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Breaking News 14 October 2024

1.) दुर्गा विसर्जन के दौरान हिंसा से दहला उत्तर प्रदेश

पत्थरबाजी और फायरिंग में युवक की मौत

उत्तर प्रदेश के बहराइच में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान हिंसा के बाद पूरा जिला दहल उठा है। मूर्ति विसर्जन के दौरान डीजे पर बज रहे गाने को लेकर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पथराव और फायरिंग कर दी। फायरिंग में राम गोपाल मिश्रा नाम के युवक की मौत हो गई, गोली लगने के बाद उसे बहराइच के मेडिकल कॉलेज में लाया गया था, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इस घटना ने तनाव को और बढ़ा दिया, जिसके बाद लोगों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। बता दें, बहराइच की पुलिस अधीक्षक ने लापरवाही बरतने के आरोप में थानाध्यक्ष हरदी और महसी पुलिस चौकी इंचार्ज सहित आधा दर्जन पुलिस वालों को निलंबित कर दिया है। घटना के बाद हिंदूवादी संगठनों ने जिले में जगह-जगह प्रतिमा विसर्जन रोककर प्रदर्शन शुरू कर दिया। घटना की गंभीरता को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस बल की तैनाती की गई। बहराइच में हुई हिंसा को लेकर जिला एसपी वृंदा शुक्ला ने बयान दिया, उन्होंने बताया कि पुलिस ने हिंसा के मामले में करवाई करते हुए 25-30 लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस ने बताया कि सलमान नाम के आरोपी के घर से फायरिंग हुई थी, उसका नाम FIR में लिखा गया है, इसके अलाव बाकी आरोपी अभी अज्ञात हैं। मामले में तत्काल करवाई के बाद विसर्जन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई, प्रशासन ने बताया कि विसर्जन समाप्त होने के बाद पुलिस द्वारा धरपकड़ का काम तेजी से किया जाएगा। 

सीएम योगी बोले माहौल बिगाड़ने वालों की खेर नहीं

बहराइच जिले के महसी तहसील के महराजगंज कस्बे में रविवार की शाम मूर्ति विसर्जन के दौरान डीजे पर बज रहे गाने को लेकर विवाद हो गया। गाने के विरोध में मुस्लिम समुदाय के युवकों ने गाली-गलौज की और छत से पत्थरबाजी कर दी। बताया जाता है कि पत्थर चलने से मां दुर्गा की प्रतिमा खंडित हो गई, जिसके बाद हिन्दू समुदाय ने पत्थरबाजी और हिंसा के विरुद्ध प्रदर्शन शुरू कर दिया। आरोप है कि प्रदर्शन के दौरान मुस्लिम समुदाय के कुछ लोग एक हिन्दू युवक को घर के अंदर पकड़ ले गए और उसे गोली मार दी, गोली लगने से 24 वर्षीय रामगोपाल मिश्रा की मौत हो गई, वहीं उसे बचाने पहुंचा 28 वर्षीय राजन भी गंभीर रुप से घायल हो गया। पुलिस ने इस मामले में हत्या के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। अब इस पुरे मामले का संज्ञान खुद प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने लिया है, उन्होंने कहा कि बहराइच में माहौल बिगाड़ने वाले बचेंगे नहीं। सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि उपद्रवियों की पहचान कर उनके खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाए। साथ ही अधिकारियों को कहा कि प्रतिमा विसर्जन जारी रहना चाहिए, धार्मिक संगठनों से संवाद कर समय से प्रतिमा विसर्जन कराया जाए। मुख्‍यमंत्री ने कहा कि सभी को सुरक्षा की गारंटी देने के लिए प्रशासन और पुलिस के अधिकारी मौके पर उपस्थित रहें, जिनकी लापरवाही से यह घटना हुई है, उन्‍हें भी चिन्हित कर उनके विरुद्ध तत्काल करवाई की जाए।

