राज्य के सात जिलों की 24 सीटों पर आज वोटिंग
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए आज सुबह से मतदान शुरू हो गए हैं। बता दें, केंद्र शासित प्रदेश में 10 साल बाद जम्मू-कश्मीर के लोग मुख्यमंत्री चुनने के लिए मतदान कर रहे हैं, जिसके तहत आज पहले चरण में सात जिलों की 24 सीटों पर सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक मतदान किया जाएगा। जम्मू-कश्मीर में कुल 90 सीटें हैं, जिनमें से 47 घाटी में और 43 जम्मू संभाग में हैं। प्रदेश में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए चुनाव आयोग ने जम्मू-कश्मीर में 3 चरणों में मतदान कराने का फैसला किया है। आज जारी पहले चरण के मतदान के बाद दूसरे चरण के लिए 25 सितंबर और तीसरे तथा अंतिम चरण के लिए 1 अक्टूबर को मतदान किया जाएगा। चुनाव के नतीजे 8 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे। आपको बता दें, आज पहले चरण के चुनाव में 35,500 प्रवासी कश्मीरी मतदाता जम्मू, उधमपुर और दिल्ली में स्थापित 24 विशेष मतदान केंद्रों पर अपने वोट डालने जाएंगे।
मतदान को लेकर महिलाओं में दिखा उत्साह
जम्मू-कश्मीर में पहले चरण की वोटिंग सुबह 7 बजे से शुरु हो चुकी है और मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करने के लिए बड़ी संख्या में मतदाता केंद्र पहुंच रहे हैं। विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए किश्तवाड़ विधानसभा क्षेत्र में महिला मतदाता, मतदान केंद्र में वोट देने के लिए बड़ी संख्या में महिलायें पहुँच रहीं हैं। बता दें, किश्तवाड़ विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी ने शगुन परिहार, जेकेएनसी ने सज्जाद अहमद किचलू और पीडीपी ने फिरदौस अहमद टाक को मैदान में उतारा है। इसके अलावा प्रदेश के कई अन्य मतदान केंद्रों पर सुबह से लंबी कतारें लगी हुई हैं। चुनाव के मद्देनजर मतदान केंद्रों पर वेब कास्टिंग कैमरा स्टेशन भी बनाए गए हैं और जिला स्तर के नियंत्रण कक्ष से निगरानी भी की जा रही है। बात दें, नियंत्रण कक्ष से हर मतदान केंद्र पर कड़ी निगरानी की जा रही है और इस बार प्रदेश में बहुत अच्छे मतदान की उम्मीद भी है।
पीएम ने लोगों से की मतदान की अपील
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से वोट करने की अपील की है। प्रधानमंत्री ने अपने सोशल मीडिया हैंडल 'X' के मद्धम से अपील करते हुए कहा, जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के पहले चरण की शुरुआत होने के साथ, आज मैं मतदान करने वाले सभी निर्वाचन क्षेत्रों के लोगों से बड़ी संख्या में मतदान करने और लोकतंत्र के उत्सव को मजबूत करने का आग्रह करता हूं। मैं युवा और पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं से अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने का भी आग्रह करता हूँ। बता दें, अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद से यह प्रदेश में पहला विधानसभा चुनाव है और ऐसे में चुनाव को लेकर चुनाव आयोग और सुरक्षा एजेंसी की तरफ से खास तैयारियां भी की गई हैं, केंद्र शासित प्रदेश की आवाम इन चुनावों लेकर काफी उत्साहित दिख रही है।
