श्रीलंका की नई प्रधानमंत्री हरिनी अमरसूर्या का भारत के साथ एक विशेष संबंध है क्योंकि उन्होंने अपने प्रारंभिक कॉलेज के वर्ष दिल्ली विश्वविद्यालय में बिताए। मंगलवार को श्रीलंका के 16वें प्रधानमंत्री के रूप में पदभार संभालने वाली 54 वर्षीय शैक्षणिक-राजनीतिज्ञ ने 1990 के दशक की शुरुआत में प्रतिष्ठित हिंदू कॉलेज में अध्ययन किया था। अमरसूर्या, साल 2000 में सिरीमावो भंडारनायके के बाद यह पद संभालने वाली पहली महिला भी हैं, उन्होंने साल 1991 से 1994 तक दिल्ली विश्वविद्यालय में समाजशास्त्र में स्नातक की डिग्री हासिल की। हरिनी अमरसूर्या का श्रीलंका की नई प्रधानमंत्री बनने पर हिंदू कॉलेज की प्राचार्य अंजू श्रीवास्तव ने कॉलेज की प्रतिष्ठित पूर्व छात्रा पर गर्व व्यक्त किया।
हिंदू कॉलेज की प्राचार्य अंजू श्रीवास्तव ने कहा, हमारे लिए ये सम्मान की बात है कि एक हिंदूवादी महिला नेता श्रीलंका की नई प्रधानमंत्री बन गईं हैं। उन्होंने बताया हरिनी साल 1991 से 1994 तक समाजशास्त्र की छात्रा थीं और हमें उनकी उपलब्धियों पर बेहद गर्व है। मुझे उम्मीद है कि हिंदू में उनके समय ने उन्हें आकार देने में भूमिका निभाई है और सफलता की राह प्रशस्त की। उन्होंने कहा, हिंदू कॉलेज में छात्र संसद की एक लंबी परंपरा है और हम हर साल एक प्रधानमंत्री और विपक्ष के नेता का चुनाव करते हैं। हरिनी की नियुक्ति हमारे कॉलेज के ऐतिहासिक इतिहास में एक और मील का पत्थर है।
श्रीलंका के नए राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके ने अमरसूर्या को श्रीलंका के नए प्रधानमंत्री के रूप में शपथ दिलाया, जिन्होंने स्वयं सहित चार सदस्यों की अपनी कैबिनेट नियुक्त की। उन्हें न्याय, शिक्षा, श्रम, उद्योग, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य और निवेश मंत्री का विभाग सौंपा गया है। भारत का मानना है कि अमरसूर्या की नई भूमिका भारत और श्रीलंका के बीच संबंधों को और मजबूत करेगी। हिंदू कॉलेज की प्राचार्य ने कहा कि हिंदू कॉलेज पूर्व छात्र मंडल, जो अपने मजबूत संबंधों के लिए जाना जाता है, उन्हें भावी पूर्व छात्रों की बैठक में आमंत्रित करना पसंद करेगा।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने एक बुजुर्ग दंपति की याचिका पर सुनवाई करते हुए गंभीर टिप्पणी की है। कोर्ट ने कहा कि बुजुर्ग दंपति एक दूसरे के खिलाफ भरण-पोषण के लिए कानूनी लड़ाई लड़ रहे है, इससे ऐसा लगता है कि कलियुग आ गया है। 75-80 साल की आयु के दंपति गुजारा भत्ता पाने के लिए एक दूसरे के विरुद्ध कानूनी लड़ाई लड़ रहे है, इस उम्र में बुजुर्ग दंपत्ति की गुजारा भत्ता की लड़ाई हाईकोर्ट पहुंची है, जिस पर कोर्ट ने चिंता भी जताई है। कोर्ट ने पति की याचिका पर प्रतिवादी पत्नी को नोटिस जारी किया है। साथ ही यह उम्मीद जताई है कि अगली तारीख पर दोनों किसी समझौते के साथ आएंगे। यह टिप्पणी न्यायमूर्ति सौरभ श्याम शमशेरी ने अलीगढ़ निवासी मुनेश कुमार गुप्ता की याचिका की सुनवाई करते हुए की है।
