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Breaking News 12 May 2025

1.) पाकिस्तान ने किया सीजफायर का उल्लंघन 

सीजफायर का ऐलान था शांति का संदेश था दोनों मुल्कों के बीच तनाव थमने की उम्मीद थी। लेकिन ये उम्मीदें भी पाकिस्तान की दोमुंही नीतियों की भेंट चढ़ गईं। शनिवार शाम 5 बजे संघर्षविराम की घोषणा हुई, और महज तीन घंटे बाद ड्रोन, मिसाइल और गोलियों की बौछार शुरू हो गई। LOC से लेकर श्रीनगर और उधमपुर तक पाकिस्तान की साजिशें सिर उठाने लगीं। भारत ने इस बार न केवल जवाब दिया, बल्कि उसकी भाषा में दिया। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारतीय वायुसेना और थलसेना की साझा कार्रवाई जिसका उद्देश्य केवल पलटवार नहीं, बल्कि आतंकवाद का जड़ से सफाया था। वायुसेना ने स्पष्ट किया है कि ऑपरेशन अभी भी जारी है और वह अपने मिशन को पूरी सटीकता और प्रोफेशनलिज्म के साथ अंजाम दे रही है। IAF ने बयान में कहा "हम अटकलों से दूर रहकर राष्ट्रहित में सोच-समझकर कदम उठा रहे हैं।" लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया कि इस ऑपरेशन में 100 से अधिक आतंकियों को ढेर किया गया और उनके कई लॉन्चपैड्स को भी खत्म किया गया। यह साफ संदेश है भारत अब न सिर्फ रक्षा करता है, बल्कि ठोस रणनीति से आतंक के जड़ों को उखाड़ने में विश्वास करता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज तीनों सेनाओं के प्रमुखों से मुलाकात की। NSA अजीत डोभाल और विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी बैठक में शामिल रहे। मीटिंग का फोकस स्पष्ट था सीमा पर हो रहे घटनाक्रमों का विश्लेषण, पाकिस्तान की हरकतों पर रणनीतिक दृष्टिकोण, और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की प्रगति। राजनीतिक हलकों में भी उबाल है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक और संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है। उन्होंने यह भी सवाल उठाया क्या भारत सरकार पाकिस्तान के साथ कूटनीतिक माध्यम खोल रही है और कहीं यह तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप का संकेत तो नहीं? जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने बारामूला, कुपवाड़ा और बांदीपोरा के लोगों से अपील की है कि वे अपने घरों को अभी वापस न लौटें। पाकिस्तान की गोलाबारी के बाद कई क्षेत्रों में बिखरे अज्ञात गोला-बारूद खतरा बने हुए हैं। बम निरोधक दस्ते तैनात किए जा रहे हैं, लेकिन स्थिति अब भी संवेदनशील बनी हुई है। बाड़मेर में फिर से ड्रोन की गतिविधि, पठानकोट में ब्लैकआउट और LOC पर लगातार फायरिंग ये सारी घटनाएं एक समन्वित साजिश की ओर इशारा कर रही हैं। यह सिर्फ पाकिस्तान की हरकत नहीं, बल्कि उस मानसिकता का परिचायक है जो हर बार शांति की पहल को युद्ध की चाल में बदल देती है।

 

2.) Virat Kohli Announces Retirement 

 

भारतीय क्रिकेट को एक ही हफ्ते में दूसरा बड़ा झटका लगा है। पहले रोहित शर्मा और अब विराट कोहली दोनों दिग्गजों ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। यह महज़ एक खेल समाचार नहीं, बल्कि भारतीय टेस्ट क्रिकेट के एक सुनहरे युग के समापन की आधिकारिक सूचना है। सोमवार को विराट कोहली ने इंस्टाग्राम पर एक भावुक पोस्ट के ज़रिए अपने संन्यास की जानकारी दी। पिछले कुछ दिनों से अटकलें लगाई जा रही थीं कि कोहली ने बीसीसीआई को अपने संन्यास के फैसले से अवगत करा दिया है। हालांकि, इंग्लैंड के खिलाफ आगामी सीरीज़ को देखते हुए बोर्ड ने उन्हें पुनर्विचार करने की सलाह दी थी। लेकिन कोहली ने अपनी आखिरी चाल चल दी सफेद जर्सी को हमेशा के लिए उतार दिया। भावुक हुए कोहली अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में कोहली ने लिखा, "टेस्ट क्रिकेट में पहली बार मैंने बैगी ब्लू जर्सी 14 साल पहले पहनी थी। ईमानदारी से कहूं तो मैंने कभी नहीं सोचा था कि यह प्रारूप मुझे इस तरह के सफर पर ले जाएगा... मैंने इसमें अपना सब कुछ दिया है और इसने मुझे मेरी उम्मीद से कहीं ज्यादा दिया है।" पोस्ट के अंत में उन्होंने अपनी जर्सी का नंबर '269' लिखते हुए साइनिंग ऑफ कहा।

सिर्फ वनडे में रहेंगे विराट

अब विराट सिर्फ वनडे में नज़र आएंगे। वे पहले ही टी20 इंटरनेशनल से संन्यास ले चुके हैं। अपने टेस्ट करियर में उन्होंने 123 मैचों में 9230 रन बनाए, जिसमें 30 शतक और 31 अर्धशतक शामिल हैं। वहीं वनडे में वह 14181 रन बना चुके हैं, जिसमें 51 शतक शामिल हैं एक ऐसा आंकड़ा जो उन्हें सचिन तेंदुलकर के करीब लाकर खड़ा करता है। कोहली भारतीय क्रिकेट के उन चुनिंदा चेहरों में हैं, जिन्होंने तीनों फॉर्मेट में भारत की कप्तानी की। 2014 से लेकर 2022 तक टेस्ट में कोहली की कप्तानी में भारत ने ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और साउथ अफ्रीका जैसी टीमों को उनके घर में चुनौती दी और कई ऐतिहासिक जीतें दर्ज कीं। इस संन्यास ने न सिर्फ क्रिकेट प्रेमियों की आंखें नम कर दीं, बल्कि एक पीढ़ी के क्रिकेट देखने के नज़रिए को भी बदल डाला। अब सवाल ये है इन दिग्गजों के बाद कौन? क्या शुभमन गिल, यशस्वी जैसवाल और शार्दुल ठाकुर जैसे युवा उस जिम्मेदारी को निभा पाएंगे जो कोहली-रोहित ने वर्षों तक निभाई? फिलहाल, कोहली की ‘बैगी ब्लू’ को सलाम। उनके स्ट्रेट ड्राइव,सेंचुरी के बाद आसमान की ओर उठी आंखें अब बस यादों में रहेंगी। और भारतीय टेस्ट क्रिकेट, कुछ खाली सा महसूस करेगा। यह वही कोहली हैं जिनकी आंखों में जुनून और बल्ले में आग थी, जिनकी कप्तानी में भारतीय टेस्ट टीम ने न केवल जीत हासिल की, बल्कि विदेशों में दहाड़ भी लगाई। मगर अब उन्होंने खुद ‘साइनिंग ऑफ’ का इशारा दे दिया है। पहले रोहित और अब कोहली एक सप्ताह में दो स्तंभों का गिरना इस बात का संकेत है कि भारतीय टेस्ट क्रिकेट अब एक नए युग की ओर बढ़ चला है।