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Breaking News 16 July 2025

1.)  आस्था की आड़ में गुंडई! कानपुर से हरिद्वार तक हिंसा 

उत्तर भारत में इन दिनों कांवड़ यात्रा अपने चरम पर है। लाखों श्रद्धालु शिवभक्ति में डूबे हुए हैं, पर इसी बीच श्रद्धा की इस यात्रा में उपद्रव की चिंगारी भी भड़क उठी है। कानपुर के शिवराजपुर और हरिद्वार के हर की पौड़ी क्षेत्र से जो घटनाएं सामने आई हैं, उन्होंने इस पवित्र यात्रा की मर्यादा और कानून व्यवस्था दोनों पर गहरे सवाल खड़े कर दिए हैं। कानपुर के शिवराजपुर इलाके में सोमवार शाम खेरेश्वर महादेव मंदिर के पास कांवड़ यात्रा के दौरान उस वक्त माहौल तनावपूर्ण हो गया, जब एक श्रद्धालु गिरकर घायल हो गया। भीड़ का आरोप था कि उसे पुलिस की लाठी लगी, जबकि जांच में सामने आया कि श्रद्धालु खुद फिसलकर गिरा था। लेकिन सच सामने आने से पहले ही गुस्साई भीड़ ने अपना फैसला सुना दिया। स्काउट और सिपाही पर हमला किया गया, उनके साथ जमकर मारपीट की गई। यहीं नहीं रुकी हिंसा, लगभग 80–90 कांवड़िए और अन्य लोग शिवराजपुर थाने पहुंच गए और वहां उत्पात मचाया। आरोप है कि भीड़ ने थाने के भीतर घुसकर दारोगा और सिपाहियों के साथ गाली-गलौज और धक्का-मुक्की की। थाने की खिड़कियों के शीशे तोड़े गए। पूरी घटना सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 20 नामजद और 12 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर पांच को जेल भेज दिया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि घायल श्रद्धालु को अस्पताल भेजा गया, और जांच में साफ हो गया कि वह पुलिस की लाठी से नहीं, खुद फिसलकर गिरा था। मदद के लिए पहुंचे स्काउट और होमगार्ड के साथ कुछ असामाजिक तत्वों ने जानबूझकर झगड़ा किया और थाने में भी तोड़फोड़ की। उधर हरिद्वार के हर की पौड़ी क्षेत्र से भी कांवड़ियों की हिंसा की एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। शिव विश्रामगृह के पास स्थित एक चश्मे की दुकान पर कुछ कांवड़ियों ने देर रात जमकर हमला किया।

 