गाली गलौज और फिर चला दिया पत्थर

घटना को लेकर प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि महसी तहसील की प्रतिमा शांति पूर्वक विसर्जन के लिए जा रही थी। महराजगंज कस्बे में पहुंचने पर कस्बा निवासी सोनार अब्दुल हमीद अपने बेटे सबलू, सरफराज और फहीम के साथ मौके पर पहुंचा और गाली गलौज शुरु कर दी। मूर्ति के साथ चल रहे लोगों ने जब इसका विरोध किया तो छतों से पत्थरबाजी की गई। पत्थरबाजी में माँ दुर्गा का हाथ खंडित हो गया, जिसके बाद विसर्जन रोक कर लोगों ने प्रदर्शन शुरु कर दिया। आरोप है कि इस दौरान हमीद और उसके साथ मौजूद भीड़ मौके पर पहुंची और हिंसा शुरु कर दिया, जिससे मौके पर भगदड़ मच गई, इस भगदड़ में कई लोग घायल भी हो गए। हिंसा के बाद पूरे क्षेत्र में तनाव का माहौल हो गया और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कई थानों की पुलिस को मौके पर तैनात किया गया। अधिकारियों ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की, स्थानीय प्रशासन ने घटना की गंभीरता को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं और इलाके में शांति बहाल करने की कोशिश की जारी है। पुलिस ने कहा कि किसी भी प्रकार की हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। घटना की जानकारी मिलते ही जिले के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। स्थानीय लोगों से बातचीत के बाद उन्होंने सभी से संयम रखने की अपील भी की। हालांकि, इस घटना के बाद लोग पुलिस की कार्यप्रणाली से नाराज दिखे। लोगों का आरोप है कि पुलिस मौके पर मूकदर्शक बनी रही।

घटना के बाद शव रखकर लोगों ने किया प्रदर्शन

विसर्जन यात्रा में शामिल लोगों ने आरोप लगाते हुए बताया कि भगदड़ के दौरान मुस्लिम समुदाय के लोग विसर्जन में शामिल रामगोपाल मिश्रा को घसीट कर अपने घर में ले गए। आरोप है कि वहां उसकी बर्बरता के साथ पिटाई करते हुए उसके पैर के नाखून उखाड़ लिए और बाद में उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई। रामगोपाल को बचाने पहुंचे उसी के गांव के रहने वाले राजन भी गंभीर रुप से घायल हो गए, राजन का इलाज जारी है। राजन के अतिरिक्त लगभग एक दर्जन लोग घायल बताए जा रहे हैं। इस घटना की खबर देखते ही देखते आग की तरह पूरे जिले में फैल गई है, जिसके बाद आक्रोशित विसर्जन कमेटी के लोगों ने बहराइच-सीतापुर हाईवे पर चहलारी घाट पुल के पास जाम कर प्रदर्शन शुरु कर दिया। रामगोपाल की मौत के बाद मेडिकल कॉलेज में भी प्रदर्शन व नारेबाजी की गई, आक्रोशित लोग शव लेकर मेडिकल कॉलेज के बाहर पहुंचे और सड़क पर शव रखकर प्रदर्शन शुरु कर दिया। बता दें, महसी के महराजगंज में हुई घटना के बाद सबसे ज्यादा आरोप पुलिस व प्रशासन पर लगे हैं। घटना के बाद लोगों ने आरोप लगाया कि गाने को लेकर जब गाली गलौज की गई तो पुलिस व प्रशासन के लोाग मूकदर्शक बने रहे। लोगों ने आरोप लगाया कि जब पत्थरबाजी हुई और लोगों ने प्रदर्शन किया तो पुलिस ने विसर्जन में शामिल लोगों पर ही लाठी चार्ज कर दिया, जिससे भगदड़ मच गई और मुस्लिम समुदाय के लोग रामगोपाल को उठा ले गए और उसे गोली मार दी।

 

