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Breaking News 2 September 2025

1 ) ICC ने लिया अबतक का सबसे बड़ा फैसला ! 

क्रिकेट के मैदान पर वो दिन आ ही गया, जिसका इंतज़ार सालों से हो रहा था। आईसीसी ने महिला वर्ल्ड कप 2025 के लिए प्राइज मनी में ऐसा झटका दिया है कि क्रिकेट की गली-नुक्कड़ से लेकर बड़े-बड़े बोर्डरूम तक चर्चा छिड़ गई है। कुल इनाम राशि 13.88 मिलियन डॉलर यानी करीब 116 करोड़ रुपये रखी गई है। ज़रा सोचिए 2022 का वर्ल्ड कप, जहाँ पूरा पूल सिर्फ 3.5 मिलियन डॉलर था, वहीं इस बार सिर्फ़ विजेता टीम अकेली 4.48 मिलियन डॉलर यानी 37 करोड़ रुपये लेकर जाएगी। रनर-अप को भी कोई कम रकम नहीं, 2.24 मिलियन डॉलर, और सेमीफ़ाइनल हारने वालों को 1.12 मिलियन-1.12 मिलियन डॉलर। इतना ही नहीं, पाँचवें और छठे स्थान पर आने वाली टीमों को 7-7 लाख डॉलर, सातवें और आठवें स्थान पर रहने वाली टीमों को 2.8-2.8 लाख डॉलर और सबसे नीचे रहने वाली टीमों को भी कम से कम 2.5 लाख डॉलर की गारंटी।

अब यहाँ सबसे दिलचस्प ट्विस्ट है महिला वर्ल्ड कप की यह प्राइज मनी पुरुष वर्ल्ड कप 2023 से भी ज़्यादा हो गई है। पुरुष विजेता को मिला था 4 मिलियन डॉलर, और महिला विजेता अब पाएगी 4.48 मिलियन डॉलर। यानी इतिहास में पहली बार महिलाओं ने पैसों की रेस में पुरुषों को पीछे छोड़ दिया है। यह सिर्फ़ एक स्पोर्ट्स स्टोरी नहीं, बल्कि मानसिकता बदलने का बड़ा सबूत है।

ग्रुप स्टेज का भी मज़ा बढ़ गया है। हर जीत पर टीमों को 34,314 डॉलर का बोनस मिलेगा। मतलब हर रन, हर विकेट और हर कैच की अब डॉलर में कीमत तय है। ये वो दौर है, जब टीम सिर्फ़ वर्ल्ड कप ट्रॉफी के लिए नहीं, बल्कि करोड़ों के लिए भी पसीना बहाएगी। अब ज़रा सोचिए जहाँ पहले महिला क्रिकेट को ‘साइड शो’ समझा जाता था, वहाँ अब वही महिला क्रिकेट दुनिया के सबसे बड़े मंच पर आर्थिक बराबरी का झंडा गाड़ रही है। सवाल अब सिर्फ़ इतना नहीं है कि कौन ट्रॉफी जीतेगा, बल्कि ये भी है कि क्या ये पैसों की बरसात महिला क्रिकेट को वो सम्मान दिला पाएगी, जिसकी वो दशकों से हकदार रही है? क्योंकि मैदान पर असली इम्तहान तब होगा, जब ये चमचमाते डॉलर क्रिकेट के हर दर्शक को यह यक़ीन दिलाएंगे कि महिला क्रिकेट अब सिर्फ़ “देखने की चीज़” नहीं, बल्कि गर्व भी है। और यहाँ खेल सिर्फ़ बल्ले और गेंद का नहीं, बल्कि बराबरी के हक़ का भी है। सब्सक्राइबर करे ग्रेट पोस्ट न्यूज़ और हमसे जुड़े रहे ।

 