पत्नी ने पति से धारा 125 दंड प्रक्रिया संहिता की अर्जी में गुजारा भत्ता की मांग की है। अब कोर्ट ने पति की याचिका पर पत्नी को नोटिस तो जारी कर दिया है। बता दें, पति ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर ट्रायल कोर्ट के आदेश को चुनौती दी है। यह याचिका दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 125 के तहत पारित आदेश की वैधता को चुनौती देने के लिए दाखिल की गई है। इस धारा में अदालत को भरण पोषण के लिए पर्याप्त राशि निर्धारित करने का अधिकार है। बुजुर्ग दंपति के बीच आपसी लड़ाई हाईकोर्ट पहुंचने पर हाईकोर्ट ने कहा कि ये चिंता का विषय है। कोर्ट ने बुजुर्ग दंपती को सुनवाई के दौरान नसीहत देने की भी कोशिश की। हाई कोर्ट में अब एक सप्ताह बाद यह प्रकरण सुने जाने की संभावना है, इस उम्मीद के साथ कि पक्षकार समझौता कर लें। याचिकाकर्ता के अधिवक्ता ने बताया कि दोनों बुजुर्ग दंपति पिछले कुछ समय से अलग रह रहे हैं। याचिकाकर्ता को लगभग 15 हजार रुपये पेंशन मिलती है और फैमिली कोर्ट ने तीन हजार रुपये पत्नी को प्रति महीने देने का आदेश दिया है। महिला अपने छोटे बेटे के साथ उस घर में रहती है जिसे याचिकाकर्ता ने कभी उसके नाम से बनवाया था। वहीं, याचिकाकर्ता बड़े बेटे के साथ किराये के घर में रह रहा है।
ग्रेटर नोएडा स्थित एक्सपो मार्ट में यूपी का सबसे बड़ा ट्रेड शो आज से शुरू होने जा रहा है। यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो के दूसरे संस्करण, UPITS 2024 का आयोजन 25 सितंबर से 29 सितंबर तक होगा। इसका उद्घाटन उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ करेंगे। उद्घाटन समारोह के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहेंगे। इसके अलावा उद्घाटन सत्र में केंद्रीय MSME मंत्री जीतन राम मांझी और प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल नंदी भी मौजूद रहेंगे। 29 सितंबर 2024 को UPITS का समापन केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल करेंगे। इस बार अलग-अलग क्षेत्रों के स्टार्ट अप पर भी खास फोकस किया गया है। यूपीआईटीएस में 2500 स्टॉल्स और प्रदर्शनियों को शामिल किया गया है।
एक्सपो मार्ट में UPITS 2024 की तैयारिया लगभग पूरी हो चुकी है। गौतमबुद्ध नगर के डीएम ने बताया कि पिछले संस्करण की तुलना में यह एक्सपो बड़ा होने वाला है। इस बार UPITS में 3.5 लाख से ज्यादा लोगों के आने की उम्मीद है, जो पहले संस्करण से ज्यादा है। 1.1 लाख वर्गमीटर क्षेत्र में हो रहे आयोजन में न सिर्फ उत्पादन बल्कि कला, संस्कृति, खानपान और लोककला का संगम देखने को मिलेगा। मेले में भाग लेने के लिए बहुत सारे एक्जीबिटर अलग अलग जगहों से आ रहे हैं, बहुत सारे विभागों के स्टॉल यहां लगाया जाएगा। इस ट्रेड शो में 80 से ज्यादा देश भाग ले रहे हैं, भारत के अलावा वियतनाम भी इसमें साझेदार के रूप में शामिल हो रहा है।
नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने 25 सितंबर से 29 सितंबर तक के लिए ट्रैफिक एडवायजरी जारी की है। बता दें, सुबह 7 बजे से रात 11 बजे तक नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे और आस-पास की सड़कों पर भारी मालवाहक वाहनों का प्रवेश वर्जित रहेगा। सिर्फ जरूरी वाहन जैसे जैसे दूध, फल, सब्जियां और मेडिकल से जुड़े सामान वाली गाड़ियों को ही आने-जाने की पर्मिशन दी गई है। सड़क यातायात को दिशा देने के लिए सम्बंधित जगहों पर नो- एंट्री के बोर्ड भी लगाए गएँ है। दिल्ली के चिल्ला बॉर्डर से आने वाले वाहनों को चिल्ला रेड लाइट से ही डायवर्ट कर दिया जाएगा और वहां से डाइवर्ट किये गए वाहन NH-9, NH-24, NH-91 और ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे