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Breaking News 16 August 2024

1.) ऐसी टेक्नोलॉजी जिससे पालक झपकते चार्ज हो जाएगा स्मार्टफोन!

स्मार्टफोन की दुनिया में तहलका मचाने वाली है ये टेक्नोलॉजी (Thumbnail)

रियलमी ने अपने ग्राहकों के लिए एक एडवांस चार्ज टेक्नोलॉजी पेश की है। कंपनी ने 320W सुपर सोनिक चार्ज टेक्नोलॉजी पेश की है। इस टेक्नोलॉजी को कंपनी चीन में हुए 828 Fan Festival में पेश किया है।  नई टेक्नोलॉजी को लेकर कंपनी का दावा है कि यूजर इस टेक्नोलॉजी की मदद से अपने फोन को तेज स्पीड से चार्ज कर सकेंगे। यह 320W सुपरसोनिक टेक्नोलॉजी दुनिया की सबसे तेज चार्जिंग टेक्नोलॉजी होगी। 

टेक्नोलॉजी को लेकर क्या है कंपनी का दावा?

कंपनी का दावा है कि यह दुनिया की पहली क्वाड सेल स्मार्टफोन बैटरी है, जिसका हर एक सेल 3mm मोटा है। कंपनी का इस टेक्नोलॉजी को लेकर कहना है कि 320W फास्ट चा्र्जिंग टेक्नोलॉजी के साथ एक स्मार्टफोन को महज 4 मिनट 30 सेकेंड में चार्ज किया जा सकेगा। कंपनी का दावा है कि केवल 1 मिनट चार्जिंग के साथ 320W का चार्जर डिवाइस को 26 प्रतिशत तक चार्ज करने कैपेसिटी रखता है। इतना ही नहीं, इस पावरफुल चार्जर के साथ एक यूजर अपने फोन को मात्र 2 मिनट में 50 प्रतिशत तक चार्ज कर लेगा। कंपनी ने इसे 4-मिनट “मिराकल” यानी चमत्कार नाम दिया है।

रियलमी ने इंडस्ट्री का पहला "एयरगैप" वोल्टेज ट्रांसफॉर्मर भी पेश किया 

इस टेक्नोलॉजी में स्मार्टफ़ोन के लिए एडवांस कॉन्टैक्ट फ्री इलेक्ट्रोमैग्नेटिक कनवर्जन की सुविधा मौजूद है। सर्किट ब्रेकडाउन जैसी गंभीर खराबी में, यह सुनिश्चित करता है कि उच्च वोल्टेज बैटरी से अलग रहे, जिसकी वजह से रिस्क-फ्री चार्जिंग लिंक क्रिएट करने में मदद मिलेगी। यह बैटरी की सुरक्षा के लिए वोल्टेज को केवल 20V ​​तक कम कर देता है, जिससे 320W सुपरसोनिक चार्ज लगभग 98% की पावर एफिशिएंसी के साथ काम कर सकता है।

 

2 .) कहाँ-कहाँ होने वाले है विधानसभा चुनाव?

चुनाव को लेकर आज EC कर सकता है एलान

निर्वाचन आयोग आज विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान करेगा। बता दें, चुनाव आयोग ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर और हरियाणा का दौरा भी किया था और इसके मद्देनजर ये अनुमान लगाया जा रहा है कि निर्वाचन आयोग की आज 3 बजे होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस में विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान हो सकता है। आइये एक नजर दाल लेते हैं उन राज्यों के ऊपर जहाँ इस के अंत तक हो सकते हैं चुनाव:

हरियाणा में चुनाव तारीखों की घोषणा संभव

हरियाणा में मौजूदा सरकार का कार्यकाल नवंबर में खत्म हो रहा है। राज्य में पिछली बार चुनाव 2019 में हुए थे, तब भाजपा-जजपा ने साथ आकर सरकार बनाई थी। हालांकि, इसी साल मार्च में दोनों पार्टियों का गठबंधन टूट गया था। दूसरी तरफ भाजपा ने मनोहर लाल खट्टर को हटाकर नायब सिंह सैनी को हरियाणा का मुख्यमंत्री नियुक्त किया था।

महाराष्ट्र में भी नवंबर में खत्म हो रहा सरकार का कार्यकाल

महाराष्ट्र में इसी साल नवंबर में सरकार का कार्यकाल खत्म हो रहा है। राजनीतिक रूप से सबसे पेचीदा गठबंधन वाले इस राज्य में फिलहाल एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार है। यहां भाजपा के अगुवाई वाला गठबंधन सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते सरकार में है। 288 सीटों वाले महाराष्ट्र में भी जल्द चुनाव का एलान किया जा सकता है।

