के प्रभाव के कारण कई बीमारियां होने लगती हैं और ये ही बीमारियां आगे चलकर मौत का कारण बनती हैं।
हर बीतते दिन के साथ दिल्ली के तापमान में गिरावट के साथ हवा का स्तर भी गिरता जा रहा है। हवा की घुली धुंध जीवन के लिए खतरा बनती जा रही है। बिना मास्क बाहर निकलना बीमारी को बुलावा देने जैसा है, खासकर बच्चों, बुजुर्गों और बीमारों को ज्यादा एहतियात बरतने की जरूरत है। हवा में घुले प्रदुषण के इस जहर को सुबह और शाम बहुत ही आसानी से महसूस किया जा सकता है। आसमान में धुंध इतनी बढ़ने लगी है कि अब प्रदूषण की इस परत को देखना आसान है। दिल्ली सरकार द्वारा प्रदूषण पर लगाम कसने के लिए हर साल ऑड-ईवन लागू किया जाता है पर इसका कितना फायदा दिल्ली की जनता को होता है ये सबके सामने है। सरकारें जब कुछ नहीं कर पाती तो उनका सबसे आसान काम होता है कि बढ़ते प्रदूषण का सारा ठीकरा दीपावली के पटखों पर फोड़ दिया जाए। बढ़ते प्रदूषण से निपटने के लिए अब दिल्ली-NCR में कुछ बड़े फैसले लेने की तैयरी की जा रही है और इस मामले में कार चलाने वाले लोगों के लिए जरूरी खबर सामने आ रही है। बता दें, राजधानी में BS-3 पेट्रोल और BS-4 डीजल कार अगर आप चला रहे हैं तो हो जाएं सावधान, क्योंकि अब इन कारों पर रोक लगने जा रही है। दिल्ली में ऐसी कारों की संख्या लगभग 5 लाख है। रोक के बाद भी अगर आप गाड़ी चलाते हुए पकड़ जाते हैं तो आप पर भारी-भरकम जु्र्माना लगेगा। इसके अलावा बीते दिन दिल्ली सरकार ने पार्किंग फीस को भी दोगुना किया था, इसके पीछे सरकार का ये मकसद था कि दिल्ली में बहार से आने वाली गाड़ियों की संख्या को काम किया जाये। हालांकि, सरकार के इस फैसले का असर दिल्ली की सड़कों पर कोई खास देखने को नहीं मिला है।
सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब और हरियाणा सरकार की जमकर खिंचाई की। अदालत ने कहा कि दोनों राज्यों ने पराली जलाने वालों के खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं की। अदालत ने कहा कि अगर ये सरकारें सच में कानून को लागू करने में रुचि रखती हैं तो कम से कम एक प्रॉसिक्यूशन जरूर होगा। सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब के मुख्य सचिव से कहा कि करीब 1080 उल्लंघनकर्ताओं के खिलाफ FIR दर्ज की गई, लेकिन आपने सिर्फ 473 लोगों से मामूली जुर्माना वसूला है, ऐसे संवेदनशील मामले में आप कैसे 600 से ज्यादा लोगों को बख्श सकते हैं। हम आपको साफ-साफ बता दें कि आप उल्लंघनकर्ताओं को यह संकेत दे रहे हैं कि उनके खिलाफ कुछ नहीं किया जाएगा और ऐसा पिछले तीन सालों से हो रहा है। हरियाणा के मुख्य सचिव ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि राज्य में 400 फसल जलाने की घटनाएं हुईं और साथ ही राज्य में 32 FIR दर्ज की गई हैं। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने नाराजगी जताते हुए कहा कि पराली जलाने वालों के आंकड़ों के बारे में झूठ बोला जा रहा है और आंकड़े भी हर मिनट बदल रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा के मुख्य सचिव से पूछा, पराली के बारे में क्या किया जा रहा है और क्या किसानों को कुछ प्रदान किया गया है? इस पर मुख्य सचिव ने कहा कि पराली के निस्तारण के लिए करीब एक लाख मशीनें दी गई हैं, जिससे पराली जलाने में कमी आई है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि केंद्र और पंजाब तथा हरियाणा राज्यों को यह याद दिलाने का समय आ गया है कि प्रदूषण मुक्त वातावरण में रहना नागरिकों का मौलिक अधिकार है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ये अनुच्छेद 21 के तहत मौलिक अधिकारों का घोर उल्लंघन है। बता दें, वायु प्रदूषण के मामले को दिवाली तक स्थगित करते हुए सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि वह दिल्ली में परिवहन से उत्पन्न प्रदूषण, शहर में भारी ट्रकों के प्रवेश और खुले में कूड़ा जलाने के मुद्दों पर विचार करेगा।