का उपयोग कर सकते हैं। DND से आने वाले वाहनों को DND टोल प्लाजा से डायवर्ट किया जाएगा और वो यू- टर्न लेकर NH-91 और ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर जा सकते हैं। वहीं, कालिंदी बॉर्डर से आने वाले वाहनों को ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे और NH-91 पर भेजा जाएगा। यमुना एक्सप्रेसवे पर जेवर टोल से दिल्ली की ओर जाने वाले वाहनों को टोल से पहले यू-टर्न के माध्यम से अलीगढ़ की ओर भेजा जाएगा। ट्रेड शो तक पहुंचने के लिए बॉटनिकल गार्डन और परी चौक से शटल सेवाएं उपलब्ध रहेंगी। पार्किंग की व्यवस्था नासा पार्किंग क्षेत्र में की गई है।
यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो सुबह 11 बजे से शुरू होगा और इसमें दोपहर 3 बजे तक का समय सिर्फ बिजनेस आवर्स के लिए रखा गया है। इस दौरान सिर्फ कारोबार क्षेत्र से जुड़े लोग ही जा सकेंगे। वहीं, दोपहर 3 बजे से रात के 10 बजे तक ये आम लोगों के लिए खुला रहेगा। काउंसिल फॉर कल्चरल रिलेशंस के सहयोग से इस इंटरनेशनल ट्रेड शो में वियतनाम, बोलीविया, रूस, वेनेजुएला, मिश्र और कजाकिस्तान के सांस्कृतिक ग्रुप्स द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे। इस दौरान अंकित तिवारी, कनिका कपूर और पलाश सेन का यूफोरिया बैंड भी परफॉर्म करेगा।
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा समय में केंद्रीय ऊर्जा, आवास व शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस को चुनौती देते हुए कहा है कि कांग्रेस में अगर दम है तो वो अपना सीएम पद का चेहरा घोषित करे। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा सीएम का चेहरा घोषित करते ही कांग्रेस में खूनी संघर्ष शुरू हो जाएगा। वहीं, भाजपा के वरिष्ठ नेता अनिल विज और राव इंद्रजीत सिंह की ओर से मुख्यमंत्री पद का दावा पेश करने पर मनोहर लाल ने कहा कि इस तरह का दावा सभी 90 प्रत्याशियों को करना चाहिए। इससे वोट प्रतिशत बढ़ता है। मनोहर लाल ने कहा कि अंत में पार्टी हाईकमान और संसदीय बोर्ड ही सीएम पद के उम्मीदवार का नाम तय करता है और इस फैसले को सभी को स्वीकार करना होता है।
पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा है कि जो स्थिति कुमारी सैलजा की कांग्रेस में हो रही है, उसमें उनको यह न लगे कि उनका कोई भाई हाथ पकड़ने के लिए नहीं है और ऐसा बोलते हुए उन्होंने इसरों-इसरों में कुमारी सैलजा को भाजपा में आने का प्रस्ताव दिया। उन्होंने कहा कि यह मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि जो अपमान कांग्रेस में उनका हो रहा है, उससे कई गुणा अधिक सम्मान भाजपा में उन्हें मिलेगा। उन्होंने किसी का नाम लिए बिना कहा है कि इससे पहले अशोक तंवर कांग्रेस के अध्यक्ष और वह प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। दलित प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर के साथ भी कांग्रेस के नेताओं ने मारपीट कर उन्हें घायल कर दिया था। इसके बाद कांग्रेस के तथाकथित नेता उनका हाल पूछने के लिए दिल्ली भी नहीं गए लेकिन वो तथा भाजपा के कुछ अन्य लोग कांग्रेस अध्यक्ष अशोक तंवर का हालचाल जानने के लिए दिल्ली के एक अस्पताल में गए थे और आज वह हरियाणा के चुनाव प्रचार में भाजपा के लिए सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।
