Latest News

Breaking News 14 September 2024

 

1 ) केजरीवाल को कोर्ट से रहत और झटका दोनों! जाने कैसे?

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दे दी है। सुप्रीम कोर्ट ने सीएम केजरीवाल को CBI के मामले में सशर्त जमानत दी है। यानी सीएम केजरीवाल को जेल से बाहर आने के बाद सुप्रीम कोर्ट द्वारा बताई गई शर्तों को मानना होगा। आपको बता दें कि पिछली बार कोर्ट ने इस मामले में अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल से पहले मनीष सिसोदिया को भी कुछ दिन पहले जमानत दिया था। मनीष सिसोदिया के जेल से बाहर आने के बाद BRS नेता के.कविता भी जमानत पर जेल से बाहर आ चुकी हैं। आपको बता दें, अगर CBI केजरीवाल को गिरफ्तार नहीं करती, तो वह जुलाई में ही जेल से बाहर आ जाते। ईडी वाले मामले में कोर्ट से केजरीवाल को पहले ही अंतरिम जमानत मिल गई थी और अब CBI वाले मामले में भी जमानत मिलने के बाद केजरीवाल 5 महीने बाद जेल से रिहा हो जाएंगे। 

जमानत के बाद भी केजरीवाल नहीं चला पाएंगे सरकार

सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई वाले मामले में केजरीवाल को जमानत जरूर दे दी है, लेकिन इसके साथ ही उन पर शर्तें भी लगाई गई हैं। कोर्ट ने केजरीवाल से कहा है कि जमानत अवधि के दौरान वह शराब नीति मामले में टिप्पणियां नहीं करेंगे। उनसे जमानत में सहयोग भी करने को कहा गया है, कोर्ट ने केजरीवाल से कहा है कि वह बतौर सीएम दफ्तर नहीं जा सकते हैं और साथ ही वो किसी भी फाइल पर साइन नहीं कर पाएंगे। दिल्ली सरकार के कामकाज की बात करें तो केजरीवाल के बाहर आने से इसमें कुछ खास बदलाव देखने को नहीं मिलेगा। सुप्रीम कोर्ट ने बतौर सीएम उन पर पाबंदी बरकरार रखी है। दिल्ली में मेयर के चुनाव की फाइल का मामला अटका हुआ है और चुनाव अभी भी अधर में है। केजरीवाल जेल से बाहर आने के बाद भी ऐसी किसी भी फाइल पर साइन नहीं कर पाएंगे।

केजरीवाल को चुनाव प्रचार की मिली है छूट

CBI मामले में सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने के बाद केजरीवाल भले ही अपने दफ्तर नहीं जा पाएंगे, लेकिन हरियाणा चुनाव में वह प्रचार कर पाएंगे। सुप्रीम कोर्ट ने उनके चुनाव प्रचार करने पर कोई रोक नहीं लगाई है, ऐसे में हरियाणा के चुनाव प्रचार के दौरान अरविंद केजरीवाल के पहुंचने से अब आम आदमी पार्टी को बड़ा फायदा हो सकता है। बता दें, केजरीवाल सरकार में एक मंत्री के इस्तीफे के बाद जगह खाली है, चूंकि सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल के फाइल साइन करने पर रोक लगाई हुई है, इसलिए वह अपने मंत्री को भी नियुक्त नहीं कर पाएंगे।

 

2 )उपराष्ट्रपति ने राजस्थान विश्वविद्यालय के फैक्ल्टी-छात्रों से की मुलाकात

माननीय उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ एवं धर्मपत्नी डॉ. सुदेश धनखड़ का आज राजस्थान के किशनगढ़ में आगमन पर राजस्थान विधानसभा के माननीय अध्यक्ष- श्री वासुदेव देवनानी जी, माननीय केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री- श्री भागीरथ चौधरी जी एवं अन्य गणमान्य अतिथियों द्वारा स्वागत किया गया। उपराष्ट्रपति ने राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय, अजमेर के फैक्ल्टी और छात्रों के साथ बातचीत की। अपनी बात रखते हुए उपराष्ट्रपति ने पूछा- क्या हम कल्पना भी कर सकते हैं कि देश के अंदर या बाहर हम ऐसा काम करेंगे जो हमारे देश के साथ उपयुक्त आचरण नहीं है? इतिहास ने उनको कभी माफ नहीं किया, जिन्होंने देश के साथ ऐसा आचरण किया है। आपको बता दें, राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय संसद के एक अधिनियम द्वारा स्थापित किया गया है और NAAC द्वारा A++ मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय है।