2.) Reel Fame से Real Shame तक: सोशल मीडिया के क्रेज का डरावना चेहरा

कुछ सेकंड की Instagram Reel और रातोंरात फेमस होने की हवस किस हद तक किसी को गिरा सकती है, इसकी एक चौंकाने वाली मिसाल यूपी के संभल जिले में देखने को मिली है। शहवाजपुर गांव की तीन युवतियां — महक, निशा उर्फ परी और हिना  Social Media पर Arousal-Oriented Content पोस्ट कर हजारों रुपये महीना कमा रही थीं। लेकिन जिस प्लेटफॉर्म को ये ‘Glory और Glamour’ का रास्ता समझ रहीं थीं, वही रास्ता इन्हें सलाखों के पीछे ले गया। इनके साथ वीडियो शूट करने वाला कैमरामैन आलम भी गिरफ्त में आ चुका है । इन तीनों युवतियों का Instagram अकाउंट हर दिन Gaali-Galauj, Sexual Gestures और Provocative Dance से भरा हुआ था। गांव के कुछ जिम्मेदार नागरिकों ने जब इन रील्स को देखा, तो उन्होंने फौरन पुलिस को इसकी जानकारी दी। सोशल मीडिया की इस डार्क साइड पर पुलिस की नजर जब गई, तो सामने आया एक ऐसा गंदा सच जो युवाओं की मानसिकता और डिजिटल खतरों को उजागर करता है। इनके वीडियो न केवल Obscene थे, बल्कि इनमें प्रयुक्त भाषा और हाव-भाव इतने उत्तेजक थे कि उन्हें "Digital Vulgarity" की कैटेगरी में रखा जा सकता है। एक-एक वीडियो पर हजारों Views, Comments और Shares थे — यानी ये अश्लीलता एक वायरल मार्केटिंग टूल बन गई थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इन युवतियों ने स्वीकार किया कि शुरुआत में वे नॉर्मल और साफ-सुथरा कंटेंट बनाती थीं। लेकिन ऐसे वीडियो पर ज्यादा फॉलोअर्स नहीं मिल रहे थे। जैसे ही उन्होंने गालियों, दोहरे अर्थ वाले डायलॉग्स और Vulgar Body Language को कंटेंट में शामिल किया Reels वायरल हो गईं। धीरे-धीरे Promotion Offers, Brand Deals और Monetization शुरू हो गया।
महकने बताया, “शुरू में मज़ा आता था, जब एक रील पर लाखों Views आते थे। कभी सोचा नहीं था कि ये कमाई वाला पेशा बन जाएगा।” उन्होंने आगे कहा कि “हमें अंदाज़ा नहीं था कि Cyber Crime या Police Action भी हो सकता है। हमारे लिए ये बस एक ‘Shortcut to Fame’ था।” जांच में सामने आया कि इन युवतियों की Monthly Income लगभग ₹30,000–35,000 तक थी, जिसे वे आपस में चार हिस्सों में बांटती थीं। कैमरा वर्क और वीडियो एडिटिंग का काम आलम करता था। Scripts और Trending Topics पर ये मिलकर काम करती थीं। रील्स का टाइमिंग, Tags और Hashtags भी प्लान किए जाते थे ताकि Algorithm इन्हें ज्यादा प्रमोट करे।
जब गांव के लोगों ने देखा कि गांव की बेटियां इस रास्ते पर जा रही हैं, तो उन्होंने चुप रहने के बजाय आवाज़ उठाई। शिकायत एसएसपी केके बिश्नोई और सीओ कुलदीप सिंह तक पहुंची। इसके बाद थाना असमोली प्रभारी राजीव मलिक को स्पष्ट निर्देश दिए गए कि इस पर Zero Tolerance के साथ कार्रवाई की जाए। Cyber Surveillance के जरिए इनके Instagram अकाउंट्स की Monitoring की गई और फिर रविवार रात चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। सभी के Mobile Devices जब्त कर लिए गए हैं। इन पर IPC की कई धाराओं के तहत केस दर्ज हुआ है जिनमें अश्लीलता फैलाना, साइबर अपराध, समाज में उत्तेजना फैलाना और पब्लिक मॉरल को नुक़सान पहुंचाना जैसे आरोप शामिल हैं। ये घटना सिर्फ एक गिरफ्तारी की खबर नहीं है। यह Indian Youth के उस मानसिक संक्रमण का आइना है जिसमें Fame, Followers और Viral होना Moral Values और कानून से बड़ा हो गया है। आज एक Mobile Phone और Internet Connection किसी को स्टार भी बना सकता है और अपराधी भी।


बताया जा रहा है कि मामूली कहासुनी के बाद कांवड़िए उग्र हो गए और डंडों से दुकान पर हमला कर दिया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ कांवड़िए खुलेआम गुंडागर्दी करते दिख रहे हैं। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों – मुकेश और मुकेश उर्फ बुद्धू, दोनों हरियाणा निवासी को गिरफ्तार कर लिया है गौरतलब है कि कांवड़ मेला शुरू हुए अभी चार दिन ही बीते हैं और अब तक देश के अलग-अलग हिस्सों से हिंसा, उपद्रव और पुलिस पर हमले की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। यह स्थिति ना सिर्फ कानून व्यवस्था पर बोझ डाल रही है, बल्कि इस यात्रा के मूल उद्देश्य तप, त्याग और भक्ति को भी आहत कर रही है। स्थानीय व्यापारी, आम लोग और प्रशासन चिंतित हैं कि इस तरह की घटनाओं से कांवड़ यात्रा की छवि खराब हो रही है। कई जगह व्यापारियों ने दुकानें बंद करनी शुरू कर दी हैं, क्योंकि उन्हें अपनी सुरक्षा को लेकर डर सताने लगा है। पुलिस प्रशासन की अपील है कि श्रद्धालु संयम और मर्यादा बनाए रखें, क्योंकि किसी भी धार्मिक यात्रा की आत्मा उसकी शांति और अनुशासन में ही बसती है।