अश्विन-जडेजा ने बचा ली टीम की लाज
भारत ने चेन्नई में खेले जा रहे टेस्ट सीरीज के पहले मैच के दूसरे ही दिन स्टंप्स तक बांग्लादेश पर पूरी तरह से अपना शिकंजा कस लिया है। दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक भारत के पास बांग्लादेश के ऊपर 308 रनों की बढ़त है, शुभमन गिल 33 तो ऋषभ पंत 12 रन बनाकर नाबाद रहें। भारत ने दूसरे दिन 3 विकेट के नुकासन पर 81 रन बना लिए हैं, टीम ने दूसरी पारी में रोहित शर्मा, यशस्वी जायसवाल और विराट कोहली के विकेट गंवा दिए हैं। आपको बता दें, इससे पहले, दूसरे दिन 339/6 के स्कोर से आगे खेलने उतरी भारतीय टीम अपने पहले दिन के स्कोर में सिर्फ 37 रन जोड़ पाई और 376 रनों पर ऑल-आउट हो गई। रवींद्र जडेजा दूसरे दिन शतक से चूक गए और 86 रन की शानदार पारी खेल कर आउट हुए। वहीं, अश्विन 113 रन बनाकर पवेलियन लौटे। हालांकि, इन दोनों ने आउट होने से पहले अपना काम कर दिया था। भारत ने 144 रन पर ही अपने छह विकेट गवां दिए थे, जिसके बाद दूसरे दिन अश्विन और जडेजा के बीच शानदार 199 रन की साझेदारी की बदौलत भारतीय टीम ने 376 रनों का टारगेट सेट कर मैच में अपनी वापसी की।
मैच के दूसरे दिन ही घुटनों पर आ गया बांग्लादेश
भारतीय पारी के जवाब में बांग्लादेश की शुरुआत खराब रही और भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए बांग्लादेश की पूरी टीम को सिर्फ 149 रनों पर समेट दिया। बता दें, मैच के दूसरे दिन भारत के गेंदबाजों ने कमाल की गेंदबाजी की, तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह 4 विकेट लेने में सफल रहे, इसके अलावा जडेजा, आकाशदीप और सिराज 2-2 विकेट लेने में सफल रहे। बांग्लादेश की ओर से सबसे ज्यादा 32 रन शाकिब अल हसन ने बनाए। शादमान इस्लाम पहले ही ओवर में बुमराह का शिकार बने और आकाश दीप ने लगातार गेंदों पर दो विकेट लेकर बांग्लादेश को 26/3 पर रोक दिया और फिर लंच के बाद सिराज और बुमराह के एक-एक विकेट लेने लेने के बाद मेहमान टीम के हालात और खराब हो गए, जिसके बाद बांग्लादेश का स्कोर 40/5 हो गया। बता दें, दूसरे दिन के खेल में कुल 17 विकेट गिरे हैं। चेन्नई के एम.ए चिदंबरम स्टेडियम, जिसे आमतौर पर चेपॉक स्टेडियम के नाम से जाना जाता है, में पहली बार ऐसा हुआ है जब एक टेस्ट मैच में किसी दिन इतने विकेट गिरे हों। बांग्लादेश के 149 रन पर सीमट जाने के बाद भारत के पास 227 रनों की बढ़त थी, लेकिन टीम इंडिया ने बांग्लादेश को फॉलो-ऑन नहीं दिया और इसी के साथ दूसरे दिन का खेल समाप्त होने बाद भारत का स्कोर 81/3 और भारतीय टीम के पास 308 रनों की कुल बढ़त है।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने झारखंड के साहिबगंज में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राज्य की झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) सरकार और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर जमकर निशाना साधा है। इस दौरान उन्होंने झारखंड सरकार को देश में कांग्रेस के बाद सबसे भ्रष्ट सरकार बताया है। उन्होंने कहा कि आज झारखंड में भाजपा अपनी परिवर्तन यात्रा शुरू कर रही है और उसकी यह यात्रा झारखंड के गांव-गांव तक जाएगी और लोगों के बीच बदलाव का संदेश देगी। भाजपा अपनी परिवर्तन यात्रा में भ्रष्ट सरकार को हटाने और भ्रष्टाचार रोकने वाली सरकार लाने का संदेश देगी।
गृहमंत्री ने पूछा धीरज साहू के घर से मिले पैसे किसके हैं?