2.) किराए की दुकान से हजारों करोड़ की ड्रग्स बरामद

गुजरात में एक बड़े ड्रग्स रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है, पुलिस ने 500 किलोग्राम कोकीन बरामद की है जिसकी कीमत 5,000 करोड़ रुपये बताई जा रही है। बता दें, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और गुजरात पुलिस ने गुजरात के अंकलेश्वर में दवा कंपनी की तलाशी के दौरान 518 किलोग्राम कोकीन बरामद किया, जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करीब 5,000 करोड़ रुपये है। मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। दिल्ली पुलिस ने बताया कि मामले में अब तक कुल 1289 किलोग्राम कोकीन और थाईलैंड का परिष्कृत किस्म का 40 किलोग्राम हाइड्रोपोनिक मारिजुआना (गांजा)  बरामद किया जा चुका है। जिसकी कीमत 13,000 करोड़ रुपये है। बता दें, मामले की जांच को दिल्ली प्रवर्तन निदेशालय ने शुरू किया, ED ने दिल्ली-NCR और मुंबई में अलग-अलग जगहों पर तलाशी अभियान चलाया। बताया जा रहा है कि देश में अब तक कुल 1289 किलोग्राम कोकीन पकड़ी जा चुकी है। इतनी मात्रा में देश से कोकीन बरामद होने पर देश की सुरक्षा एंजेंसियां हाई अलर्ट हो गईं हैं, साथ ही इसे लेकर सभी राज्यों की पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है। स्पेशल सेल ने अब पुरे मामले में नार्को टेरर लिंक के एंगल से भी अपनी जाँच को शुरू कर दिया है। स्पेशल सेल ने कहा कि आरोपियों से दुबई और यूके से चल रहे अंतरराष्ट्रीय सिंडिकेट के संबंध में आगे की पूछताछ की जा रही है। बता दें, इस मामले में पहले चार लोगों को गिरफ्तार किया गया था जबकि बाद में दो अन्य को अमृतसर और चेन्नई से पकड़ा गया था।

दिल्ली ड्रग्स मामले से जुड़े हैं रैकेट के तार

1 अक्तूबर को दिल्ली पुलिस ने महिपालपुर में गोदाम से 562 किलोग्राम कोकीन व थाईलैंड का परिष्कृत किस्म का 40 किलोग्राम मारिजुआना (गांजा) बरामद किया था। बाजार में इनकी अनुमानित कीमत 5,620 करोड़ रुपये से अधिक बताई गई थी। स्पेशल सेल ने ड्रग तस्करों के अंतरराष्ट्रीय सिंडिकेट का पर्दाफाश करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार किया था। इसके बाद 10 अक्तूबर को दिल्ली के रमेश नगर की एक दुकान से लगभग 208 किलोग्राम अतिरिक्त कोकीन बरामद की गई थी। जांच के दौरान पता चला कि बरामद ड्रग्स फार्मा सॉल्यूशन सर्विसेज नाम की कंपनी की थीं और यह अवकार दुर्ग्स लिमिटेड कंपनी से आई थीं। इस मामले में अब तक कुल 1289 किलो कोकीन और 40 किलो हाइड्रोपोनिक थाईलैंड मारिजुआना बरामद हुआ है, जिसकी कुल कीमत 13000 करोड़ है। दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी के अनुसार, 700 किलोग्राम कोकीन की पिछली जब्ती की जांच के दौरान, स्पेशल सेल ने पाया कि ड्रग्स अंकलेश्वर में अवकार ड्रग्स लिमिटेड कंपनी से लाए गए थे। अधिकारी ने बताया कि रविवार को स्पेशल सेल की एक टीम को गुजरात भेजा गया और कंपनी के गोदाम से कोकीन बरामद की गई, साथ ही मौके से पांच लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है।

 