जम्मू-कश्मीर में चुनाव का हो सकता है एलान

जम्मू-कश्मीर में साल 2018 में सरकार भंग होने के बाद से ही चुनाव नहीं हुए हैं। जम्मू-कश्मीर में आखिरी बार 2014 में चुनाव हुए थे, तब भाजपा-पीडीपी ने गठबंधन ने राज्य में सरकार बनाया था। हालांकि, बाद में भाजपा गठबंधन से अलग हो गई थी। 2018 में भाजपा और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की गठबंधन वाली सरकार गिर गई थी और साल 2019 में केंद्र की बीजेपी सरकार ने राज्य से धरा 370 और 35A को खत्म कर राज्य को का विभाजन कर दोनों जम्मू-कश्मीर और लद्दाक को केंद्रीय शासित प्रदेश का दर्जा दे दिया था।

झारखंड में भी हो सकता है चुनाव का एलान

झारखंड में मौजूदा हेमंत सोरेन सरकार का कार्यकाल जनवरी 2025 में खत्म हो रहा है। ऐसे में चुनाव आयोग इस राज्य में भी विधानसभा चुनाव का एलान कर सकता है। बता दें, मौजूदा समय में 81 विधायकों वाली झारखंड विधानसभा में झारखंड मुक्ति मोर्चा JMM-कांग्रेस की गठबंधन वाली सरकार है। सत्तारूढ़ गठबंधन के पास 48 विधायक हैं, तो वहीं भाजपा की अगुवाई वाली एनडीए के पास 32 विधायक हैं।

 

3.) भारत कैसे दे रहा है चुनौतियों को चुनौती? 

स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से पीएम ने ठोकी ताल 

 

4.) कब और कैसे खत्म होगा देश से भ्रष्टाचार? 

पीएम बोले भ्रष्टाचार ने देश के लोगों का मनोबल तोडा 

 

5.) बांग्लादेश के हिन्दुओं के लिए लाल किले से बड़ा एलान 

पीएम मोदी बोले हिन्दुओं की रक्षा करे सरकार का धर्म 

 

6.) नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी से उपराष्ट्रपति का राहुल पर हमला

हिंडेनबर्ग रिपोर्ट पर राहुल ने SC से संज्ञान लेने को कहा था 

उपराष्ट्रपति ने NLUD में उद्घाटन समारोह को संबोधित किया

भारत के माननीय उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने आज नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी दिल्ली को अपनी गरिमामयी उपस्थिति से गौरवान्वित किया और विश्वविद्यालय परिसर में नवनिर्मित एम्फीथिएटर का उद्घाटन किया। संस्थान में यह महत्वपूर्ण वृद्धि बौद्धिक और सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए एक जीवंत स्थान के रूप में काम करेगी, जिससे छात्रों और संकाय के बीच समुदाय और जुड़ाव की भावना को बढ़ावा मिलेगा।

उपराष्ट्रपति ने परिसर में लगाया एक पौधा

कार्यक्रम के उद्घाटन के बाद, उपराष्ट्रपति ने परिसर में एक पौधा भी लगाया, जो विकास, नवीकरण और पर्यावरणीय स्थिरता के लिए विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता का प्रतीक है।

संयुक्त मास्टर्स/एलएलएम बैच की अध्यक्षता की

महत्वपूर्ण कार्यक्रमों से भरे दिन में, श्री जगदीप धनखड़ ने संयुक्त मास्टर्स/एलएलएम के पहले बैच के प्रेरण कार्यक्रम 'दीक्षारंभ' में मुख्य अतिथि के रूप में अध्यक्षता की। बौद्धिक संपदा (आईपी) कानून और प्रबंधन में। यह नया कार्यक्रम, नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी दिल्ली और अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों के बीच एक सहयोग है, जो कानूनी शिक्षा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो छात्रों को वैश्विक संदर्भ में आईपी कानून की व्यापक समझ से लैस करने के लिए कानून और प्रबंधन के विषयों को जोड़ता है।

संवैधानिक पद पर बैठे लोगों के आचरण चिंता व्यक्त की 

'दीक्षारंभ' में अपने संबोधन के दौरान, श्री धनखड़ ने छात्रों और शिक्षकों के साथ अपनी अंतर्दृष्टि साझा की, और हमारे देश के संस्थानों की अखंडता को बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया। हाल के घटनाक्रमों पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा, यह चिंताजनक है कि संवैधानिक पदों पर बैठे व्यक्ति सर्वोच्च न्यायालय को उन कथनों का समर्थन करने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं जो संभावित रूप से हमारी अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा सकते हैं। यहीं पर मैं आपकी सहायता चाहता हूं और आपके समर्थन का अनुरोध करता हूं। उपस्थित युवा दिमागों से सीधे बात करते हुए, उपराष्ट्रपति ने आग्रह किया, हमारे युवाओं को एक स्टैंड लेना चाहिए और उन ताकतों का सक्रिय रूप से विरोध करना चाहिए और उन्हें बेअसर करना चाहिए जो देश के कल्याण से ऊपर पक्षपातपूर्ण या स्वार्थ को प्राथमिकता देते हैं। हम ऐसी प्रवृत्तियों को हावी नहीं होने दे सकते। यदि वे करो, यह एक राष्ट्र के रूप में हमारी सामूहिक प्रगति और उत्थान की कीमत पर होगा। 