माननीय उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने मंगलवार, 17 सितम्बर को नई दिल्ली में 'न्यूज़18 शीशक्ति 2024' में मुख्य अतिथि के रूप में अध्यक्षता की। उपराष्ट्रपति ने 'न्यूज18 शीशक्ति 2024' में महिला उपलब्धियों, सुश्री अवनि लेखारा- पैरालिंपियन, सुश्री नौफ मारवाई- अध्यक्ष, सऊदी योग समिति और सुश्री उषा उथुप- गायिका को सम्मानित किया। अपने संबोधन में उपराष्ट्रपति ने कहा, हमें दृढ़ता से उन विचारों को खारिज करना चाहिए और उनका तिरस्कार करना चाहिए जो कोलकाता के अस्पताल में ड्यूटी के दौरान एक महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या की बर्बरता को कमतर करते हैं। कोई इसे "लक्षणात्मक अस्वस्थता" कहता है! कितनी शर्म की बात है, हम अपनी अंतरात्मा के प्रति जवाबदेह हैं। हमारे दिल से खून बह रहा है और यह मुद्दा प्रायश्चित का है, सुधार की मुद्रा में आने का है। हम इसे और नहीं सेह सकते। (वीडियो लिंक-
महिला सशक्तीकरण पर उपराष्ट्रपति का फोकस
उपराष्ट्रपति ने आगे कहा, महिला सशक्तिकरण दुनिया भर में मानव संसाधनों के लिए अत्यंत समसामयिक प्रासंगिकता का विषय है। उन्होंने कहा, मेरा पालन-पोषण मेरी मां, मेरी नानी, मेरी दादी ने किया है। मुझे उनका ऋण चुकाना है और इसलिए मैं महिला सशक्तिकरण पर अपना विनम्र योगदान देने के योग्य हूं। उपराष्ट्रपति ने कहा, लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए आरक्षण एक बड़ा बदलाव और विकास है, ये हमारी नारी शक्ति के अतीत के गौरव को पुनः प्राप्त करने का पुरजोर प्रयास है। उन्होंने कहा, हमने हाल के वर्षों में महिला विकास से महिला नेतृत्व वाले विकास की ओर एक आदर्श बदलाव देखा है।
कौन है ट्रम्प का "Fantastic मैन"?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संयुक्त राष्ट्र महासभा में ‘समिट ऑफ द फ्यूचर' को संबोधित करने और वार्षिक ‘क्वाड' शिखर बैठक में शामिल होने के लिए 21 सितंबर से अमेरिका का तीन दिवसीय दौरा करेंगे। वहीं, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वह अगले हफ्ते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे। बता दें, एक चुनावी अभियान को संबोधित करते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि पीएम मोदी अगले हफ्ते मुझसे मिलने आ रहे हैं, मोदी एक शानदार नेता हैं। हालांकि, उन्होंने इस मुलाकात को लेकर कोई और जानकारी नहीं दी है। अमेरिका में 5 नवंबर को राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होना है और ऐसे में ट्रंप और पीएम मोदी की मुलाकत को इससे जोड़ कर देखा जा रहा है और अहम भी माना जा रहा है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति और भारतीय प्रधानमंत्री की इस मुलाकात को लेकर अभी तक भारत के विदेश मंत्रालय की ओर से कोई औपचारिक बयान जारी नहीं किया गया है। इससे पहले मोदी और ट्रंप की आखिरी मुलाकात फरवरी 2020 में हुई थी, जिसके बाद पीएम मोदी के निमंत्रण पर तब तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति भारत भी आए थे।
भारत के साथ व्यापार को लेकर क्या है ट्रम्प की राय?