3.) जम्मू-कश्मीर में नए मुख्यमंत्री की नियुक्ति का रास्ता साफ

केंद्र सरकार ने राष्ट्रपति शासन हटाने का किया एलान

जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद अब सरकार गठन की तैयारियां चल रही हैं। इसी के साथ घाटी में छह साल से लगा राष्ट्रपति शासन अब हटा लिया है। बता दें, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर से राष्ट्रपति शासन हटाने की घोषणा की है। रविवार देर रात गृह मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के संबंध में 31 अक्टूबर, 2019 को जारी आदेश तुरंत निरस्त हो जाएगा। बयान के मुताबिक जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम, 2019 की धारा-54 के तहत मुख्यमंत्री की नियुक्ति से पहले ही नए नियम प्रभावी हो जाएंगे। केंद्र के इस फैसले के बाद अब प्रदेश में हाल ही में 10 साल बाद कराए गए विधानसभा चुनाव के नतीजों की घोषणा के बाद नए मुख्यमंत्री की नियुक्ति का रास्ता साफ हो गया है। जम्मू-कश्मीर में पिछले विधानसभा चुनाव 10 साल पहले 2014 में हुए थे, तब चुनाव के बाद बीजेपी और पीडीपी ने गठबंधन करके सरकार बनाई थी, लेकिन 2018 में बीजेपी के समर्थन वापस लेने के बाद सरकार गिर गई थी और महबूबा मुफ्ती ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था और तब से ही जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रपति शासन लगा हुआ था जो अब हटा लिया गया है।

कब होगा नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह?

जम्मू-कश्मीर विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) और सहयोगी पार्टियां मिलकर सरकार बना रही हैं। उन्होंने उपराज्यपाल के पास जाकर विधायकों के समर्थन का पत्र सौंप दिया है, जिसके बाद राजभवन की तरफ से उन्हें सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया गया है। जम्मू-कश्मीर में सरकार गठन का रास्ता अब साफ हो गया है। उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 16 अक्टूबर को श्रीनगर में हो सकता है, हालांकि शपथ ग्रहण की अंतिम तारीख अभी आधिकारिक नहीं हुई है। नेशनल कॉन्फ्रेंस की बैठक में पार्टी ने सर्वसम्मति से उमर अब्दुल्ला को विधायक दल का नेता चुन लिया है, जिसकी जानकारी पार्टी के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने दी थी। उन्होंने कहा कि पार्टी के विधायक दल की बैठक हुई, जिसमें उमर अब्दुल्ला को सर्वसम्मति से दल का नेता चुना गया। बता दें, चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी नेशनल कॉन्फ्रेंस को अब निर्दलीय विधायकों का भी साथ मिलने लगा है। इसी कड़ी में जम्मू के छम्ब विधानसभा से चुनाव जीतकर आने वाले निर्दलीय नेता सतीश शर्मा ने नेशनल कॉन्फ्रेंस का दामन थाम लिया है। रविवार को डोडा में एक रैली को संबोधित करते हुए आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि उनकी पार्टी सरकार बनाने में नेशनल कॉन्फ्रेंस का पूरा सहयोग करेगी।

 

 

4.) क्या गुटबाजी का शिकार होगी हरियाणा में भाजपा?

हरियाणा में अमित शाह और मोहन यादव की एंट्री

हरियाणा में 16 अक्तूबर को भाजपा के विधायक दल की बैठक में विधायक दल के नेता के चुनाव के लिए भाजपा के संसदीय बोर्ड ने पर्यवेक्षक के तौर पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को जिम्मेदारी सौंपी है, उनके साथ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव भी पर्यवेक्षक होंगे। खबरों में किए जा रहे एक दावे के अनुसार, विधायक दल का नेता चुने जाने के समय पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री अनिल विज सीएम पद को लेकर अपना दावा ठोक सकते हैं। इसके अलावा, कई बार केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह भी मुख्यमंत्री पद को लेकर अपना दावा जताते रहे हैं। पार्टी हाईकमान ने इन दोनों के तेवरों को देखते हुए ही केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव को यह जिम्मेदारी सौंपी है, ताकि पार्टी में कोई गुटबाजी न दिखे और सारी प्रक्रिया आराम से पूरी हो सके। बता दें, हरियाणा विधानसभा चुनाव जीतने के बाद बीजेपी लगातार तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है। 17 अक्टूबर को शपथ ग्रहण के कार्यक्रम का आयोजन रखा गया है और इसके साथ ही सीएम की टीम का भी विस्तार किया जाएगा। 

