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Breaking News 22 November 2025

1 ) Trump–Mamdani आमने-सामने: किस बात ने दुश्मनी को दोस्ती में बदल दिया?

वॉशिंगटन के व्हाइट हाउस में आज अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और न्यूयॉर्क के मेयर इलेक्ट ज़ोहरान ममदानी आमने सामने आए , कहते हैं राजनीति में कोई स्थायी दुश्मन नहीं होता। लेकिन राष्ट्रपति ट्रंप ने आज इसे लाइव डेमो की तरह दिखा दिया। चुनाव के दौरान ट्रंप ने कहा था “ममदानी एक कम्युनिस्ट है। वो न्यूयॉर्क को बर्बाद कर देगा।” और आज? व्हाइट हाउस में खुलकर हँसते हुए उन्होंने कहा “वो बेहद समझदार इंसान है।” “हमारी सहमति मेरी उम्मीद से कहीं ज़्यादा निकली।” “मैं उसकी मदद करने की उम्मीद रखता हूँ, नुकसान पहुँचाने की नहीं।” मतलब पाँच महीने पहले जिस नेता को अमेरिका का “खतरा” बताया जा रहा था… आज वही नेता व्हाइट हाउस की मेज पर बैठा ट्रंप के साथ कई बातों पर सहमति बना रहा था। अब बात करते हैं ममदानी की। ये वही नेता हैं जिन्होंने ट्रंप को “fascist” कहा था। आज जब पत्रकार ने वही बात उठाई, तो कमरे में एक सेकंड की चुप्पी छा गई। ममदानी ने शब्दों को तौलकर जवाब दिया “हमारी असहमति राजनीतिक है, व्यक्तिगत नहीं।” ट्रंप हँसे।  बैठक में जिन मुद्दों पर बात हुई, वो न्यूयॉर्क के हर कोने को छूते हैं पहले बात हुई  हाउसिंग और रेंट पर शहर इतना महँगा हो चुका कि आम लोग ब्रुकलिन छोड़कर ब्रॉन्क्स जाते हैं, और ब्रॉन्क्स छोड़कर न्यू जर्सी भागते हैं। ममदानी का एजेंडा साफ़ अफोर्डेबल हाउसिंग, रेंट स्टेबलाइज़ेशन, और कीमतों को नियंत्रण में रखने के लिए सिटी-रन ग्रॉसरी स्टोर्स तक ट्रंप ने यहाँ surprisingly हामी भरी। यहीं से बातचीत नरम हुई फिर बात हुई  महंगाई पर न्यूयॉर्क में groceries की कीमतें आसमान पर हैं। ट्रंप और ममदानी दोनों ने स्वीकार किया कि यह समस्या राजनीति से बड़ी है और पार्टियों के झंडों से परे है। फिर बात हुई Public Safety ko lekar  याद रखिए ममदानी एक प्रोग्रेसिव नेता हैं। ट्रंप “कानून और व्यवस्था” का ब्रांड हैं। इसीलिए उम्मीद थी कि यहाँ खूब झड़ेंगे। लेकिन उल्टा हुआ। ममदानी ने संकेत दिया कि वो अभी की NYPD कमिश्नर को पद पर बनाए रखेंगे। ट्रंप ने कहा“Good. We need safety.” दोनों के बीच कड़वाहट की जगह कॉमन ग्राउंड निकला ये शायद आज की सबसे चौंकाने वाली घटना थी। फिर बात हुई Immigration की …न्यूयॉर्क पर migrants का बड़ा दबाव है। ट्रंप हमेशा सख़्त लाइन लेते हैं। ममदानी migrants के अधिकारों के लिए खड़े होते हैं इसके बाद Antisemitism और Jewish community की सुरक्षा
पर चर्चा हुई , राजनीतिक बयानबाज़ी के बीच न्यूयॉर्क की यह कम्युनिटी सबसे अधिक संवेदनशील है। ट्रंप ने आज साफ़ कहा “He’s not a jihadist. Stop calling him that.” यह वक्तव्य अपने आप में headline है। यही वो चीज़ है जिसने आज की बातचीत का टोन बदल दिया। तो आखिर  दोनों को इस मुलाक़ात से क्या मिला? ट्रंप ने दिखाया कि वो सिर्फ़ दाएँ पंथ का नेता नहीं बल्कि ऐसा राष्ट्रपति हैं जो विरोधी विचारधारा के नेता के साथ भी काम कर सकते हैं। इससे उनकी moderate इमेज मज़बूत होती है। न्ययॉर्क जैसे लिबरल स्टेट में ट्रंप अपने लिए थोड़ी जमीन तैयार करते हैं। उन्होंने अपने विरोधियों को मैसेज दिया “मैं सिर्फ़ विरोध करने वाला नेता नहीं, काम निकालने वाला नेता हूँ।” व्हाइट हाउस से हरी झंडी मतलब फंडिंग पॉलिसी सपोर्ट
इन्फ्रास्ट्रक्चर और शहर की बड़ी योजनाओं के लिए दरवाज़े खुलने की संभावना। आगे क्या? गठजोड़ पक्का या बस आज की फोटो? अब असली सवाल यही है क्या यह साझेदारी टिकेगी? ये तो खुद व्हाइट हाउस ही अंदरूनी खबरें ही बताएंगी ऐसे ही लेटेस्ट खबरों को देखने के लिए सब्सक्राइब करें ग्रेट पोस्ट न्यूज़।