डोनाल्ड ट्रंप इन दिनों चुनावी मिशन पर हैं। इस बीच मिशिगन में एक इलेक्शन कैंपेन में ट्रंप ने भारत को व्यापार संबंधों का 'बहुत बड़ा दुरुपयोग करने' वाला बताया। बता दें, कैंपेन के दौरान ट्रंप से भारत और अमेरिका के व्यापार संबंधों के बारे में सवाल किया गया था, जिसके जवाब में ट्रंप ने भारत को ट्रेड के मामले में शार्प बताया। ट्रंप ने अमेरिका और चीन के बीच चल रहे 'टैरिफ वार' पर भी अपने विचार रखे। हालांकि यह पहली बार नहीं है, डोनाल्ड ट्रंप भारत को व्यापार के मुद्दे पर पहले भी निशाना बनाते रहे हैं, लेकिन ये भी समझना होगा कि वह फिलहाल चुने हुए राष्ट्रपति नहीं हैं, राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार हैं। ट्रंप ने कहा कि पीएम मोदी "फैनटैस्टिक मैन" हैं। भारत के साथ ट्रेड को लेकर ट्रंप ने यह भी कहा कि शार्प लोग हैं, शार्प निगोशिएशन करते हैं। कुल मिलाकर ट्रंप भारत को ट्रेड में एक प्रतिद्वंद्वी देश के तौर पर देखते हैं।
भारतीय समुदाय को संबोधित करेंगे मोदी
विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को जानकारी देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी 22 सितंबर को न्यूयॉर्क में भारतीय समुदाय के लोगों को भी संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री 21 सितंबर को डेलवेयर के विलमिंगटन में ‘क्वाड लीडर्स समिट' में शामिल होंगे, जिसकी मेजबानी अमेरिका के मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडन करेंगे। इस समिट में आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज और जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा भी शामिल होंगे। बता दें, इस साल 'क्वाड शिखर बैठक' की मेजबानी करने की बारी भारत की थी, लेकिन वाशिंगटन के अनुरोध के बाद भारत अगले साल शिखर बैठक की मेजबानी के लिए सहमत हो गया। इसके साथ ही अपने अमेरिकी दौरे के दौरान पीएम मोदी दोनों देशों के बीच व्यापार में व्यापक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए अग्रणी अमेरिकी कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (CEO's) के साथ बातचीत भी करेंगे।
इस खुफिया एजेंसी के लिए कुछ भी नहीं 'नामुमकिन'
लेबनान में मंगलवार को संचार के लिए इस्तेमाल किए जा रहे सैकड़ों पेजरों में एक साथ विस्फोट होने से 12 लोगों की मौत हो गई। इस घटना में 4000 हजार से अधिक लोग घायल हो गए। वहीं, घायलों में 400 के करीब लोगों की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। अब सवाल ये उठ रहे हैं की लेबनान में पेजर को 'बम' किसने बनाया? ये सवाल दुनियाभर के लोगों के जेहन में उठ रहा है। एक साथ सैकड़ों पेजर में विस्फोट कराना, कोई साधारण घटना नहीं है। इस हमले को अंजाम देने का शक सबसे पहले इजरायल की खुफिया एजेंसी 'मोसाद' पर जा रहा है और हिजबुल्लाह ने भी इजरायल पर ही अंगुली उठाई है। हालांकि, इजरायल ने अभी तक इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन मोसाद ऐसे हमले करने में एक्सपर्ट है और इतिहास इस बात का गवाह है। मोसाद ने सिर्फ 50 ग्राम विस्फोटक से बड़े-बड़े दुश्मनों को ठिकाने लगाया है, ऐसे में कोई हैरानी नहीं होगी, अगर मोसाद ने ही हिजबुल्लाह पर 'पेजर बम अटैक' किया होगा।
हमले में ईरानी राजदूत ने खो दी आंख की रोशनी
लेबनान में हुए सीरियल ब्लास्ट से हड़कंप मचा हुआ है। कम्युनिकेशन के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले सैकड़ों पेजरों में मंगलवार को अचानक विस्फोट हो गया। कहा जा रहा है कि इन धमाकों में कई लोगों की आंखों की रोशनी चली गई है। खबर ये भी है कि लेबनान में ईरानी राजदूत ने अपनी आंख की रोशनी खो दी है। एक अमेरिकी पत्रकार ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है कि लेबनान में ईरान के राजदूत की एक आंख पेजर ब्लास्ट में चली गई है और दूसरी आंख भी गंभीर रूप से घायल है, ये जानकारी उनको IRGC यानि ईरानियन रेवोलुशनरी गॉर्ड के दो सूत्रों के हवाले से मिली है। बता दें, दो साल पहले ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई ने ईरानी स्वतंत्रता सेनानियों को जानबूझकर गोली मारने और उन्हें अंधा करने के लिए हिजबुल्लाह के लड़ाकों को लगाया था और उस दौरान न जाने कितने निर्दोषों की आंखों की रोशनी चली गई थी। अब वैसा ही हाल कुछ हिजबुल्लाह का हुआ है, पेजर बम धमाकों में कथित तौर पर 500 से ज्यादा हिजबुल्लाह सदस्यों की आंखें चली गई है।
क्या है पेजर्स और इसे हैक करना कितना आसान?