राज्य की हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली झारखंड सरकार को भ्रष्ट बताते हुए केंद्रीय गृहमंत्री ने जनसभा में उपस्थित लोगों से पूछा, क्या आप लोगों ने कभी 350 करोड़ रुपये देखे हैं? अगर आप भारतीय जनता पार्टी की वेबसाइट देखें तो आपको वह घटना दिखाई देगी जब कांग्रेस नेता धीरज साहू के घर से 350 करोड़ रुपये बरामद किए गए थे। उन्होंने कहा, मैं हेमंत सोरेन से पूछना चाहता हूं कि क्या ED के छापे में मिली वह राशि धीरज साहू की है? नहीं, यह संथाल के गरीब लोगों और यहाँ के युवाओं का पैसा था, जिसे राज्य की भ्रष्ट सरकार के साथ मिलकर कांग्रेस ने लूटकर अपनी तिजोरी में भरा था।
कौन है JMM, कांग्रेस और RJD के वोट बैंक?
इंडि गठबंधन (JMM-कांग्रेस-RJD) पर निशाना साधते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, घुसपैठिए लालू यादव की पार्टी, JMM और राहुल बाबा की कांग्रेस के वोट बैंक हैं। इंडि गठबंधन वाले अपने वोट बैंक के डर से घुसपैठ नहीं रोकते, क्यूंकि ये घुसपैठियों को नाराज नहीं करना चाहते, इन्हे राज्य के स्थानीय लोगों से ज्यादा अपने वोट बैंक की चिंता है। उन्होंने कहा, हमारे राज्य में, संथाल में, घुसपैठियों की संख्या बढ़ रही है और वो अब आदिवासियों की संख्या से अधिक हैं। नौकरियों के वादे को लेकर गृहमंत्री ने कहा कि हेमंत सोरेन ने हर साल 5 लाख नौकरियां देने का वादा किया था, क्या उन्होंने वह दिया? नहीं दिया, उनकी सरकार का ध्यान लोगों से ज्यादा कैसे ज्यादा से ज्यादा भ्रष्टाचार करें इस पर था।
रैली में गृहमंत्री ने किया बड़ा दावा
साहिबगंज में जनसभा को संबोधित करने के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने संथाल में ब्रिटिश शासन के खिलाफ आवाज उठाने वाले सिद्धू-कान्हू की प्रतिमा पर माल्यापर्ण भी किया। बता दें, वीर सिद्धू-कान्हू ने ही संथाल विद्रोह का नेतृत्व किया था। वहीं, गिरिडीह में रैली को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि झारखंड में JMM के नेतृत्व वाली सरकार ने आदिवासियों, दलितों और महिलाओं के साथ अन्याय किया है। इस बार के विधानसभा चुनाव में भाजपा झारखंड में दो तिहाई बहुमत के साथ सरकार बनाएगी। उन्होंने आगे कहा कि अगर आज घुसपैठ पर रोक नहीं लगी तो 25-30 साल में अवैध अप्रवासी बहुसंख्यक हो जाएंगे। गृहमंत्री अमित शाह ने अपने संबोधन में आगे कहा, केंद्र की NDA सरकार ने बीते 10 साल में झारखंड को 84,000 करोड़ रुपये दिए, प्रधानमंत्री मोदी ने 3.81 लाख करोड़ रुपये राज्य के विभिन्य विकास कार्यों के लिए मंजूर किए। इस दौरान उन्होंने कहा कि खनिज संपदा से भरपूर झारखंड में देश का खजाना भरने की क्षमता है, लेकिन इसके बावजूद यहां के युवा नौकरी के लिए दूसरे राज्यों में जाते हैं।
मेट्रो की चपेट में आने से कटा एक हाथ
राजधानी दिल्ली के पीतमपुरा मेट्रो स्टेशन पर शुक्रवार को 53 साल की एक महिला ने ट्रेन के सामने छलांग लगाकर जान देने की कोशिश की। महिला को कूदते देख ट्रेन संचालक ने ब्रेक लगाने की कोशिश की, लेकिन महिला ट्रेन के चपेट में आ गई, जिसकी वजह से उसका दाहिना हाथ कंधे के पास से कटकर अलग हो गया और उसके सिर में भी गंभीर चोट लगी है। बता दें, हादसे के बाद महिला होश में थी, घटना के बाद वहां अफरा-तफरी मच गई। ट्रेन से उतरने वाले यात्री महिला को देखने के लिए वहां जमाबड़ा लगाने लगे, जिन्हें CISF के जवानों ने वहां से हटाया और मेट्रो कर्मी की मदद से महिला को ट्रेक से बाहर निकाला और फिर उठाकर तत्काल उसे पास के आंबेडकर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां फिलहाल उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। अब इस पूरे मामले की जांच रिठाला मेट्रो स्टेशन थाना पुलिस कर रही है।
महिला क्यों कर रही थी आत्महत्या?