 

2 ) दुबई एयर शो में तेजस क्रैश: प्रदर्शन अचानक त्रासदी में बदला

दुबई एयर शो 2025 में भारत का स्वदेशी लड़ाकू विमान HAL Tejas शुक्रवार दोपहर एक डेमो फ्लाइट के दौरान हादसे का शिकार हो गया। यह दुर्घटना स्थानीय समयानुसार लगभग 2:10 बजे अल मक्तूम इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर हुई, जहाँ तेजस शानदार एरोबेटिक्स दिखा रहा था। चंद सेकंड पहले तक आसमान में घूमता यह भारतीय जेट अचानक नीचे आया, तेज रफ्तार में रनवे के किनारे टकराया और आग की लपटों में तब्दील हो गया। भारतीय वायुसेना ने तुरंत पुष्टि की कि दुर्घटनाग्रस्त विमान को उड़ा रहे विंग कमांडर नमांश स्याल की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। उनकी मृत्यु को “घातक चोटें” कारण बताया गया। पायलट अकेले विमान में मौजूद थे और किसी अन्य नागरिक या तकनीकी स्टाफ के घायल होने की खबर नहीं आई है।

प्रारम्भिक विश्लेषण में एक अहम शक सामने आया है शायद विमान तेज़ मैन्युवरिंग के दौरान उत्पन्न उच्च G-फोर्स में फँस गया, जिससे पायलट को ब्लैकआउट हुआ होगा और वे नियंत्रण नहीं संभाल पाए। रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि एयर शो में उड़ानें सामान्य ऑपरेशनल उड़ानों से कहीं ज्यादा जोखिम भरी होती हैं, क्योंकि पायलट विमान को उसकी सीमाओं तक ले जाकर दिखाते हैं। हालांकि, अभी आधिकारिक कारण की पुष्टि नहीं हुई है। भारतीय वायुसेना ने पूरी घटना की कोर्ट ऑफ इनक्वायरी शुरू कर दी है।

तेजस की यह उड़ान भारत के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण थी। UAE जैसे देशों में हो रहे एयर शो में तेजस को प्रदर्शित करना सिर्फ तकनीकी प्रदर्शन भर नहीं, बल्कि वैश्विक रक्षा बाजार में इसकी क्षमता दिखाने की कवायद भी था। लेकिन इस हादसे ने पूरे आयोजन को स्तब्ध कर दिया और भारतीय दल के लिए गर्व का क्षण एक गहरे शोक में बदल गया।

दुर्घटना के बाद क्षेत्र को तुरंत घेर लिया गया, आग पर काबू पाया गया और मलबे की फोरेंसिक जांच शुरू हो चुकी है। वायुसेना ने कहा है कि प्रारंभिक रिपोर्ट आने में कुछ दिन लगेंगे और तब ही यह स्पष्ट होगा कि यह तकनीकी विफलता थी, मानव-त्रुटि थी या किसी बाहरी कारक की वजह से हादसा हुआ।

