भारतीय क्रिकेट टीम ने साल 2025 के अपने पहले अंतर्राष्ट्रीय मैच को जीत लिया है। बता दें, टीम इंडिया को अपनी पहली जीत टी-20 मुकाबले में मिली है और यह टीम का इस साल का पहला टी-20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला भी था। इससे पहले टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया में साल के पहले अंतर्राष्ट्रीय मैच (टेस्ट मैच) में हार का सामना करना पड़ा था। भारत ने मात्र 12.5 ओवरों में ही इंग्लैंड को 7 विकेट के बड़े अंतर से हराकर सीरीज का पहला मुकाबला अपने नाम कर लिया है। इस जीत के साथ ही भारतीय टीम ने सीरीज में 1-0 की बढ़त भी बना ली है। बता दें, 133 रन के लक्ष्य को भारतीय टीम ने मेहज 12.5 ओवर में हासिल कर लिया। यह टी-20 अंतरराष्ट्रीय में 130 से ज्यादा रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की सबसे कम ओवरों में जीत है। टीम इंडिया ने इस मामले में अपना ही 4 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया। दरअसल, इससे पहले टी-20 अंतरराष्ट्रीय में 130 से ज्यादा रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत के सबसे कम ओवर में चेज का रिकॉर्ड 15.2 ओवर का था। भारत ने ऐसा साल 2021 में नामीबिया के खिलाफ किया था। वहीं, साल 2024 में टीम इंडिया ने जिम्बाब्वे के खिलाफ भी 15.2 ओवर में 130 से ज्यादा रन के लक्ष्य का पीछा किया था। इंग्लैंड के खिलाफ कोलकाता टी-20 में भारत ने इन सभी रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया।
इंग्लैंड ने टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी की थी। मेहमान टीम इंग्लैंड ने कप्तान जोस बटलर की अर्द्धशतकीय पारी के दम पर 132 रन बनाए थे। जोस बटलर ने टीम के लिए 44 गेंदों में 68 रनों का योगदान दिया, जिसकी बदौलत इंग्लैंड की टीम 132 रन बना सकी। वहीं, भारत की ओर से गेंदबाजी करते हुए वरुण चक्रवर्ती ने तीन, अक्षर पटेल - हार्दिक पांड्या और अर्शदीप सिंह ने दो-दो विकेट हासिल किए। इस मैच में अर्शदीप सिंह और हार्दिक पांड्या ने भी खास उपलब्धि हासिल की। अर्शदीप टी20 अंतरराष्ट्रीय में भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए। उनके नाम 97 विकेट हैं। अर्शदीप ने चहल को पीछे छोड़ा। चहल के नाम 96 विकेट हैं। हार्दिक लिस्ट में तीसरे नंबर पर पहुंच गए, उनके नाम 91 और भुवनेश्वर कुमार के नाम 90 विकेट हैं।
इंग्लिश टीम के 132 रन के जवाब में भारत ने अभिषेक शर्मा की विस्फोटक पारी की बदौलत जीत हासिल की। अभिषेक ने 20 गेंदों में ही अर्धशतक जड़ा, जो कि टी-20 में किसी भारतीय खिलाड़ी द्वारा भारतीय मैदान पर तीसरा सबसे तेज अर्धशतक है। अभिषेक ने 34 गेंद में पांच चौके और आठ छक्के की मदद से 79 रन की पारी खेली। वहीं, टीम के लिए संजू सैमसन ने 26 रन, तिलक वर्मा 19 रन और हार्दिक पांड्या तीन रन बनाकर नाबाद रहे। सीरीज का अगला टी-20 मैच 25 जनवरी को चेन्नई में खेला जाएगा। भारत के खिलाफ पहले मुकाबले में ही मिली शर्मनाक हार को झेलना कितना मुश्किल था ये कप्तान जोस बटलर के बयान से साफ पता लगाया जा सकता है, बटलर ने मैच के बाद कहा की मैंने सोचा था की हमारी टीम भारत के मुकाबले आक्रामक है, लेकिन वो हमारे मुकाबले कुछ ज्यादा ही आक्रामक दिखें।