इंडेक्स और स्टॉक ट्रेडर्स के लिए ये हफ्ता रहा मुश्किल
इस हफ्ते शेयर बाजार ने काफी उलट फेर दिखाई है लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर्स को बहुत फ़र्क़ नहीं पड़ा, पर इंट्राडे ट्रेडर्स के लिए ये सप्ताह गिरावट का रहा है, सप्ताह के लास्ट दिन यानि आज इंडेक्स में बैंक निफ़्टी ने मार्केट बंद होते होते 1000 पॉइंट की गिरावट दिखाई, वही निफ़्टी 50 ने 300 पॉइंट की गिरावट दिखाई, सेंसेक्स इस हफ्ते के सरे रिकॉर्ड तोड़ के 800 पॉइंट तक निचे गिरा| वही वारी एनर्जीज के आईपीओ (Waaree Engergies IPO) में शेयर का दाम 1503 रुपये है मार्केट में कंपनी के शेयर 1500 रुपये के प्रीमियम पर हैं। अगर ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) के हिसाब से देखें तो वारी एनर्जीज के शेयर 3003 रुपये के करीब लिस्ट हो सकते हैं। यानी, जिन निवेशकों को आईपीओ में कंपनी के शेयर अलॉट हुए हैं, वह लिस्टिंग वाले दिन करीब 100 पर्सेंट फायदे की उम्मीद कर सकते हैं। वारी एनर्जीज के पब्लिक इश्यू का टोटल साइज 4321.44 करोड़ रुपये का था। आईपीओ से पहले कंपनी में प्रमोटर्स की हिस्सेदारी 71.80 पर्सेंट है, जो कि अब 64.30 पर्सेंट रह जाएगी।
देश की सबसे अधिक मार्केट कैप वाली कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) ने बोनस शेयर देने का ऐलान किया है। मुकेश अंबानी की कंपनी एक शेयर पर एक शेयर डिविडेंड दे रही है। इस डिविडेंड के लिए रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 28 अक्टूबर 2024 की तारीख को रिकॉर्ड डेट तय किया है। यानी जिन निवेशकों का नाम कंपनी के रिकॉर्ड बुक में इस दिन रहेगा उन्हें एक शेयर पर एक शेयर का फायदा होगा। रिलायंस इंडस्ट्रीज के बोनस इश्यू के ऐलान का फायदा उसी को मिलेगा जिसने शुक्रवार यानि आज ही शेयर ख़रीदा होगा। कंपनी सोमवार को एक्स-बोनस ट्रेड करेगी। रिकॉर्ड डेट ही वह तारीख होती है जब कंपनी अपने रिकॉर्ड को खंगालती है। उस दिन जिन निवेशकों का नाम कंपनी के रिकॉर्ड बुक में रहेगा उन्हें ही बोनस शेयर का फायदा मिलेगा। बता दें, रिकॉर्ड डेट से एक कारोबारी दिन पहले शेयर खरीदना होता है। नहीं तो डीमैट अकाउंट में वह क्रेडिट नहीं हो पाता है। रिलायंस इंडस्ट्रीज इससे पहले 5 बार बोनस शेयर दे चुकी है। कंपनी 2017 के बाद पहली बार निवेशकों को बोनस शेयर दे रही है। 2009 में मुकेश अंबानी की इस कंपनी ने एक शेयर पर एक शेयर बोनस दिया था।BOMBAY STOCK EXCHANGE में आज रिलयांस इंडस्ट्रीज के शेयर करीब 1 प्रतिशत की गिरावट के साथ 2657.40 रुपये के लेवल पर ट्रेड कर रहा है। गुरुवार को कंपनी के शेयर 2687.70 रुपये पर खुले थे। बता दें, रिलायंस इंडस्ट्रीज का बीएसई में 52 वीक हाई 2,221.05 रुपये और 52 वीक लो लेवल 3,217.90 रुपये है। हलाकि बोनस उसी को मिलेगा जिसने आलरेडी शेयर खरीद लिया है |
एशिया के सबसे बड़े यूटुबर Carryminati ने यूट्यूब की सबसे बड़ी Collabration की है, इस Collabration में भुवन बाम से लेकर बीयर बाइसेप्स, आशीष चंचलानी, हर्ष बेनीवाल, टेक्नो गेमरज़, ट्रिगर्ड इंसान, फुकरा इंसान, मिथपैट, टेक्निकल गुरुजी, राउंड2हेल, कबीता किचन, पूरव झा, मॉर्टल और नॉटयोरटाइप सहित भारत के शीर्ष कंटेंट क्रिएटर्स ने भारतीय डिजिटल मीडिया में सबसे बड़े सहयोगों में से एक में हाथ मिलाया है। इन क्रिएटर्स ने मिलकर 625 मिलियन सब्सक्राइबर जुटाए हैं, जिससे यह साझेदारी एक असाधारण घटना बन गई है। Collab का मुख्य आकर्षण कैरीमिनाटी द्वारा मिस्टर बीस्ट की नकल करते हुए “मिस्टर लीस्ट” की भूमिका निभाना है। वीडियो में सभी 14 क्रिएटर्स को कई चुनौतियों से गुजरना पड़ता है, जो हंसी और आश्चर्य से भरपूर होती हैं। इस मेगा Collab का विचार कैरीमिनाटी के मिस्टर बीस्ट के $1,000,000 चैलेंज वीडियो में दिखाई देने के बाद आया। इसके बाद, कैरीमिनाटी ने एक पैरोडी बनाने के बारे में ट्वीट किया, जिसने मिस्टर बीस्ट का ध्यान आकर्षित किया, सबसे सरप्राइज करने वाली बात ये है की mr.beast भी इस वीडियो में है जो दुनिया के सबसे बड़े यूट्यूबर है इस वीडियो को 2 दिन में 35 million मिला है | जो यूट्यूब इतिहास का बहुत बड़ा रिकॉर्ड है|