महिला की शिनाख्त हो गई है, वह कराला इलाके में परिवार के साथ रहती है। पुलिस ने महिला के परिवार वालों को घटना की जानकारी दी। पुलिस अधिकारी का कहना है कि महिला अभी बयान देने की हालत में नहीं है, इसलिए आत्महत्या के बारे में कुछ भी कहना संभव नहीं है। पुलिस महिला के परिवार वालों से भी खुदकुशी के प्रयास के कारणों के बारे में जानकारी हासिल कर रही है और जाँच पूरी होने के बाद पुलिस जल्द मामले में घटना के कारणों का खुलासा करेगी।
भारत के माननीय उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ का उनकी पत्नी डॉ. सुदेश धनखड़ के साथ आज दमन पहुंचने पर गर्मजोशी से स्वागत किया गया। स्वागत समारोह का नेतृत्व दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव के माननीय प्रशासक, श्री प्रफुल्ल पटेल जी और दमन और दीव के माननीय संसद सदस्य, श्री उमेशभाई बाबूभाई पटेल जी और वहां उपस्थित अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने किया। आपको बता दें, यह उपराष्ट्रपति की केंद्र शासित प्रदेश की पहली यात्रा है, जिसकी वजह से इसका इस क्षेत्र के लिए बहुत महत्व है। माननीय उपराष्ट्रपति के आगमन पर उन्हें औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया, जो देश के नेतृत्व के लिए इस क्षेत्र के सम्मान और प्रशंसा को उजागर करता है।
सिलवासा में भगवान धन्वंतरि को श्रद्धांजलि दी
अपने यात्रा के दौरान एक कार्यक्रम के हिस्से के रूप में, उपराष्ट्रपति ने सिलवासा, दादरा और नगर हवेली में प्रतिष्ठित NAMO मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट में भगवान धन्वंतरि की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित की, जो पुष्पांजलि चिकित्सा के प्रतिष्ठित देवता के प्रति सम्मान का प्रतीक था। उनकी ये यात्रा चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य देखभाल को आगे बढ़ाने पर संस्थान के फोकस के अनुरूप थी। इस यात्रा ने देश भर में स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देने के लिए श्री धनखड़ की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। इस प्रमुख संस्थान में उनकी उपस्थिति ने भारत में स्वास्थ्य सेवा के भविष्य को आकार देने में आधुनिक चिकित्सा शिक्षा के महत्व को रेखांकित किया।
अपने दौरे पर उपराष्ट्रपति ने छात्रों के साथ बातचीत की
NAMO चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान की अपनी यात्रा के दौरान, श्री जगदीप धनखड़ ने विभिन्न अत्याधुनिक सुविधाओं का दौरा किया जो चिकित्सा प्रशिक्षण और अनुसंधान में संस्थान की उत्कृष्टता में योगदान करती हैं। उन्होंने विभिन्न शैक्षणिक धाराओं के छात्रों के साथ सार्थक बातचीत की और उनकी शैक्षिक यात्राओं के बारे में जानकारी ली। छात्रों के साथ उनकी बातचीत ने देश की युवा पीढ़ी के बौद्धिक और व्यावसायिक विकास को बढ़ावा देने, उन्हें चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में अपनी महत्वाकांक्षाओं को आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करने में उनकी रुचि पर प्रकाश डाला। उपराष्ट्रपति की यात्रा ने छात्रों पर एक कभी न मिटने वाली छाप छोड़ी, जो उनके ज्ञान और प्रोत्साहन के शब्दों से प्रेरित थे।
दमन में छात्रों और पंचायत अधिकारियों से मुलाकात किया
श्री जगदीप धनखड़ ने दमन में पीएम श्री चंद्र शेखर आज़ाद उच्च प्राथमिक विद्यालय का दौरा करने के लिए भी अपना समय निकाला, जहां उन्होंने रिंगनवाड़ा के छात्रों और स्थानीय पंचायत अधिकारियों के साथ बातचीत की। छात्रों के साथ उनकी चर्चा गर्मजोशी और प्रोत्साहन से भरी थी, जिससे उन्हें अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने और देश की प्रगति में योगदान देने के लिए प्रेरणा मिली। पंचायत अधिकारियों के साथ श्री धनखड़ का जुड़ाव जमीनी स्तर पर शासन और विकास में उनकी गहरी रुचि को दर्शाता है और समुदाय के समग्र विकास और कल्याण में स्थानीय निकायों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर देता है।