बांग्लादेश में सियासी उथल-पुथल और तख्तापटल के बाद भी देश में हिंसक प्रदर्शन शांत नहीं हुआ है। देश के अलग-अलग इलाकों से हिंसा की तरह-तरह की तस्वीरें सामने आ रही हैं। प्रदर्शनकारी राष्ट्रीय स्मारकों को निशाना बना रहे हैं। मुजीबनगर में स्थित 1971 शहीद मेमोरियल स्थल पर मौजूद मूर्तियों को तोड़ दिया है। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने इस घटना पर चिंता जताई है और बांग्लादेश की अंतरिम सरकार से कानून और व्यवस्था बनाने की गुजारिश की है।
थरूर बोले- माफी के लायक नहीं बांग्लादेशी
शशि थरूर ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, साल 1971 में मुजीबनगर में शहीद स्मारक परिसर में स्थित मूर्तियों को भारत विरोधी उपद्रवियों द्वारा नष्ट किए जाने की ऐसी तस्वीरें देखना दुखद है। यह घटना कई जगहों पर भारतीय सांस्कृतिक केंद्र, मंदिरों और हिंदू घरों पर हुए अपमानजनक हमलों के बाद हुई है। शशि थरूर ने आगे कहा कि कुछ आंदोलनकारियों का एजेंडा बिल्कुल साफ है। यह जरूरी है कि मोहम्मद यूनुस और उनकी अंतरिम सरकार सभी बांग्लादेशियों और हर धर्म के लोगों के हित में कानून और व्यवस्था बहाल करने के लिए तत्काल कदम उठाए। भारत इस उथल-पुथल भरे वक्त में बांग्लादेश के लोगों के साथ खड़ा है, लेकिन इस तरह की अराजकता को कभी भी माफ नहीं किया जा सकता।
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक महिला जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर की हत्या की घटना के विरोध में फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (फोर्डा) इंडिया ने हड़ताल की घोषणा की है। इस कारण आज दिल्ली के बड़े अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर हैं। इससे राजधानी में चिकित्सा व्यवस्था चरमरा सकती है। रेजिडेंट डॉक्टर्स के हड़ताल पर होने से अस्पतालों में नियमित सेवाएं प्रभावित रहेंगी। ओपीडी में नए मरीजों का इलाज मुश्किल होगा।
दिल्ली के अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर
दिल्ली के सफदरजंग, आरएमएल, लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के सुचेता कृपलानी, कलावती सरन, लोकनायक, जीबी पंत, जीटीबी, डीडीयू, अंबेडकर अस्पताल व इहबास (मानव व्यवहार एवं संबद्ध विज्ञान संस्थान) सहित ज्यादातर सरकारी अस्पतालों में रेजिडेंट डॉक्टर आज हड़ताल पर हैं। बता दें, हड़ताल की वजह से अस्पतालों में आज ओपीडी सेवाएं व नियमित सर्जरी प्रभावित रहेगी। हालांकि, हड़ताल की घोषणा के बीच सभी अस्पतालों में इमरजेंसी सेवाएं सामान्य रूप से जारी रहेंगी। एम्स में भी रेजिडेंट डॉक्टरों ने हड़ताल की घोषणा की है। एम्स के रेजिडेंट डाक्टर्स एसोसिएशन (RDA) ने कोलकाता में महिला रेजिडेंट डॉक्टर से दुष्कर्म व हत्या की घटना सीबीआ जांच कराने व डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए सख्त कानून बनाने की मांग की है।
आगरा के सिकंदरा थाना क्षेत्र में एक युवक ने इंजीनियरिंग की छात्रा को जबरन कार में बिठाया और उसके साथ दुष्कर्म किया। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस मुकदमा दर्ज कर आरोपित की तलाश कर रही है। छात्रा लखनऊ की रहने वाली है और डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय से अपनी पढ़ाई कर रही थी और अब घटना के बाद से पीड़िता डिप्रेशन है।
पीड़ित छात्रा ने सीनियर पर लगाया दुष्कर्म का आरोप
छात्रा ने बताया है कि उसका एक वर्ष सीनियर है, जो अपनी पढ़ाई पूरी कर चुका है और दस अगस्त की शाम कारगिल चौराहे के पास उसे रोका और जबरन हाथ पकड़कर कार में खींच लिया, कार की खिड़कियों पर पर्दे लगे हुए थे। आरोपि ने किसी तहर से पीड़ित छात्रा के हाथ बांध दिए और फिर चलती कार में उसके साथ दुष्कर्म किया, इसके बाद अर्धनग्न अवस्था में पीड़िता को सड़क पर फेंक फरार हो गया। पीड़ित छात्रा ने अगले दिन सिकंदरा थाना जाकर इस घटना की शिकायत की, पुलिस ने पीड़िता का मेडिकल करवाकर मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
पुलिस ने क्यों मामले को बताया संदिग्ध?