डोनाल्ड ट्रंप ने हाल में ही अपने में अमेरिका के राष्ट्रपति की कुर्सी सँभालने के बाद 43 लाख करोड़ रुपये के एक बड़े निवेश की घोषणा की है। अब इस निवेश को लेकर ट्रंप के दो खास दिग्गज आपस में भिड़ गए हैं। दरअसल हुआ कुछ ऐसा की अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कुर्सी संभालने के तुरंत बाद आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) पर अमेरिका का प्रभुत्व स्थापित करने के लिए बड़ा ऐलान कर दिया और यही वो मुख्य कारण है जिसपर दोनों दिग्गज आपस में भिड़ते नजर आ रहे हैं। आपको बता दें, दोनों ही 43 लाख करोड़ रुपये की इस योजना पर अपना एका अधिकार जमाना चाहते हैं और इसी को लेकर दोनों के बीच आपसी जुबानी जंग शुरू हो गई है। यह विवाद तब शुरू हुआ जब स्टारगेट आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट की घोषणा की गई, जिसे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन प्राप्त है। दरअसल, डोनाल्ड ट्रंप ने इस नई योजना का एलान AI के विकास को लेकर किया है और माना जा रहा है कि यह IT के क्षेत्र में अब तक की सबसे बड़ी परियोजना होगी। ट्रंप की इस योजना के अनुसार AI के विकास के लिए देश में इन्फ्रा तैयार करना और पूरी दुनिया में अमेरिका की धाक जमाना है।
एलन मस्क ने स्टारगेट आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट को लेकर OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन पर निशाना साधा है। टेस्ला और SpaceX के CEO एलोन मस्क ने ऑल्टमैन पर निशाना साधते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट किया कि उनकी कंपनी के पास वास्तव में पैसे नहीं हैं, सॉफ्टबैंक के पास 10 अरब डॉलर से भी कम का सुरक्षित निवेश है और मुझे इसकी पक्की जानकारी है। मस्क के जवाब में OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन ने प्रोजेक्ट स्टारगेट का बचाव करते हुए मस्क के बयान को गलत बताया। ऑल्टमैन ने इस बात पर भी जोर दिया कि इस परियोजना पर काम पहले ही शुरू हो चुका है और आपको जो पता है वह निश्चित रूप से गलत है। आपको बता दें कि इससे पहले OpenAI की ओर से कहा गया था कि वे तुरंत इस योजना में 100 अरब डॉर का निवेश करेंगे और इस प्रोजेक्ट को SoftBank, OpenAI, Oracle और MGX की ओर से फंड मिलेगा। योजना में SoftBank को फाइनेंसियल जिम्मेदारी दी गई है तो OpenAI को इसके ऑपरेशन का जिम्मा मिला है और मासायोशी सोन इसके चेयरमैन होंगे। दरअसल, ट्रंप ने अपने नए निवेश की घोषणा के बाद सैम ऑल्टमैन को ही इस प्रोजेक्ट का कर्ताधर्ता बना दिया, जिसका लक्ष्य अगले चार वर्षों में अमेरिका में AI इंफ्रास्ट्रक्चर में 500 अरब डॉलर का निवेश करना है। ट्रंप के इस महत्वकांशी योजना में SoftBank, Oracle और MGX भी साझेदार हैं।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस एक ऐसा नाम जिसे इतिहास में अनदेखा करने की कोशिशें बार-बार हुईं, लेकिन उनके चाहने वालों ने हमेशा उन्हें अपने दिलों में जगह दी। 23 जनवरी 1897 को कटक में जन्मे नेताजी को भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के सबसे करिश्माई और साहसी नायकों में गिना जाता है। उनकी 128वीं जयंती पर पूरा देश उन्हें "पराक्रम दिवस" के रूप में याद कर रहा है। नेताजी की कहानी महज एक स्वतंत्रता सेनानी की नहीं, बल्कि उस योद्धा की है, जिसने ब्रिटिश साम्राज्य की नींव हिलाने के लिए अपनी जान तक दांव पर लगा दी। वह भारत की आजादी के लिए हर उस ताकत से हाथ मिलाने को तैयार थे, जो ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ थी।