हाईकमान ने पूर्व की घटना से लिया सबक

इस साल 12 मार्च को मनोहर लाल खट्टर के इस्तीफे के बाद भाजपा विधायक दल की बैठक हुई थी। बैठक में भाजपा हाईकमान की ओर से केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा और पार्टी के महासचिव तरुण चुघ को राज्य का पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया था। हरियाणा निवास में हुई इस बैठक में हरियाणा मामलों के प्रभारी बिप्लब देब भी मौजूद थे। राज्य का नया मुख्यमंत्री चुने जाते समय जब विधायक दल के नेता के रूप में नायब सैनी का नाम सामने आया तो पूर्व मंत्री अनिल विज नाराज हो गए, नाराजगी इतनी बढ़ गई थी कि वह पर्यवेक्षकों के सामने ही बैठक छोड़कर बाहर चले गए थे। इस बार फिर से ऐसी स्थिति न बने, इसलिए हाईकमान ने पहले ही मजबूत तैयारी की है। पार्टी हाईकमान का मानना है कि जब बैठक में अमित शाह होंगे, तो कोई विवाद पैदा नहीं होगा और आसानी से नायब सैनी के नाम पर मुहर लग जाएगी, क्योंकि खुद अमित शाह ने पंचकूला में सैनी को अगला मुख्यमंत्री बनाने का एलान किया था।

 

5.) क्या है बाबा सिद्दीकी हत्याकांड की असली वजह?

मुंबई में बीते दिन अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। गौरतलब है कि अगले महीने राज्य में विधानसभा चुनाव होने हैं और विधानसभा चुनावों को लेकर राज्य में सियासत तेज है। विपक्ष ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल खड़ा करना शुरू कर दिया है। हालांकि बाबा सिद्दीकी की हत्या क्यों की गई इसका खुलासा अभी तक नहीं हुआ है। पुलिस ने अब तक मामले में दो शूटर को गिरफ्तार कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और NCP नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या की जांच कई एंगल से कर रही है। इसमें  सुपारी किलिंग से लेकर व्यापारिक प्रतिद्वंद्विता और झुग्गी पुनर्वास परियोजना को लेकर मिली धमकी जैसे अलग-अलग एंगल शामिल हैं। बता दें, मामले की जांच मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच को सौंपा गया है। सिद्दीकी को बांद्रा पूर्व में खेरवाड़ी सिग्नल के पास और उसके बेटे जीशान सिद्दीकी के दफ्तर के सामने गोली मारे जाने के मामले में लॉरेंस विश्नोई गैंग का हाथ होने की आशंका जाहिर की जा रही है। पुलिस हत्याकांड के तत्काल बाद गिरफ्तार दो संदिग्धों से पूछताछ कर रही है, गिरफ्तार संदिग्ध गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग के हैं।

दो महीने से रेकी कर रहे थे आरोपी

बांद्रा के निर्मल नगर में शनिवार रात NCP नेता बाबा सिद्दीकी की गोली मार कर हत्या कर दी गई। जिसके बाद उन्हें लीलावती अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने बताया कि उन्हें रात लगभग 9.30 बजे लीलावती अस्पताल लाया गया, उस वक्त उनकी नाड़ी नहीं चल रही थी और शरीर से काफी खून भी बह चुका था, जिसके बाद उन्हें आईसीयू में भर्ती कराया गया। सभी कोशिशों के बाद रात करीब 11:30 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया और शव को पोस्टमार्टम के लिए कूपर अस्पताल भेज दिया गया। मुंबई क्राइम ब्रांच ने बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में निर्मल नगर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया है। मुंबई पुलिस ने प्राथमिक जांच के बाद बताया है कि हत्या के आरोप में गिरफ्तार किए गए आरोपी गुरमैल सिंह हरियाणा और धर्मराज कश्यप उत्तर प्रदेश के निवासी है। आरोपी बाबा सिद्दीकी की बीते करीब दो महीने से रेकी कर रहे थे। तीसरे आरोपी की तलाश जारी है और मुंबई क्राइम ब्रांच की कई टीमें मामले की जांच में जुटी हैं। मुंबई क्राइम ब्रांच के वरिष्ठ अधिकारी गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रहे हैं। पुलिस ने बताया कि आरोपियों को हत्या के लिए पहले से ही पेमेंट कर दी गई थी और कुछ दिन पहले ही उन्हें हथियार भी मुहैया करवाया गया था।