ब्लास्ट हिजबुल्लाह के लड़ाकों के पेजर्स में हुआ है, हिजबुल्लाह के लड़ाके लोकेशन ट्रैकिंग से बचने के लिए संचार के लिए पेजर का उपयोग करतें हैं। सूत्रों के अनुसार इन पेजर को इजराइल की खुफिया एजेंसी कंट्रोल कर रही थी। अब सवाल ये है कि क्या पेजर्स को हैक करना इतना आसान है और मोबाइल के इस युग में हिजबुल्लाह के लड़ाके पेजर्स का इस्तेमाल क्यों करते थे। आपको बता दें, हिजबुल्लाह की खुद का टेलिकम्युनिकेशन सिस्टम है और गाजा युद्ध शुरू होने के बाद उसने अपने सदस्यों को मोबाइल फोन के इस्तेमाल से बचने के लिए कहा था। पेजर का सिक्योरिटी सिस्टम काफी कमजोर होता है और इन्क्रिशन नहीं होने की वजह से इसे हैक करना बहुत ही आसान है। हेल्थकेयर सेक्टर में आज भी पेजर का इस्तेमाल किया जाता है। कई रिपोर्ट्स में ऐसा दावा भी किया गया है कि पेजर में मरीजों की कई जानकारियां लीक हो चुकी हैं, यहां तक कि इमरजेंसी सर्विसेस के लिए इस्तेमाल किए जा रहे पेजर के मैसेज भी लीक हुए हैं।
आज भारत के माननीय उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ एवं उनकी पत्नी डॉ. सुदेश धनखड़ का झुंझुनू, राजस्थान आगमन पर जोरदार स्वागत किया गया। माननीय उपराष्ट्रपति और उनकी पत्नी का स्वागत माननीय केंद्रीय आवास, शहरी मामले और बिजली मंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर जी और श्री अविनाश गहलोत जी, माननीय मंत्री, राजस्थान सरकार व अन्य सम्मानित गणमान्य व्यक्तियों ने किया। उनकी यात्रा एक महत्वपूर्ण अवसर थी, जिसे लेकर स्थानीय नेताओं और निवासियों में समान रूप से बहुत उत्साह देखने को मिला।
उपराष्ट्रपति ने अपनी माता की याद में किया पौधारोपण
अपनी दिवंगत माताओं, श्रीमती केसरी देवी जी एवं श्रीमती भगवती देवी जी को भावभीनी श्रद्धांजलि देते हुए श्री जगदीप धनखड़ एवं डॉ. सुदेश धनखड़ ने झुंझुनू के परमवीर पीरू सिंह राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय परिसर में पौधारोपण किया। गहरी भावनाओं से भरे इस समारोह में दोनों गणमान्य अथितियों ने अपनी मां की विरासत के प्रति अपने सम्मान और समर्पण को दर्शाया। इस सार्थक कार्य ने न केवल उनकी माता की स्मृति को सम्मानित किया, बल्कि क्षेत्र के पर्यावरणीय कल्याण में भी योगदान दिया, जो जीवन, विकास और स्थिरता का प्रतीक है।
'स्वच्छता ही सेवा-2024' अभियान का किया शुभारंभ
श्री जगदीप धनखड़ ने परमवीर पीरू सिंह राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में 'स्वच्छता ही सेवा-2024' अभियान के शुभारंभ में मुख्य अतिथि के रूप में भी भूमिका निभाई। यह राष्ट्रव्यापी पहल स्वच्छ भारत मिशन के अनुरूप स्वच्छता और स्वच्छता के महत्व पर जोर देती है। लॉन्च के दौरान, उपराष्ट्रपति ने स्वच्छता बनाए रखने और नागरिक जिम्मेदारी की भावना को बढ़ावा देने में सामुदायिक भागीदारी की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने छात्रों, शिक्षकों और समुदाय से आग्रह किया कि वे अपने परिवेश को साफ रखने में सक्रिय भूमिका निभाएं, ताकि एक स्वस्थ और स्वच्छ राष्ट्र में योगदान दें सकें।
स्वच्छता पहल पर प्रदर्शनी का किया दौरा