थाना प्रभारी निरीक्षक ने कहा है कि छात्रा की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दीया है। उन्होंने यह भी बताया की जाँच में प्रथम दृष्टया मामला संदिग्ध प्रतीत हो रहा है, क्यूँकि जिस युवक पर आरोप है, घटना के समय उसकी लोकेशन आगरा में नहीं मिली है। आरोपि पूर्व में छात्रा के खिलाफ विश्विद्यालय में शिकायत भी कर चुका है। पुलिस अब सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है और जाँच के बाद ही मामले पर खुलासा करेगी।
माननीय उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनकड़ जी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अपनी खुशी व्यक्त करते हुए लिखा है की भारत के लिए इस महत्वपूर्ण अवसर पर सारा देश गौरवान्वित है। आदरणीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी को ग्रैंड-कॉलर ऑफ द ऑर्डर ऑफ तिमोर-लेस्ते से सम्मानित किया गया है, जो तिमोर-लेस्ते गणराज्य द्वारा दिया जाने वाला सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। यह प्रतिष्ठित सम्मान न केवल राष्ट्रपति मुर्मू के अनुकरणीय नेतृत्व और सार्वजनिक सेवा के प्रति आजीवन समर्पण के लिए एक सम्मान है, बल्कि दोनों देशों के बीच गहरी दोस्ती और आपसी सम्मान का भी प्रतीक है। यह सम्मान भारत और तिमोर-लेस्ते के बीच स्थायी बंधन और साझेदारी को दर्शाता है, जो साझा मूल्यों और वैश्विक शांति और समृद्धि के प्रति प्रतिबद्धता पर आधारित है। हमारे राष्ट्रपति को यह पुरस्कार प्रदान किया जाना सार्वजनिक जीवन के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता और अंतरराष्ट्रीय संबंधों को मजबूत करने में उनके अथक प्रयासों का प्रमाण है। जैसा कि हम इस महत्वपूर्ण उपलब्धि का जश्न मन रहे है, इस अवसर पर हम अपनी राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी को हार्दिक बधाई देते हैं और साथ ही इस गहन सम्मान के लिए तिमोर-लेस्ते के लोगों और सरकार के प्रति हम आभार व्यक्त करते हैं।
उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने भारत के पूर्व विदेश मंत्री और भारतीय सार्वजनिक जीवन और साहित्य के एक महान व्यक्तित्व श्री के नटवर सिंह जी के निधन पर अपना हार्दिक दुख साझा करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया। अपने संदेश में, उपराष्ट्रपति ने गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा, श्री के. नटवर सिंह जी के निधन से गहरा दुख हुआ। उन्होंने विदेश मंत्री सहित विभिन्न क्षमताओं में देश की सेवा की। एक विपुल लेखक और प्रतिष्ठित इतिहासकार होने के नाते उन्होंने हमेशा समाज में जीने और योगदान करने का उत्साह जगाया। एक राजनेता और लेखक दोनों के रूप में श्री के नटवर सिंह जी के उल्लेखनीय योगदान ने हमारे देश के इतिहास पर एक कभी न मिटने वाली छाप छोड़ी है। अंतर्दृष्टि और बुद्धिमत्ता से समृद्ध उनकी साहित्यिक कृतियाँ पीढ़ियों तक लोगों को प्रेरित करती रहीं और आगे भी करती रहेंगी। देश के लिए उनकी सेवा, विशेष रूप से विदेशी मामलों के क्षेत्र में उनके समर्पण और दूरदर्शिता के प्रमाण के रूप में खड़ी है। उपराष्ट्रपति ने आगे कहा, हमारे साहित्यिक जगत और सार्वजनिक जीवन में श्री नटवर सिंह जी के अद्वितीय योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा। उनकी