हरियाणा में विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस अंतर्कलह से जूझ रही है। 90 टिकटों में से 72 टिकट अपने समर्थकों को दिलाने में कामयाब रहे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर जहां चुनाव प्रचार का पूरा दारोमदार टिका है, वहीं कांग्रेस अपनी वरिष्ठ दलित नेता कुमारी सैलजा की नाराजगी दूर करने में अभी कामयाब नहीं हो पाई है। कुमारी सैलजा की नाराजगी के चलते कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अपना सोमवार का हरियाणा दौरा स्थगित कर दिया था। बता दें, खरगे सोमवार को कुमारी सैलजा के पुराने संसदीय क्षेत्र अंबाला में आने वाले थे, लेकिन जब उन्हें पता चला कि कुमारी सैलजा उनके कार्यक्रम में नहीं आएंगी तो स्वास्थ्य कारणों के आधार पर पार्टी अध्यक्ष का दौरा स्थगित हो जाने की सूचना सामने आई। सैलजा ने पार्टी अध्यक्ष के हरियाणा दौरे की कोई जानकारी होने से इन्कार कर दिया।
सैलजा की इस नाराजगी को अब कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद की लड़ाई से जोड़कर देखा जा रहा है। सैलजा ने सार्वजनिक मंचों पर कई बार कहा है कि राज्य में दलित मुख्यमंत्री क्यों नहीं हो सकता और उनकी यही इच्छा अब उन पर भारी पड़ रही है। गांधी परिवार में अपनी मजबूत पकड़ रखने वाले हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा प्रदेश के होने वाले आगामी चुनाव के लिए अपने समर्थकों को ज्यादा से ज्यादा टिकट दिलाने में कामयाब रहे। कांग्रेस के अंदर के सूत्रों के अनुसार कांग्रेस हाईकमान ने अब हुड्डा को सैलजा को मनाने की जिम्मेदारी सौंपी है, लेकिन हुड्डा की ओर से अभी ऐसा कोई प्रयास नहीं हुआ है, जिसे देख कहा जा सके की उनकी तरफ से ऐसे कोई प्रयास किया गया हो या किया जा रहा है की वो चुनाव तक पार्टी को एकजुट रख सकें।
कांग्रेस नेतृत्व के साथ-साथ पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा से सैलजा की नाराजगी की एक नहीं कई वजह हैं। सैलजा हिसार जिले की उकलाना विधानसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहती थी। सैलजा ने अपनी इस इच्छा को कांग्रेस हाईकमान के समक्ष रखा भी था, लेकिन पार्टी हाईकमान की ओर से सैलजा को चुनाव लड़ने से मना कर दिया गया। इसके अलावा, सैलजा अपने बेहद करीबी डॉ. अजय चौधरी को नारनौंद से टिकट नहीं दिलवा पाई। अजय चौधरी के अतिरिक्त करीब दो दर्जन दावेदारों की लिस्ट सैलजा ने कांग्रेस हाईकमान को दी थी, मगर चार निवर्तमान विधायकों समेत सैलजा के सिर्फ 10 समर्थकों को टिकट मिले, जिससे उनकी पार्टी से नाराजगी बताई जा रही है।
बेंगलुरु में एक घर से फ्रिज के अंदर 29 साल की महालक्ष्मी नाम की युवती की लाश मिली, वो भी टुकड़ों में, बेहद दिल दहलादेने वाला मंजर था। खबरों के अनुसार, पुलिस के हाथ कातिल का सुराग लग गया है, पुलिस ने बताया, कातिल ने बेंगलुरु छोड़कर भागने से पहले अपने भाई से कहा था कि उस ने ही महालक्ष्मी का कत्ल किया है। कातिल को पकड़ने के लिए बेंगलुरु पुलिस की टीमें पश्चिम बंगाल और ओडिशा भेजी गई हैं। इसी बीच पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ये खुलासा हुआ है कि लाश के टुकड़े चालीस नहीं बल्कि उससे कहीं ज्यादा किये गए थे। बेंगलुरु के बॉवरिंग सरकारी अस्पताल में 21 सितंबर को 29 साल की महालक्ष्मी की टुकड़ों में बंटी लाश को पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया था। मुर्दा घर में जब कमरे और फ्रिज से बरामद लाश के टुकड़ों की गिनती हुई, तो पता चला कातिल ने महालक्ष्मी के 30 से 40 नहीं बल्कि कुल 59 टुकड़े किए थे। एक डेड बॉडी के इतने टुकड़े देख खुद मुर्दा घर के कर्मचारी तक हैरान थे। उनके अनुसार बेंगलुरु के अस्पताल में इससे पहले इतने टुकड़ों में बंटी लाश कभी नहीं आई थी।