दिन की गतिविधियों के हिस्से के रूप में, उपराष्ट्रपति ने एक विशेष प्रदर्शनी का दौरा किया जिसमें कई सरकारी विभागों द्वारा की गई स्वच्छता संबंधी विभिन्न पहलों पर प्रकाश डाला गया। उसी स्कूल परिसर में आयोजित प्रदर्शनी में सफाई और स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए देश भर में लागू किए जा रहे अभिनव और प्रभावशाली उपायों को प्रदर्शित किया गया। श्री जगदीप धनखड़ ने इन प्रयासों की सराहना की और स्वच्छ भारत अभियान की गति को बनाए रखने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। प्रदर्शनी ने स्थानीय समुदाय के लिए प्रेरणा का काम किया, जिसमें दिखाया गया कि कैसे सामूहिक प्रयासों से सार्थक बदलाव लाया जा सकता है।
भारत के माननीय उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ और उनकी पत्नी डॉ. सुदेश धनखड़ का आज अहमदाबाद, गुजरात पहुंचने पर गर्मजोशी से स्वागत किया गया। गुजरात के माननीय राज्यपाल श्री आचार्य देवव्रत जी और गुजरात के माननीय मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र पटेल जी सहित अन्य प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्तियों ने उनका स्वागत किया। उनका आज का गुजरात आगमन एक महत्वपूर्ण क्षण था, जो उपराष्ट्रपति के नेतृत्व, राष्ट्र के प्रति उनके योगदान और राज्य के लिए उनका गहरा सम्मान और प्रेम को दर्शाता है। इस कार्यक्रम की विशेषता सौहार्द और सम्मान की भावना थी, जो भारत जैसे लोलतंत्रिक देश में केंद्र और राज्य के नेतृत्व के बीच मजबूत संबंधों का प्रतीक है।
उपराष्ट्रपति ने ग्लोबल री-इन्वेस्ट 2024 समारोह की बढ़ाई शोभा
मुख्य अतिथि के रूप में, श्री जगदीप धनखड़ ने गुजरात के गांधीनगर में महात्मा मंदिर में आयोजित चौथे ग्लोबल री-इनवेस्ट 2024 के प्रतिष्ठित समापन समारोह की अध्यक्षता की। यह महत्वपूर्ण वैश्विक कार्यक्रम नवीकरणीय ऊर्जा और सतत विकास पर केंद्रित रहा, जो वैश्विक स्वच्छ ऊर्जा परिदृश्य में भारत के बढ़ते नेतृत्व की ओर ध्यान आकर्षित करता है। मुख्य अतिथि के रूप में उपराष्ट्रपति की उपस्थिति ने समापन सत्र में बहुत महत्व जोड़ा, जिससे हरित और अधिक टिकाऊ भविष्य के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को बल मिला। इस समारोह में दुनिया भर से प्रभावशाली नेता, नीति निर्माता और विशेषज्ञ एकत्र हुए, जिससे यह नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक कार्यक्रम बन गया।
ग्लोबल री-इन्वेस्ट 2024 में उपराष्ट्रपति का संबोधन
समापन समारोह में अपने संबोधन के दौरान, श्री जगदीप धनखड़ ने नवीकरणीय ऊर्जा में भारत की प्रगति और स्वच्छ और अधिक टिकाऊ ऊर्जा भविष्य की दिशा में आगे बढ़ने के देश के संकल्प पर जोर दिया। उन्होंने नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं को बढ़ावा देने, टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देने और जलवायु परिवर्तन से निपटने में वैश्विक सहयोग को प्रोत्साहित करने में सरकार के प्रयासों पर प्रकाश डाला। उपराष्ट्रपति ने एक स्थायी भविष्य के निर्माण में सामूहिक जिम्मेदारी के महत्व को रेखांकित किया, साथ ही राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों हितधारकों से वैश्विक ऊर्जा सुरक्षा और पर्यावरणीय स्थिरता प्राप्त करने की दिशा में मिलकर काम करने का आग्रह किया। उनके भाषण को उपस्थित लोगों से उत्साहपूर्ण तालियाँ और प्रशंसा मिली, जो नवीकरणीय ऊर्जा समाधानों के प्रति उनकी दृष्टि और प्रतिबद्धता से प्रेरित थे। उपराष्ट्रपति का संदेश वैश्विक दर्शकों को पसंद आया, जिसमें नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में एक अग्रणी खिलाड़ी के रूप में भारत की भूमिका की पुष्टि की गई।
नाम जानकार आप भी रह जायेंगे शॉक?