मजदूरी करने गए युवक कैसे बन गए शूटर?

मुंबई में हुए बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में यूपी के दो शूटरों के नाम सामने आ रहे हैं। इस घटना में शामिल धर्मराज कश्यप और शिव कुमार दोनों कैसरगंज कोतवाली के गंडारा गांव के रहने वाले हैं। दोनों परिवार के भरण पोषण के लिए मुंबई कमाने गए थे। एसपी वृंदा शुक्ला ने बताया कि दोनों का कोई आपराधिक रिकॉर्ड भी नहीं है, दोनों ही युवक सामान्य परिवार से आते हैं। अभी तक नियमित रूप से यह परिवार के साथ जुड़े हुए भी थे, पुलिस घर पहुंचकर परिवार से बात कर रही है। साथ ही यह जानने की कोशिश कर रही है कि इस घटना के बारे में परिवार के पास क्या जानकारी है। खबरों से मिल रही जानकारी के अनुसार, शिवा दो भाइयों में सबसे छोटा है, पिता खेती और मजदूरी करके जीवन यापन करते हैं। शिवा की शादी नहीं हुई है। वहीं, धर्मराज कश्यप छह भाइयों में सबसे छोटा भाई है। पिता और बड़ा भाई मछली बेचते हैं, दूसरा भाई ठेला लगाता है, तीसरा भाई कपड़े की दुकान पर मजदूरी करता है और बाकि के भाई भी मजदूरी करते हैं। इसके अलावा वारदात में शामिल एक शूटर मौके से भाग गया था। बाबा सिद्दीकी की हत्या के लिए अंडरवर्ल्ड की मदद लेने की आशंका भी जताई जा रही है। बता दें, एसटीएफ को शक है कि धर्मराज किसी संगठित गिरोह से जुड़ा था, जिसके बाद उसे किसी खास काम से मुंबई भेजा गया।

 

6.) हरियाणा से भाजपा सांसद कृष्ण लाल पंवार ने दिया इस्तीफा

बीजेपी नेता और नवनिर्वाचित हरियाणा विधायक कृष्ण लाल पंवार ने राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया है। कृष्ण लाल ने राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ से मुलाकात कर उन्हें अपना इस्तीफा सौंप दिया। वह इसराना से विधायक निर्वाचित हुए हैं, उनका नाम हरियाणा के संभावित मंत्रियों में भी लिया जा रहा है। कुछ दिन पहले जब कृष्ण लाल से मंत्री बनने की संभावनाओं को लेकर सवाल किया गया था तो उन्होंने कहा था, ''अगर मुझे कैबिनेट की जिम्मेदारी मिली तो मैं अच्छे से उसे निभाउंगा। बता दें, कृष्ण लाल पंवार ने इसराना में कांग्रेस उम्मीदवार बलबीर सिंह बाल्मिकी को हराया है। कृष्ण लाल पंवार को 67538 वोट मिले जबकि बलबीर सिंह को 53643 वोट प्राप्त हुए, दोनों के बीच जीत-हार का अंतर 13895 वोटों का रहा। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कृष्ण लाल पंवार का तत्काल प्रभाव से इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। श्री धनखड़ ने खुद इसकी जानकारी सोशल मीडिया पर दी। कृष्ण लाल के इस्तीफे के बाद हरियाणा से राज्यसभा की एक सीट रिक्त हो गई है। 