बेंगलुरु के एक इलाके में मौजूद तीन मंजिल के घर की पहली मंजिल पर महालक्ष्मी रहा करती थी। 21 सितंबर को महालक्ष्मी के कमरे और फ्रिज से टुकड़ों में उसकी लाश मिली थी। पुलिस का अंदेशा है कि महालक्ष्मी का कत्ल करीब 18 से 19 दिन पहले हुआ था। महालक्ष्मी के कमरे में पुलिस को एक ट्रॉली बैग भी रखा मिला है, पुलिस के मुताबिक बहुत हद तक मुमकिन है कि कातिल ने लाश के टुकड़ों को ट्रॉली बैग में रखकर कहीं बाहर ठिकाने लगाने की साजिश रची थी। हालाकिं, इलाका काफी भीड़भाड़ वाला है, इसलिए उसे लाश के टुकड़ों को ठिकाने लगाने का मौका नहीं मिला। कमरे की जांच के बाद वारदात के समय मौजूद पुलिस सूत्रों का ये भी मानना है कि कत्ल इसी कमरे में हुआ था और लाश के टुकड़े भी यहीं किए गए थे। पुलिस के सूत्रों के अनुसार, जिस तरह कमरे से बैग में लाश के टुकड़ों को बाहर ले जाना आसान नहीं था, उसी तरह लाश को बाहर से कमरे लाना भी मुमकिन नहीं। पोस्टमार्टम के बाद टुकड़ों में जमा लाश को महालक्ष्मी के घर वालों को सौंप दिया गया, जिसके बाद बेंगलुरु में ही उसका अंतिम संस्कार किया गया।
महाराष्ट्र के बदलापुर में बीते दिन हुआ अक्षय शिंदे एनकाउंटर मामला आज बॉम्बे हाईकोर्ट में जा पहुंचा और इस मामले में आज सुनवाई भी हुई। याचिका में एनकाउंटर को फर्जी करार देते हुए हाई कोर्ट की निगरानी में SIT जांच की मांग की गई है, साथ ही इस बात की जांच की भी मांग की गई है कि अक्षय शिंदे के एनकाउंटर का राजनीतिक लाभार्थी कौन हैं, इसका पता लगाया जाए। सरकारी वकील ने कहा कि एनकाउंटर से जुड़े दोनों मामले FIR और ADR की जांच स्टेट CID को दे दी गई है। अदालत ने घटनाक्रम समझने के बाद पूछा कि पुलिस के पास पिस्तौल थी या रिवाल्वर? अदालत ने ये भी पूछा कि क्या मृतक ने पहले कभी बन्दूक चलाई थी? क्योंकि पुलिस की बात से लगता है, उसने लॉक खोला था। सरकारी वकील ने इनकार किया और कहा उसने लॉक नही खोला था, लॉक हाथापई के दौरान खुला। सरकारी वकील ने ये भी कहा की आरोपी ने पहले कोई बन्दूक नहीं चलाई थी। केस की सुनवाई के दौरान अक्षय शिंदे की मां भी कोर्ट में मौजूद रहीं। वहीं, अब इस मामले की अगली सुनवाई 3 अक्टूबर को होगी।
अक्षय शिंदे एनकाउंटर मामले में सुनवाई करते हुए जस्टिस चव्हाण ने कहा कि जब आप एक ऐसे व्यक्ति को ले जा रहे हैं, जिस पर गंभीर अपराधों का आरोप है, तो इतनी लापरवाही क्यों बरती ? क्या उसे हथकड़ी पहनाई गई थी। जिसका जवाब देते हुए सरकारी वकील वेनेगावकर ने कहा कि शुरू में उसे हथकडी लगाई गई थी, लेकिन फिर उसने पानी मांगा तो हथकड़ी खोल दी गई थी। जस्टिस चव्हाण ने कहा कि आपने कहा कि आरोपी ने पुलिस पर तीन गोलियां चलाईं, तो गोली केवल एक को कैसे लगी? जस्टिस चव्हाण ने कहा कि क्या आपने पिस्तौल के फिंगर प्रिंट लिए थे? सरकारी वकील वेनेगावकर ने कहा कि जेजे अस्पताल द्वारा हैंडवाश और एफएसएल द्वारा फिंगर प्रिंट लिए गए हैं। जस्टिस चव्हाण ने कहा कि केस में एक और पहलू है, इस बात की फोरेंसिक रिपोर्ट प्राप्त करें कि क्या आरोपी को दूर से या पॉइंट ब्लैंक रेंज से गोली मारी गई थी और साथ ही उसके दाहिनी ओर से गोली निकलने के बाद फिर गोली कहां लगी? अदालत ने कहा कि पोस्टमार्टम से लगता है कि गोली के जख्म के अलावा उसके शरीर पर कई खरोंचें थीं, साथ ही पता चलता है कि गोली बिल्कुल नजदीक से मारी गई है।