सुभाष चंद्र बोस ने पढ़ाई में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर 1919 में इंडियन सिविल सर्विस (ICS) की परीक्षा में चौथा स्थान प्राप्त किया। यह उनके पिता का सपना था कि बेटा कलेक्टर बने, लेकिन सुभाष बाबू के मन में देशभक्ति का जोश उफान मार रहा था। उन्हें एहसास हुआ कि अंग्रेजी हुकूमत के अधीन रहकर अपने देशवासियों के लिए कुछ करना संभव नहीं। उन्होंने नौकरी को ठोकर मारते हुए 1921 में इस्तीफा दे दिया। उनका कहना था, "जीवन का उद्देश्य केवल नौकरी नहीं, मातृभूमि की सेवा है।" नेताजी के जीवन पर चितरंजन दास का बड़ा प्रभाव पड़ा। उन्होंने नेताजी की प्रतिभा को पहचाना और उन्हें बंगाल कांग्रेस की प्रांतीय कमेटी का प्रभारी बना दिया। नेताजी ने अपनी मेहनत, साहस और दूरदर्शिता से न केवल बंगाल बल्कि पूरे देश में पहचान बनाई। 1920 के दशक में नेताजी ने कांग्रेस में युवाओं का नेतृत्व किया। उनकी लोकप्रियता बढ़ती गई, जिससे ब्रिटिश सरकार घबरा गई। 1925 में उन्हें गिरफ्तार कर बर्मा की मांडले जेल भेज दिया गया। लेकिन यह कैद उनके जोश को तोड़ नहीं सकी। जेल से रिहा होते ही 1927 में उन्हें कांग्रेस का राष्ट्रीय सचिव बना दिया गया। नेताजी और जवाहरलाल नेहरू के बीच गहरी मित्रता थी। दोनों आधुनिक विचारों के समर्थक और साहसी नेता थे। हालांकि, 1939 की त्रिपुरी कांग्रेस में जब सुभाष चंद्र बोस अध्यक्ष चुने गए, तो गांधीजी और कांग्रेस के अन्य नेताओं से उनका टकराव खुलकर सामने आया। गांधीजी का समर्थन न मिलने के बावजूद नेताजी ने अपनी नीति और विचारधारा से लाखों भारतीयों का दिल जीता। नेताजी का सबसे बड़ा योगदान "आजाद हिंद फौज" का गठन था। इस सेना ने ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ सीधे युद्ध छेड़ा। नेताजी ने "तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा" का नारा देकर भारतीयों के दिलों में स्वतंत्रता की लौ जला दी। उनकी रणनीति और वीरता ने अंग्रेजों को सोचने पर मजबूर कर दिया। 18 अगस्त 1945 को नेताजी की मौत एक विमान दुर्घटना में बताई गई। लेकिन यह कहानी हमेशा संदेह के घेरे में रही। भारत सरकार ने आज तक नेताजी की मौत के रहस्य से पर्दा उठाने की ठोस कोशिश नहीं की। नेताजी के जीवन और मृत्यु पर उठे सवाल उनकी महानता और संघर्ष को और भी रहस्यमयी और प्रेरणादायक बनाते हैं। नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जिंदगी हमें सिखाती है कि साहस, दृढ़ संकल्प और बलिदान के बिना कोई भी लक्ष्य हासिल नहीं किया जा सकता। उनकी कहानी सिर्फ इतिहास नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा है। आज जब हम "पराक्रम दिवस" मना रहे हैं, तो यह हमारा कर्तव्य है कि नेताजी के बलिदान और उनके विचारों को याद रखें। नेताजी न केवल स्वतंत्रता संग्राम के नायक थे, बल्कि एक सच्चे राष्ट्रभक्त भी थे, जिन्होंने अपने जीवन का हर पल देश के लिए समर्पित कर दिया।