2 )The Never-Ending 2011 World Cup Debate

2011 का वर्ल्ड कप… मुंबई का वानखेड़े स्टेडियम… और वो आख़िरी गेंद, जैसे ही धोनी के बल्ले से निकली और नीले आसमान में उड़ती हुई बाउंड्री पार गई पूरा देश जश्न मनाने लगा।  यहीं से शुरू होती है कंट्रोवर्सी । असल बात ये है कि ये विवाद बार-बार क्यों उठता है? एक कारण है फाइनल की आइकॉनिक इमेज बनाम टीम इफ़र्ट का नैरेटिव। धोनी का छक्का ‘पोस्टर’ बन गया, लेकिन गंभीर का 97, युवराज की ऑलराउंड परफ़ॉर्मेंस और बाकी खिलाड़ियों का रोल उतना वायरल नहीं हो सका। दूसरा कारण है हर साल 2 अप्रैल को, या जब भी कोई बड़ा टूर्नामेंट आता है, ये पुराना क्लिप फिर सामने आ जाता है। तीसरा कारण है सोशल मीडिया। फैंस को धोनी vs गंभीर वाला डिवाइड बहुत पसंद है। एक मीम बनता है, दूसरा ट्वीट आता है, और बहस फिर से धधकने लगती है।

 गंभीर ने फाइनल में 97 रन ठोके और पारी को संभाला। वही गंभीर जिन्होंने हमेशा कहा “एक छक्के से वर्ल्ड कप नहीं जीता, वर्ल्ड कप पूरी टीम ने जीता।” उनकी ये लाइन बार-बार हेडलाइन बन जाती है। क्योंकि लोग धोनी के छक्के को ‘फिनिशिंग टच’ कहते हैं, लेकिन गंभीर याद दिलाते हैं युवराज के पूरे टूर्नामेंट की ऑल-राउंड जादूगरी को, ज़हीर की शुरुआती स्पेल को, और अपनी खुद की पारी को, जो मैच की असली नींव थी।

अब इस बहस को ताज़ा मसाला तब मिला, जब सुरेश रैना बोले “छक्का जिताया है, सबको पता है।” रैना ने साफ कहा कि जीत की मुहर तो आखिरकार धोनी के उस छक्के से ही लगी, भले ही रास्ता वहां तक पूरी टीम ने बनाया हो। और उन्होंने युवराज के योगदान की भी तारीफ़ की, यानी रैना ने बैलेंस बनाने की कोशिश की, लेकिन सोशल मीडिया क्या करता है? वो हमेशा कंट्रोवर्सी को ही पकड़ता है। गंभीर का दर्द भी कहीं न कहीं वाजिब है क्योंकि उन्होंने उस दिन भारत को खड़ा किया था। लेकिन धोनी का छक्का वो आख़िरी वार था, जिसने जीत को सील कर दिया। तो सच्चाई शायद ये है कि 2011 वर्ल्ड कप किसी एक शॉट से नहीं, बल्कि पूरी टीम की मेहनत और धोनी के उस आख़िरी सिक्स के कॉम्बिनेशन से जीता गया था। पर बहस का मज़ा तो इसी में है कि हर कोई अपनी-अपनी तरफ़ की कहानी को सच मानता है। 14 साल बाद भी ये छक्का सिर्फ़ बाउंड्री के बाहर नहीं गया था, ये एक बहस की गेंद भी बन चुका है जो हर बार वापस उछलकर आ जाती है। और शायद यही वजह है कि 2011 का वो सिक्स अब सिर्फ़ एक क्रिकेटिंग मोमेंट नहीं, बल्कि भारत के क्रिकेट इतिहास की सबसे बड़ी ‘स्प्लिट-स्क्रीन’ बन चुका है एक तरफ़ टीम इफ़र्ट की दलील, दूसरी तरफ़ धोनी का छक्का। ऐसे ही  बड़ी खबरों के लिए जुड़े रहे ग्रेट पोस्ट न्यूज़ से और सब्सक्राइब करे ।