उपराष्ट्रपति ने संबोधन में व्यक्त किया दुःख और चिंता

राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय में उपराष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कहा, दुख और चिंता है कि संवैधानिक पद पर बैठा एक व्यक्ति देश के लिए संकट पैदा कर रहें हैं। हमें राष्ट्र को सदैव स्वार्थ और राजनीतिक हित से ऊपर रखना है। हमारा रंग, धर्म, जाति, संस्कृति या शिक्षा कुछ भी हो, हम एकजुट हैं और एक हैं। इतिहास ने अपने देश के हितों के विरुद्ध कार्य करने वालों को कभी माफ नहीं किया है। उन्होंने कहा हम किसी भी हालत में दुश्मन के इंट्रेस्ट को प्रमोट नहीं कर सकते हैं। दुखद विषय है कि अपने ही कुछ भटके हुए लोग संविधान की शपथ के बावजूद भारत मां को पीड़ा दे रहे हैं, राष्ट्रवाद के साथ समझौता कर रहे हैं और इस राष्ट्र की परिकल्पना को समझ नहीं पा रहे हैं। उन्होंने कहा हर भारतीय देश के बाहर कदम रखता है तो हमारे राष्ट्रवाद का राजदूत है, हमारी संस्कृति का राजदूत है। इसको प्रमाणित किया है अटल बिहारी वाजपेयी ने, प्रतिपक्ष के नेता के रूप में, प्रधानमंत्री दूसरे दल के थे, कांग्रेस पार्टी के थे, नरसिम्हा राव जी थे, विदेश में एक महत्वपूर्ण संवेदनशील मुद्दे पर भारत का नेतृत्व अटल बिहारी वाजपेयी ने किया, जो उस समय प्रतिपक्ष के नेता थे।

उपराष्ट्रपति ने श्री वीर तेजा जी के किये दर्शन

आज तेजा दशमी के उपलक्ष्य पर माननीय उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ एवं धर्मपत्नी डॉ. सुदेश धनखड़ श्री वीर तेजा जी के दर्शन करने पहुंचे। दर्शन के बाद उपराष्ट्रपति ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से जानकारी साझा करते हुआ लिखा- सत्य, समाज सेवा और बलिदान के प्रतीक, लोक देवता वीर तेजाजी धाम, खरनाल के दर्शन करके धन्य हुआ। श्री तेजाजी महाराज सबकी मनोकामना पूर्ण करें, सबको स्वस्थ करें। श्री वीर तेजा देवाय नमः।

 

3 ) चाचा-जीजा समेत कई समर्थकों पर NIA की गाज!

छापेमारी में NIA ने जब्त किए कई दस्तावेज

केंद्रीय जांच एजेंसी ने पंजाब के श्री हरगोबिंदपुर के तीन गांवों में रेड की है। जिनके घरों में केंद्रीय एजेंसी ने रेड की, वह खालिस्तानी समर्थक और सांसद अमृतपाल सिंह के समर्थक बताए जा रहे हैं। बाघापुराना के कस्बा समालसर में NIA ने शुक्रवार की सुबह ही कविशर मखन सिंह मुसाफिर के घर पर रेड की है। मखन सिंह मसाफिर घर पर नहीं मिला, जिसके बाद NIA टीम की तरफ से सरपंच व अन्य गांव निवासियों की हाजिरी में घर पर जांच की जा रही है। बताया जा रहा है कि NIA की टीम सुबह 5 बजे यहां पहुंची थी और तभी से जांच की जा रही है। डिब्रूगढ़ जेल में बंद खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के जीजा और रिश्ते में लगने वाले चाचा परगट सिंह के घर पर छापामारी की गई है। आरोपित का जीजा मेहता और परगट सिंह रइया के फेरूमान रोड पर रहता है। पता चला है कि जांच एजेंसी ने दोनों के घरों से DVR, लैपटॉप और कुछ अन्य दस्तावेज कब्जे में ले लिए हैं। NIA को आशंका है कि दोनों और उनके परिजन आज भी अलगाववादी गतिविधियों में शामिल हैं। बता दें, सांसद अमृतपाल सिंह वर्तमान में डिब्रूगढ़ जेल में बंद है और जेल में रहते हुए ही उसने लोकसभा चुनाव लड़ा और जीत भी दर्ज की थी। सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक वारिस पंजाब दे के प्रमुख और सांसद अमृतपाल सिंह से जुड़े होने के कारण खाते में आए पैसों को लेकर जांच की जा रही है

 

4 ) कौन है पीएम के घर आया ये खास मेहमान?