अपनी नई पारी के लिए मांगा उपराष्ट्रपति का आशीर्वाद

हरियाणा के इसराना से निर्वाचित विधायक कृष्ण लाल पंवार ने संसद के ऊपरी सदन से इस्तीफा दे दिया है और उनका इस्तीफा राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने स्वीकार भी कर लिया है। कृष्ण लाल ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'एक्स' के अपने पोस्ट पर सभापति से मुलाकात की तस्वीर साझा की है। उन्होंने पोस्ट में लिखा, नई दिल्ली में माननीय सभापति महोदय श्री जगदीप धनखड़ जी को राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा सौंपा और इसराना के विधायक के रूप में जनसेवा के अपने नए कर्तव्य की ओर कदम बढ़ाए। नई पारी की शुरुआत के लिए सभी अपना आशीर्वाद प्रदान करें। उन्होंने अपनी पोस्ट में आगे लिखा, आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी व प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी  जी के कुशल नेतृत्व और मार्गदर्शन में इसराना को एक बेहतर और विकसित क्षेत्र बनाने के लिए कृत संकल्पित हूं

 

6.) हरियाणा से भाजपा सांसद कृष्ण लाल पंवार ने दिया इस्तीफा

बीजेपी नेता और नवनिर्वाचित हरियाणा विधायक कृष्ण लाल पंवार ने राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया है। कृष्ण लाल ने राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ से मुलाकात कर उन्हें अपना इस्तीफा सौंप दिया। वह इसराना से विधायक निर्वाचित हुए हैं, उनका नाम हरियाणा के संभावित मंत्रियों में भी लिया जा रहा है। कुछ दिन पहले जब कृष्ण लाल से मंत्री बनने की संभावनाओं को लेकर सवाल किया गया था तो उन्होंने कहा था, ''अगर मुझे कैबिनेट की जिम्मेदारी मिली तो मैं अच्छे से उसे निभाउंगा। बता दें, कृष्ण लाल पंवार ने इसराना में कांग्रेस उम्मीदवार बलबीर सिंह बाल्मिकी को हराया है। कृष्ण लाल पंवार को 67538 वोट मिले जबकि बलबीर सिंह को 53643 वोट प्राप्त हुए, दोनों के बीच जीत-हार का अंतर 13895 वोटों का रहा। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कृष्ण लाल पंवार का तत्काल प्रभाव से इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। श्री धनखड़ ने खुद इसकी जानकारी सोशल मीडिया पर दी। कृष्ण लाल के इस्तीफे के बाद हरियाणा से राज्यसभा की एक सीट रिक्त हो गई है। (Tweet Link- https://x.com/VPIndia/status/1845702260619420117)

अपनी नई पारी के लिए मांगा उपराष्ट्रपति का आशीर्वाद

हरियाणा के इसराना से निर्वाचित विधायक कृष्ण लाल पंवार ने संसद के ऊपरी सदन से इस्तीफा दे दिया है और उनका इस्तीफा राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने स्वीकार भी कर लिया है। कृष्ण लाल ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'एक्स' के अपने पोस्ट पर सभापति से मुलाकात की तस्वीर साझा की है। उन्होंने पोस्ट में लिखा, नई दिल्ली में माननीय सभापति महोदय श्री जगदीप धनखड़ जी को राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा सौंपा और इसराना के विधायक के रूप में जनसेवा के अपने नए कर्तव्य की ओर कदम बढ़ाए। नई पारी की शुरुआत के लिए सभी अपना आशीर्वाद प्रदान करें। उन्होंने अपनी पोस्ट में आगे लिखा, आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी व प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी  जी के कुशल नेतृत्व और मार्गदर्शन में इसराना को एक बेहतर और विकसित क्षेत्र बनाने के लिए कृत संकल्पित हूं।