विरासत न केवल भारतीय कूटनीति के इतिहास में बल्कि उन लोगों के दिलों में भी कायम रहेगी जो उनके शब्दों और कार्यों से प्रभावित थे। गहन दु:ख की इस घड़ी में उपराष्ट्रपति धनखड़ ने श्रीमती हेमिंदर कुमारी सिंह जी, उनके पुत्र श्री जगत सिंह जी, और परिवार के अन्य सदस्यों, साथ ही उनके मित्रों और प्रशंसकों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। "ॐ शांति", उन्होंने शोक संतप्त परिवार के लिए शांति और शक्ति की प्रार्थना की।
डिंपल यादव का प्रतिनिधि दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार
पूर्व ब्लाक प्रमुख और डिंपल यादव के प्रतिनिधि रहे सपा नेता नवाब सिंह यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बता दें, बुआ के साथ डिग्री कॉलेज में नौकरी मांगने पहुंची किशोरी के साथ सपा नेता ने दुष्कर्म का प्रयास किया। पुलिस ने पीड़िता के फोन को ट्रैक कर मौके से सपा नेता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। नवाब सिंह यादव पूर्व ब्लाक प्रमुख रहने के साथ समाजवादी पार्टी के नेता भी हैं। डिंपल यादव का प्रतिनिधि रहने के साथ वो अखिलेश यादव के भी बेहद करीबी रहे हैं। पुलिस ने रविवार की रात करीब दो बजे नवाब सिंह को चौधरी चंदन महाविद्यालय से गिरफ्तार किया।
दुष्कर्म के आरोपी सपा नेता ने लगाया षड्यंत्र का आरोप
आरोपित सपा नेता ने बताया कि उनके राजनीतिक बढ़ते कद को देखकर उनके खिलाफ षड्यंत्र रचा गया है। पीड़िता की मां और बुआ पहले समाजवादी पार्टी में थी। सपा नेता की गिरफ्तारी की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में उनके समर्थक कोतवाली पहुंचे। समर्थकों ने सपा नेता की रिहाई की मांग की, इस दौरान पुलिस ने समर्थकों को कोतवाली से खदेड़ा। मामले की जानकारी देते हुए एसपी अमित कुमार आनंद ने बताया कि 15 वर्षीय किशोरी अपनी बुआ के साथ सपा नेता के कालेज में नौकरी मांगने पहुंची थी। यहां सपा नेता नाबालिग के पकड़े उतार दिए और दुष्कर्म का प्रयास किया। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
जम्मू-कश्मीर के किसानों का जीवन हुआ रौशन
कश्मीर में एक ऐसी क्रांति ने जन्म लिया है, जिसके बारे में ज्यादातर लोग नहीं जानते हैं। साल 2007 में विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने अरोमा मिशन के तहत 'बैंगनी क्रांति' यानी Purple Revolution की शुरुआत की थी। बता दें, आज जम्मू कश्मीर के 20 से ज्यादा जिलों में लैवेंडर की खेती हो रही है, जिसके कारण किसानों की आय में पहले के मुकाबले पाँच गुना ज्यादा बढ़ोतरी हुई है। जम्मू-कश्मीर की जलवायु परिस्थितियां यूरोप जैसी ही हैं, यहाँ शीतोष्ण कटिबंधीय जलवायु और हाई एल्टीट्यूड सॉइल है, जो इसे लैवेंडर की खेती के लिए उपयुक्त बनाती है।
दुनिया में कहाँ-कहाँ होती है लैवेंडर की खेती