यूट्यूबर कैरीमिनाटी ने कई रिकॉर्ड बनाए हैं, मई 2021 में 30 मिलियन सब्सक्राइबर का मील का पत्थर पार करने वाले वे पहले भारतीय यूट्यूबर बने,अगस्त 2023 में 40 मिलियन सब्सक्राइबर का मील का पत्थर पार करने वाले वे पहले भारतीय यूट्यूबर बने.भारत के अलावा, एशिया क्षेत्र में भी उनके सबसे ज़्यादा सब्सक्राइबर हैं,CarryMinati, जिनका असली नाम अजय नागर है, एक भारतीय यूट्यूबर, कॉमेडियन, और रैपर हैं। वह 1999 में फरीदाबाद, हरियाणा में पैदा हुए थे। CarryMinati ने 2014 में यूट्यूब पर अपना चैनल शुरू किया था,CarryMinati अपने रोस्ट वीडियो और कॉमेडी स्केच के लिए जाने जाते हैं, जिसमें वह अन्य यूट्यूबर और इंटरनेट हस्तियों का मजाक उड़ाते हैं। उनके "YouTube vs TikTok" वीडियो ने उन्हें खासा प्रसिद्ध किया और इसने एक विवाद भी उत्पन्न किया।वहीं कैरी की सालाना आय 3 से 4 करोड़ रुपये की हो जाती है,12 जून 1999 को हरियाणा के फरीदाबाद में एक मध्यम वर्गीय परिवार में जन्में अजय नागर ने दिल्ली पब्लिक स्कूल से पढ़ाई की है. साल 2016 में उनकी 12वीं हुई और उसके बाद ग्रेजुएशन में एडमिशन लिया लेकिन वीडियोज में हिट होने के बाद उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी और पूरी तरह से यूट्यूबर बन गए|
BJP ने करवाया केजरीवाल पर जानलेवा हमला
आम आदमी पार्टी (AAP )ने भाजपा पर दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल पर हमले की कोशिश करने का आरोप लगाया है। आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया कि दिल्ली में शुक्रवार शाम को विकासपुरी में पदयात्रा के दौरान भाजपा के गुंडों ने हमला किया।दिल्ली की सीएम आतिशी ने आप के संयोजक और पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल पर कथित तौर पर हमला करने वाले शख्स की तस्वीर जारी की है. सीएम ने जिस शख्स की तस्वीर शेयर की है, सोशल मीडिया पर उसका नाम रोहित सेहरावत है. नाम के आगे बीजेपी लगाया हुआ है. भाजपा के गुंडे अरविंद केजरीवाल के पास तक पहुंचे, लेकिन पुलिस ने भाजपा के गुंडों को नहीं रोका। आम आदमी पार्टी नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर हमले की निंदा की है। उन्होंने लिखा कि अरविंद केजरीवाल पर हुआ हमला बेहद निंदनीय और चिंताजनक है। यह साफ है कि भाजपा ने अपने गुंडों से यह हमला कराया है, अगर अरविंद केजरीवाल जी को कुछ होता है, तो उसकी पूरी जिम्मेदारी भाजपा पर होगी। हम डरने वाले नहीं हैं—आम आदमी पार्टी अपने मिशन पर डटी रहेगी। वहीं आम आदमी पार्टी के महासचिव डॉ संदीप पाठक ने कहा कि भाजपा ने अपने गुंडे भेजकर अरविंद केजरीवाल पर हमला करने की कोशिश की।
आम आदमी पार्टी के कई नेताओं ने बीजेपी को घेरते हुए निशाना साधा. इस बीच यूपी के पूर्व सीएम और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी इस मामले पर प्रतिक्रिया दी. अखिलेश यादव ने कहा, "दिल्ली में पदयात्रा के दौरान श्री अरविंद केजरीवाल जी पर हमले का समाचार निंदनीय भी है और चिंतनीय भी. ये हमला किसने करवाया होगा, कहने की आवश्यकता नहीं. सब जानते हैं कि भारत की राजनीति में हिंसा और नफ़रत किसकी राजनीति के सिद्धांत रहे हैं. हिंसक होना हारने की निशानी है."
दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, "जनता अगर पूछे सवाल तो क्यों परेशान हैं केजरीवाल? आज विकासपुरी में वहां की स्थानीय जनता जमानती केजरीवाल से गंदे पानी की शिकायत कर रही थी. उनको वो गंदा पानी पीने के लिए कह रही थी. इससे केजरीवाल बौखला गए...जनता जब आपसे सवाल पूछ रही है तो आप उसे बीजेपी का हमला बता रहे हैं. आपने दिल्ली को सड़क, बिजली और पानी के नाम पर ठगा है."|