जम्मू-कश्मीर में आज दूसरे चरण का विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। बुधवार, 25 सितम्बर को प्रदेश के छह जिलों की 26 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं. जम्मू-कश्मीर में दोपहर 3 बजे तक का वोटिंग परसेंट 46.1% रहा। वहीं, दोपहर के एक बजे तक 36.1 प्रतिशत मतदान हुआ, इससे पहले 11 बजे तक 24.1 प्रतिशत मतदान हुआ और सुबह 9 बजे तक 10.22 प्रतिशत वोटिंग दर्ज की गई थी। श्रीनगर में मतदान की रफ्तार बहुत ही धीमी गति से देखने को मिली, खबरों के अनुसार पहले दो घंटों में 5% से भी कम वोटिंग हुई थी। अधिकारियों ने बताया कि मतदान केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ। दूसरे चरण में कश्मीर घाटी की 15 विधानसभा सीटों और जम्मू संभाग की 11 सीटों पर वोटिंग हो रही है। इस चरण में 26 सीटों पर 25.78 लाख वोटर्स, 239 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे।
इस चरण में शामिल ज्यादातर क्षेत्र अलगाववादी गतिविधियों के केंद्र रहे हैं, इसलिए इन इलाकों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इस चरण में शामिल कश्मीर की सीटों में से ज्यादातर में अलगावादियों का असर देखा जाता रहा है। इनमें खनयार, जदीबल, लाल चौक, ईदगाह, हजरतबल आदि शामिल हैं, इसे देखते हुए सभी संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इन इलाकों में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF), जम्मू-कश्मीर पुलिस और अन्य सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। वहीं, चुनाव आयोग भी विधानसभा चुनाव में सुरक्षा पर विशेष ध्यान दे रहा है, EVM की सुरक्षा को लेकर खास निर्देश दिए गए हैं, साथ ही सभी मतदान केंद्रों पर CCTV कैमरे लगाए गए हैं। चुनाव अधिकारियों के अनुसार, पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए सभी मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग सुविधाएं भी है।
जम्मू-कश्मीर की 90 विधानसभा सीटों के लिए तीन चरणों में मतदान हो रहे है। पहले चरण में 24 सीटों के लिए 18 सितंबर को वोटिंग हुई थी। दूसरे चरण में 26 सीटों के लिए आज मतदान हो रहे हैं। बता दें, दूसरे चरण में जम्मू संभाग में गुलाबगढ़, रियासी, श्री माता वैष्णो देवी, कालाकोट-सुंदरबनी, नौशेरा, राजौरी, बुद्धल, थन्नामंडी, सुरनकोट, पुंछ हवेली और मेंढर में वोटिंग की जा रही है। वहीं, कश्मीर के श्रीनगर जिले के निर्वाचन क्षेत्र हजरतबल, खानयार, हब्बाकदल, लाल चौक, चन्नापोरा, जदीबल, सेंट्रल शाल्टेंग और ईदगाह में मतदान हो रहे हैं। बडगाम जिले के खंड बडगाम, बीरवाह, खानसाहिब, चरार-ए-शरीफ और चादूरा में वोटिंग चल रही है। इसके अलावा गांदरबल जिले के दो निर्वाचन क्षेत्रों कंगन और गांदरबल में भी मतदान हो रहे हैं। अंतिम चरण में शेष 40 सीटों के लिए एक अक्टूबर को वोटिंग होगी और चुनावा परिणाम आठ अक्टूबर को मतगणना के बाद घोषित कर दिए जाएंगे।