लैवेंडर या लैवेन्डुला एक सदाबहार पौधा है, जिसे इसके एसेंशियल ऑयल के लिए काफी जगहों पर उगाया जाता है। इसमें एक बेहतरीन खुशबू होती है और सिर्फ अभी नहीं, बल्कि माना जाता है कि एंशिएंट रोमन भी अपने नहाने में इसका इस्तेमाल किया करते थे। इसे उगाने वाले देशों में Bulgaria, France और Spain शामिल हैं, लेकिन आपको बता दें कि भारत भी इस प्रतिस्पर्धा में अब लगातार आगे बढ़ रहा है। सिर्फ 2 सालों में भारत ने 500 टन से ज्यादा एसेंशियल ऑयल का उत्पादन किया, जिनकी कीमत करीब 600 मिलियन होगी। इन आंकड़ों को देख के यह कहना गलत नहीं होगा कि ग्लोबल एसेंशियल ऑयल के मार्केट में इंडिया ने बाजी पलट दी है। भारत के योगदान से यह बाजार बढ़कर करीब 70 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञों का अनुमान है कि कई तरह के एसेंशियल ऑयल के उत्पादन और निर्यात में भारतीय किसान और अरोमा बिजनेस सबसे आगे होंगे।
लैवेंडर एसेंशियल ऑयल के हैं ढेरों इस्तेमाल
लैवेंडर से बने एसेंशियल ऑयल का कई तरीकों से इस्तेमाल किया जाता है, जैसे- लैवेंडर मसाज ऑयल, लैवेंडर इन्सेंस, लैवेंडर फेसवाश, लैवेंडर स्क्रब्स और लैवेंडर पर्फुम्स। बता दें, कि यह सिर्फ एक ब्यूटी प्रोडक्ट ही नहीं है, बल्कि यह औषधियों और दवाओं से संबंधित भी है। इसकी खेती की सबसे खाश बात ये है कि जानवर भी बर्बाद नहीं करते लैवेंडर की फसल को।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) के अंदर उप-वर्गीकरण और ‘क्रीमी लेयर’ संबंधी उच्चतम न्यायालय के फैसले के प्रति विरोध जताते हुए कहा कि सरकार को यह निर्णय आते ही इसे संसद के माध्यम से निरस्त करना चाहिए था। खरगे ने भारतीय जनता पार्टी पर आरक्षण खत्म करने के प्रयास का आरोप लगाया और यह भी कहा कि किसी को क्रीमी लेयर के फैसले को मान्यता नहीं देना चाहिए। जब तक छुआछूत है, तब तक आरक्षण रहना चाहिए। खरगे ने आगे कहा कि पिछले दिनों उच्चतम न्यायालय के सात न्यायाधीशों ने एक फैसला दिया है, जिसमें उन्होंने एसी-एसटी वर्ग के लोगों के उप-वर्गीकरण के साथ ही क्रीमी लेयर की भी बात की है। भारत में दलित समुदाय के लोगों के लिए आरक्षण, बाबासाहेब के पूना पैक्ट के माध्यम से मिला था। बाद में इसे पंडित जवाहरलाल नेहरू और महात्मा गांधी जी द्वारा आरक्षण नीति को जारी रखा गया, लेकिन अब एससी-एसटी के लोगों को क्रीमी लेयर का कहकर आरक्षण से बाहर निकालना, उनके ऊपर एक बड़ा प्रहार है। खरगे ने आरोप लगाया कि भाजपा का इरादा आरक्षण खत्म करने का है।
भाजपा ने पूछ आंबेडकर के संविधान में आरक्षण में क्रीमी-लेयर का प्रावधान कहाँ?
कांग्रेस के बयान पर पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्रिमंडल ने कहा कि भीम राव आंबेडकर के दिए संविधान में अनुसूचित जातियों (SC) और अनुसूचित जनजातियों (ST) के आरक्षण में क्रीमी लेयर के लिए कोई प्रावधान नहीं है। बता दें, क्रीमी लेयर का तात्पर्य एससी एवं एसटी समुदायों के उन लोगों और परिवारों से है, जो उच्च आय वर्ग में आते हैं। सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा लिए गए निर्णयों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि मंत्रिमंडल की बैठक में उच्चतम न्यायालय के हालिया फैसले पर विस्तृत चर्चा हुई, जिसमें एससी और एसटी के लिए आरक्षण के संबंध में कुछ सुझाव दिए गए थे। उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल का यह सुविचारित मत है कि एनडीए सरकार संविधान के प्रावधानों के प्रति प्रतिबद्ध है। वैष्णव ने कहा कि बी आर आंबेडकर के दिए संविधान के अनुसार, एससी-एसटी आरक्षण में क्रीमी लेयर के लिए कोई प्रावधान नहीं है। अश्विनी वैष्णव ने कहा कि एससी-एसटी आरक्षण का प्रावधान संविधान के अनुरूप होना चाहिए।