बिहार के बाहुबली और पूर्व विधायक रहे अनंत सिंह एक बार फिर से सुर्खियों में हैं। बता दें, बीते दिन नौरंगा गांव में अनंत सिंह के समर्थकों और मुखिया उर्मिला सिन्हा के बेटे, गैंगस्टर सोनू-मोनू के बीच कई राउंड फायरिंग हुई। इस दौरान अनंत सिंह घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर मौजूद थे। फायरिंग के बाद से पूरे इलाके में सनसनी फैली हुई है और मामले का संज्ञान लेते हुए पुलिस लगातार इलाके में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए कैंप कर रही है। इस पूरी घटना पर ग्रामीए एसपी विक्रम सिहाग का कहना है कि हालात फिलहाल नियंत्रण में हैं। पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार मौके पर से पिस्टल और कट्टा बरामद किए गए हैं। बता दें, इस मामले में अब-तक कुल तीन प्राथमिकी दर्ज की गई है, लोगों से पूछताछ चल रही हैै और मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है। इस घटना के बाद आज पूर्व विधायक अनंत सिंह मीडिया के सामने आएं और उन्होंने सरकार-प्रशासन से सोनू-मोनू पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि दोनों ने इलाके में आतंक मचा रखा है, मैं कल वहां केवल समझाने गया था लेकिन दोनों ही गोलीबारी कर फरार हो गए। वहीं, सोनू-मोनू की मां और वर्तमान मुखिया ने अनंत सिंह और उनके समर्थकों पर चुनावी रंजिश में गोलीबारी करने का आरोप लगाया है।
बिहार के मोकामा में हुई गोलीबारी की घटना ने राजनीतिक और आपराधिक तनाव को भड़का दिया है। बाहुबली अनंत सिंह और सोनू-मोनू गैंग के बीच चल रहे विवाद ने गैंगवार का रूप ले लिया और अब दोनों ही पक्ष एक-दूसरे पर संगीन आरोप लगा रहे हैं। सोनू-मोनू के पिता प्रमोद कुमार ने पूरी घटना को बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि मेरे घर पर पूर्व विधायक के समर्थकों द्वारा गोलीबारी की गई है। मेरे परिवार ने पूर्व विधायक अनंत सिंह का कुछ बिगाड़ा नहीं फिर क्यों गोलीबारी हुई यह मेरे समझ नहीं आ रहा है। घर में मेरी पत्नी व मुखिया उर्मिला सिन्हा और दोनों पोते थे। मेरी पत्नी ने जानकारी दी कि पूर्व विधायक अपने समर्थकों के साथ घर पर आए थे। पत्नी उनका स्वागत करने की सोच ही रही थी कि अचानक गोलीबारी होने लगी। पहली गोली हवा में चलाई गई और फिर दूसरी गोली उन्हें जान से मारने की नीयत चलाई गई। मेरी पत्नी किसी तरह वहां से पोते को लेकर भाग निकली। किसी तरह भगवान की दया से मेरे परिवार की जान बच गई। घटना के पीछे का कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि जब अनंत सिंह की सदस्यता चली गई थी, तब उसके बाद उपचुनाव में उनकी पत्नी राजद से प्रत्याशी बनी और मेरा परिवार उस समय NDA के प्रत्याशी को समर्थन दे रहा था। उस समय की बात से ही पूर्व विधायक खुन्नस खाए बैठे थे कि हमलोगों ने क्यों चुनाव में उनका साथ नहीं दिया। वो चाहते हैं कि हमलोग उनके लिए हथियार उठा लें और उनका समर्थन करें और ऐसा नहीं करने पर ही चुनावी रंजिश में हमलोगों के घर पर गोलीबारी की गई। वहीं वर्तमान मुखिया उर्मिला सिन्हा ने भी अनंत सिंह और उनके सहयोगियों पर गोलीबारी करने का आरोप लगाया।
फायरिंग की घटना पर अपना पक्ष रखते हुए पूर्व विधायक अनंत सिंह ने कहा कि बुधवार, 22 जनवरी को 10 से 15 लोग मेरे पास न्याय की गुहार लेकर आए थे। मैंने पूछा आपलोग क्यों आए हैं, तो उन्होंने बताया कि उनके घर में सोनू-मोनू ने ताला लगा दिया है और घर से भगा दिया, साथ ही 10 हजार रुपये की मांग रखी है। इसके बाद मैंने पीड़ित परिवार को थाने जाकर डीएसपी साहब से मिलने की सलाह दी। यह लोग पुलिस के पास गए, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ तो मैं इन लोगों के साथ गया और इनके घरों का ताला खुलवा दिया। ग्रामीणों की अपील पर मैंने सोनू-मोनू के घर जाकर उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन दोनों