फिलहाल, पूरा देश अपने शहीद पायलट को श्रद्धांजलि दे रहा है एक ऐसा योद्धा, जिसने देश का झंडा विदेश में ऊंचा ले जाने की कोशिश में अपनी जान गंवा दी। ऐसे ही खबरों के लिए सब्सक्राइब करें ग्रेट पोस्ट न्यूज़।

 

3.) ब्राज़ील में सियासी भूचाल: पूर्व राष्ट्रपति बोल्सोनारो गिरफ्तार

ब्राज़ील की राजनीति में शनिवार सुबह बड़ा झटका लगा, जब देश के पूर्व राष्ट्रपति जैर बोल्सोनारो को संघीय पुलिस ने उनके घर से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी उस वक्त हुई, जब उनकी 27 साल से अधिक की जेल सज़ा शुरू होने में कुछ ही दिन बचे थे। सुप्रीम फ़ेडरल कोर्ट (STF) के आदेश पर हुई इस कार्रवाई को ब्राज़ील की राजनीति में “ऐतिहासिक मोड़” माना जा रहा है। पुलिस के मुताबिक यह गिरफ्तारी “प्रिवेंटिव” यानी एहतियाती है अदालत का मानना है कि बोल्सोनारो अपने खिलाफ चल रही न्यायिक प्रक्रिया को प्रभावित कर सकते थे, इसलिए उन्हें हिरासत में लेना ज़रूरी था।

बोल्सोनारो को STF ने 11 सितंबर 2025 को दोषी ठहराया था कि उन्होंने 2022 के चुनाव हारने के बाद देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया को पलटने की साजिश रची। इसी मामले में अदालत ने उन्हें 27 साल 3 महीने की सज़ा सुनाई थी। सज़ा का औपचारिक अनुपालन जल्द शुरू होना था, ऐसे में गिरफ्तारी का टाइमिंग ब्राज़ील की राजनीति में नए सवाल खड़े कर रहा है। कई रिपोर्ट्स यह भी बताती हैं कि गिरफ्तारी से पहले वे करीब 100 दिनों से “नज़रबंदी” जैसी स्थिति में थे, और इसी आधार पर उन्होंने कोर्ट से ‘हाउस अरेस्ट’ की भी मांग की थी, लेकिन अदालत ने इसे मंज़ूर नहीं किया। गिरफ्तारी शनिवार सुबह लगभग 6 बजे की गई, जब संघीय पुलिस का काफिला उनके ब्राज़ीलिया स्थित आवास पहुंचा। पुलिस ने STF का आदेश दिखाते हुए उन्हें हिरासत में लिया और बाद में मेडिकल जांच के लिए एक सुरक्षा केंद्र में ले जाया गया। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि उन्हें तुरन्त किसी जेल में शिफ्ट किया जाएगा या प्रक्रिया कोर्ट के अगले निर्देश तक गिरफ्तारी-निगरानी के रूप में ही चलेगी। यह गिरफ़्तारी कई वजहों से महत्वपूर्ण है। पहली ब्राज़ील के आधुनिक इतिहास में पहली बार किसी पूर्व राष्ट्रपति को इतने लंबे कारावास के लिए दोषी ठहराया गया और उसके बाद सीधे पुलिस कार्रवाई हुई। दूसरी यह मामला सीधे ब्राज़ील की लोकतंत्र व्यवस्था और 2022 के चुनाव परिणामों से जुड़ा है, जिसे बोल्सोनारो ने सार्वजनिक तौर पर पहले ही विवादित बताया था। तीसरी उनके समर्थकों का बड़ा हिस्सा इस गिरफ्तारी को “राजनीतिक प्रतिशोध” बता रहा है, जबकि अदालत ने साफ कहा है कि कार्रवाई “देश की संस्थाओं की सुरक्षा” के लिए है। कुल मिलाकर, बोल्सोनारो की गिरफ्तारी सिर्फ एक कानूनी घटना नहीं, बल्कि ब्राज़ील की सियासत में एक ऐसा मोड़ है जो आने वाले महीनों में देश की राजनीति, समाज और चुनावी माहौल को गहरे तौर पर प्रभावित करेगा। ऐसे ही देश दुनिया की खबरों को देखने के लिए सब्सक्राइब करें ग्रेट पोस्ट न्यूज़।