केंद्रीय रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर अपने एक बयान में निशाना साधा है। बिट्टू ने कहा कि राहुल गांधी देश के नंबर वन आतंकी हैं और उन पर ईनाम होना चाहिए, साथ ही उन्होंने राहुल गांधी को लेकर कहा है कि वह हिंदुस्तानी नहीं हैं। बता दें, राहुल गांधी के अमेरिका की यात्रा को लेकर बिट्टू ने कहा कि देश से उनको ज्यादा प्यार नहीं है, इसीलिए वह बाहर जाकर हर बार उलटा-पुलटा बयान देते हैं। उन्होंने साथ ही कहा कि राहुल को किसी भी चीज की समझ नहीं है, फिर भी वो गलत बयान देने से चूकते नहीं है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन्हें आज तक यह नहीं पता चला कि आम लोगों का दर्द क्या होता है? आप विपक्ष के नेता हैं और आप फोटो खींचवाने के लिए कहीं भी पहुंच जाते हैं, इससे आपके साथ देश का मजाक बनता है। आज भी वो गरीब तबके के लोगों का दर्द नहीं समझ सके हैं।
अलगाववादी गुट राहुल के बयानों को सराहतें हैं
रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा, राहुल गांधी ने वही बयान दिया है, जो देश के सबसे बड़े वांटेड आतंकवादी पहले दे चुकें हैं। देश के विरुद्ध काम करने वाले अलगाववादी गुटों ने राहुल गांधी की बात को सराहा है क्यूंकि उनकी बात राहुल गांधी ने कही है। आप ये देख लीजिए कि देश के दुश्मन जो देश को तोड़ने की बात करते हैं, हिंसा और आतंकवाद की बात करते हैं, जहाजों, ट्रेनों, रोड़ को उड़ाने की कोशिश करते हैं, जब वो लोग राहुल गांधी की सपोर्ट में आ गए, आप अंदाजा लगा लीजिए कि राहुल गांधी खुद देश के नंबर वन टेररिस्ट बन चुके हैं और इसलिए अगर किसी पर ईनाम होना चाहिए या देश के सबसे बड़े किसी दुश्मन को एजेंसियों को पकड़ना चाहिए तो वो आज राहुल गांधी हैं। रवनीत सिंह बिट्टू ने बिहार के भागलपुर में कहा कि आप देख सकते हैं कि कितने सिख यहां पर खड़े हैं, वो किसी पार्टी से जुड़े नहीं है, मुझे किसी ने कड़े या पगड़ी डालने से मना नहीं किया, अगर कोई भी एक सिख मुझे यह कह दे तो मैं अभी भाजपा पार्टी छोड़ दूंगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पहले मुसलमानों का इस्तेमाल करने की कोशिश करती थी और अब देश और देश के बहार रह रहे सिखों में फूट डालने की कोशिश की जा रही है।
बिट्टू समेत तीन अन्य के खिलाफ शिकायत दर्ज
कांग्रेस ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के खिलाफ विवादित और धमकी भरे बयान देने के लिए बुधवार को केन्द्रीय मंत्री रवनीत बिट्टू समेत भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और शिवसेना के चार नेताओं के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवाया और प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की। पार्टी के कोषाध्यक्ष अजय माकन ने तुगलक रोड थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराया है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को जान से करने की धमकी दी जा रही है, राहुल गांधी और कांग्रेस इस तरह की धमकियों से डरने वाले नहीं हैं। बता दें, कांग्रेस ने बिट्टू, भाजपा नेता तरविंदर मारवाह, उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री रघुराज सिंह तथा शिवसेना के विधायक संजय गायकवाड़ के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 351, 352, 353, 61 के तहत प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की है।