मुझे देखते ही भागने लगे और फायरिंग करने लगे। वहीं, इस पूरी घटना पर बोलते हुए सोनू-मोनू ने कहा की इसकी शुरुआत उस समय हुई, जब मेरे घर पर गोलीबारी हुई। सोनू का आरोप है कि अनंत सिंह के समर्थकों ने उनके घर पर अंधाधुंध फायरिंग की। सोनू ने चेतावनी भरे शब्दों में कहा कि अब शास्त्र और शस्त्र की परिभाषा हम उनको समझाएंगे। सोनू ने कहा कि अनंत सिंह और उनके लोगों ने हमारे घर पर हमला किया, गोली चलाई और इसके बाद हमारे गांव के लोगों ने रिएक्ट किया। सोनू ने कहा की अनंत सिंह से हमारा क्या मुकाबला है? वो विधायक रहे हैं, हमने कोई गोली नहीं चलाई। अनंत सिंह राजनीतिक रंजिश पाले हुए हैं और ऐसे लोगों की जगह जेल है।
आज जब Chatgpt के बंद होने का घंटा बजा, तो ऐसा लगा जैसे डिजिटल क्रिएटर्स में दुःख का हुजूम टूट पड़ा हो। Chatgpt ग्लोबली शट डाउन हो गया है। इमेजिन करिये कि आपका काम एक सॉफ्टवेयर के भरोसे होता है मौजूदा समय ये चैटबॉट बड़े पैमाने पर रुकावटों का सामना कर रहा है, जिससे उपयोगकर्ताओं को बातचीत में शामिल होने या उनके चैट इतिहास तक पहुंचने में काफी परेशानी आ रही है। एआई चैटबॉट चैटजीपीटी Widespread Service Disruptions का सामना कर रहा है, जिससे लाखों उपयोगकर्ता प्लेटफॉर्म तक पहुंचने में असमर्थ हो गए है। जितने भी यूजर है वो बफरिंग और लोडिंग जैसे प्रॉब्लम का सामना करने की रिपोर्ट कर रहे हैं। ऐसा लग रहा है कि यह आउटेज ग्लोबल लेवल पर उपयोगकर्ताओं को प्रभावित कर रहा है, विभिन्न क्षेत्रों से रिपोर्टें सामने आ रही हैं। इंट्रप्शन का कारण फिलहाल Unknown है, लेकिन सर्वर लोडिंग, टेक्निकल इंट्रप्शन या Planned Maintenance Activities होने की संभावना है। ChatGPT की कंपनी OpenAI ने अभी तक आउटेज के संबंध में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। लेकिन कुछ देर में ऑफिसियल स्टेटमेंट आने की सभावना है। इस आउटेज से Users की एक पूरी पीढ़ी ही टेंशन में नज़र आ रही है। इससे काफी डिजिटल क्रिएटर्स के करियर प्रभावित होने की संभावना है, जिसमें छात्र, रिसर्चर, प्रोफेशनल्स, कॉर्पोरेट एम्प्लोयी और कंटेंट क्रिएटर को बड़ा धक्का लगा है।
एक यूजर ने ट्वीट किया, “चैटजीपीटी डाउन है। कन्फर्म नहीं हैं कि अब क्या करना है। एक अन्य यूजर ने मजाक में ट्वीट किया, "चैटजीपीटी डाउन है और मुझे लगने लगा है कि रोबोट तख्तापलट कर रहे हैं।" एक तीसरे यूजर ने बस ट्वीट किया, "एक्स पर आने वाला हर डेवलपर की आज लंका लगने वाली है , क्योंकि चैटजीपीटी तो डाउन है।" ये दर्शाता है कि जो लोग इसपर निर्भर है वो अब काफी टेंशन का पल महसूस कर रहे है।
सर्वर ओवरलोड होने से Chatgpt का सर्वर डाउन है, कॉरपोरेट Developer के जितने भी यूजर्स है उनकी मांग है कि इसे जल्दी ठीक किया जाए हालांकि इसकी डिमांड चैटजीपीटी के सर्वर पर दबाव डाल सकती है, जिससे मंदी और अंततः सेवा में रुकावट आ सकती है। इसके अलावा सॉफ़्टवेयर बग, हार्डवेयर क्रैश या अंदरूनी बुनियादी ढाँचे की समस्याएँ सामान्य संचालन को बाधित कर सकती हैं। OpenAI के सिस्टम पर नियोजित या अनियोजित रखरखाव गतिविधियाँ अस्थायी रूप से सेवा को बाधित कर सकती हैं। चैटजीपीटी जिन सेवाओं पर निर्भर है, जैसे क्लाउड इनपर काफी लोडिंग से ये हो सकता है । इस रुकावट ने कई व्यक्तियों और प्रोफेशनल्स के काम को बाधित कर दिया है अब देखना ये है कि आगे क्या क्या होता है इस A.I के चक्कर में ।