'दीपज्योति' को दुलार करते नजर आये प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पशु प्रेम जगजाहिर है। पीएम मोदी के आवास पर पुंगनुर ब्रीड की गाय सहित कई पालतू जानवर मौजूद हैं। इसी बीच पीएम नरेंद्र मोदी ने एक्श हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें वो एक गाय के बच्चे (बछड़े) के साथ दिख रहे हैं। वीडियो में पीएम मोदी अपने घर में गाय के बछड़े को दुलार करते दिख रहे हैं। प्रधानमंत्री ने जानकारी दी कि नए बछड़े का नाम 'दीपज्योति' रखा गया है। (Video Link- https://youtu.be/Q3BKew0ycGc?si=VAgnNOQfo8wiB84x)

पीएम ने क्यों रखा नाम 'दीपज्योति'?

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल 'एक्स' पर लिखा, हमारे शास्त्रों में कहा गया है- गाव: सर्वसुख प्रदा:। लोक कल्याण मार्ग पर प्रधानमंत्री आवास परिवार में एक नए सदस्य का शुभ आगमन हुआ है। आपको बता दें, प्रधानमंत्री आवास में प्रिय गौ माता ने एक नए बछड़े को जन्म दिया है, जिसके मस्तक पर ज्योति का चिह्न है। इसलिए, मैंने इसका नाम 'दीपज्योति' रखा है। इससे पहले मकर संक्रांति के मौके पर पीएम मोदी अपने आवास में गौसेवा करते नजर आए थे। प्रधानमंत्री के आवास पर बेहद खास ब्रीड (पुंहनुर ब्रीड) की गाय है। यह दुनिया की सबसे छोटी नस्ल की गाय है और इस गाय का दूध काफी पौष्टिक माना जाता है

 

5 ) बांग्लादेश में भारत की चार परियोजनाओं का क्या होगा?

यूनुस सरकार ने भारत से जुड़ी परियोजनाओं पर दिया जवाब

बांग्लादेश में तख्‍तापलट और शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद कयास लग रहे थे कि भारत द्वारा फंडेड परियोजनाओं का अब क्‍या होगा? बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के वित्त सलाहकार सलाहुद्दीन अहमद ने भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा से मुलाकात के दौरान स्थिति स्‍पष्‍ट कर दी है। बता दें, बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के एक शीर्ष सलाहकार ने कहा है कि भारत द्वारा फंडेड परियोजनाएं काफी महत्वपूर्ण हैं और देश में नए प्रशासन के तहत भी ये जारी रहेंगी। उन्होंने भारत के साथ सहयोग और संबंध को भविष्य में प्रगाढ़ करने की उम्मीद भी जताई है।

भारत ने नहीं रोका किसी परियोजना का फंड

बांग्लादेश में भारत के उच्चायुक्त प्रणय वर्मा ने कहा कि नई दिल्ली ने बांग्लादेश को दी जाने वाली किसी भी ऋण सुविधा को नहीं रोका है, क्योंकि वे बड़ी परियोजनाएं हैं। इसलिए ठेकेदार परियोजनाओं को शुरू करने के लिए वापस आएंगे। बैठक में दोनों पक्षों में मौजूदा द्विपक्षीय आर्थिक सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर भी चर्चा हुई। बता दें, बांग्लादेश के वित्त सलाहकार सलाहुद्दीन अहमद ने कहा कि वह यहां भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा के साथ अपनी बैठक के दौरान भारत के साथ सहयोग बढ़ाने की आशा करते हैं। अहमद ने आगे कहा कि भारत की पहले से ही जो परियोजनाएं हैं, वे बड़ी परियोजनाएं हैं और हम इन्हें जारी रखेंगे। जो भी परियोजनाएं हमारे पास हैं, उन्हें नहीं रोकेंगे।