माननीय उपराष्ट्रपति के शब्दों ने कानूनी शिक्षा के साथ छात्रों पर आने वाली जिम्मेदारी और देश के हितों की रक्षा में भविष्य में उनके योगदान की जाने वाली महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया है।

 

7.) चीफ जस्टिस का नाम लेकर पीएम का सेकुलरिज्म पर हमला 

क्या है सेक्युलर सिविल कोड? 

 

8.) भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की पुण्यतिथि

पूर्व प्रधानमंत्री को देश ने की श्रद्धांजलि अर्पित 

पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेई जी को उनकी पुण्य तिथि पर आज देश ने याद किया। आपको बता दें, देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की आज छठवीं पुण्यतिथि है। अटल बिहारी का निधन 16 अगस्त 2018 को 83 साल की उम्र में हो गया था। एक दूरदर्शी राजनेता, मानवतावादी, एक महान नेता और सबसे ऊपर, हृदय से एक कवि, श्री अटल जी ने अटूट समर्पण के साथ भारत की प्रगति को आगे बढ़ाया। उन्होंने बड़े पैमाने पर समाज के लिए निस्वार्थ सेवा की उनकी विरासत आने वाली पीढ़ियों को हमेशा प्रेरित करेगी और गूंजती रहेगी। कृतज्ञ राष्ट्र सदैव उनका ऋणी रहेगा।

सदैव अटल पर श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन

श्री अटल जी की पुण्य तिथि के अवसर पर दिल्ली में स्मृति स्थल पर उनकी समाधि सदैव अटल पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई वरिष्ठ नेता उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे। आइये अब आपको आगे दिखते है कार्यक्रम से जुड़े कुछ खास पल: (Video Link- https://www.youtube.com/live/wmGFEkXbxkA?si=pKGQxmWniuqPmL47) [0:45  - 18:20]

तीन बार देश के प्रधानमंत्री रहे अटल बिहारी वाजपेयी

अटल बिहारी वाजपेयी तीन बार भारत के प्रधानमंत्री रहे हैं। सबसे पहले 1996 में 13 दिनों के लिए वह प्रधानमंत्री बने थे, बहुमत साबित नहीं कर पाने की वजह से उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था। दूसरी बार वे 1998 में प्रधानमंत्री बने, सहयोगी पार्टियों के समर्थन वापस लेने की वजह से 13 महीने बाद 1999 में फिर आम चुनाव हुए। 13 अक्टूबर 1999 को वे तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बने। इस बार उन्होंने साल 2004 तक अपना पाँच साल का कार्यकाल पूरा किया।

ग्वालियर में हुआ था अटल जी का जन्म

25 दिसंबर, 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में अटल जी का जन्म हुआ था। अटल बिहारी वाजपेयी दशकों तक भाजपा का बड़ा चेहरा थे और देश के पहले गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री थे, जिन्होंने बतौर प्रधानमंत्री अपना कार्यकाल पूरा किया। अटल जी ने 1977 से 1979 तक प्रधानमंत्री मोराजी देसाई के मंत्रिमंडल में भारत के विदेश मंत्री के रूप में भी काम किया। 16 अगस्त, 2018 में दिल्ली के एम्स अस्पताल में उनका निधन हो गया।

 

9.) 2036 ओलंपिक्स की मेजबानी करेगा भारत?

लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री का बड़ा एलान

78 वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओलंपिक्स को लेकर एक अहम जानकारी साझा की है। पीएम ने कहा भारत ने 2036 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक की मेजबानी के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है। 

प्रधानमंत्री मोदी ने की भारतीय ओलंपिक दल से मुलाकात

पेरिस ओलंपिक में छह पदक जीतने के बाद भारतीय एथलीट्स देश लौट चुके हैं। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सभी भारतीय एथलीट्स लाल किले पर हुए कार्यक्रम के दौरान मौजूद थे। इसके बाद सभी खिलाड़ियों ने पीएम मोदी से भी मुलाकात की। इसका वीडियो सामने आया है। 

खिलाडियों से मुलाकात के दौरान पीएम मोदी खिलाड़ियों से मस्ती-मजाक भी करते दिखे। आइये आगे विस्तार से देखतें हैं प्रधानमंत्री और खिलाडियों के बीच क्या कुछ बात हुई