वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज मोदी सरकार तीसरे कार्यकाल का दूसरा बजट पेश करेंगी। पूरे देश की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि क्या यह बजट आम आदमी, खासकर युवाओं और छात्रों की उम्मीदों पर खरा उतरेगा या फिर वही पुराने वादों की नई पैकेजिंग होगी? इस बार डिजिटल एजुकेशन, स्किल डेवलपमेंट और रोजगार को लेकर बड़ी घोषणाओं की उम्मीद की जा रही है। शिक्षा क्षेत्र का बजट भी बढ़ सकता है, क्योंकि पिछले बजट में इसे 1.20 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे। पिछली बार स्कूल शिक्षा का बजट 4.2% बढ़कर 73,008 करोड़ रुपये हुआ था, जबकि उच्च शिक्षा को 47,619 करोड़ रुपये मिले थे। मगर सवाल यह है कि क्या इस बार सिर्फ आंकड़ों में इजाफा होगा, या फिर शिक्षा की गुणवत्ता में भी सुधार आएगा?
समग्र शिक्षा अभियान के तहत 37,500 करोड़ रुपये। पीएम इंटर्नशिप स्कीम टॉप 500 कंपनियों में पेड इंटर्नशिप। 10 लाख रुपये तक बिना गारंटी एजुकेशन लोन लेकिन क्या इन योजनाओं का लाभ सभी जरूरतमंद छात्रों तक पहुंचा? यह एक बड़ा सवाल बना हुआ है। इकोनॉमिक सर्वे 2024-25 के अनुसार, भारत में 14.72 लाख स्कूलों में 24.8 करोड़ छात्र पढ़ रहे हैं। इनमें से 69% सरकारी स्कूलों में हैं, लेकिन इन स्कूलों में केवल 50% छात्र नामांकित हैं। दूसरी ओर, प्राइवेट स्कूलों में 22.5% छात्र हैं, लेकिन वहां 32.6% शिक्षक पढ़ा रहे हैं। सरकार की राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) का लक्ष्य 2030 तक 100% सकल नामांकन अनुपात (GER) हासिल करना है, लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि सरकारी स्कूलों की हालत अभी भी सुधार की मांग कर रही है।
केंद्रीय बजट के तुरंत बाद, बिहार, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और झारखंड सहित सात राज्यों के बजट पेश होंगे। राज्यों की सरकारें केंद्र की नीतियों के अनुसार अपने-अपने प्रदेशों के लिए आर्थिक योजनाएं तैयार करेंगी।
क्या आप जानते हैं कि भारत का पहला बजट 1860 में जेम्स विल्सन ने पेश किया था? आजादी के बाद, 26 नवंबर 1947 को आर.के. शनमुखम चेट्टी ने पहला भारतीय बजट प्रस्तुत किया। दिलचस्प बात यह है कि 1955 तक बजट केवल अंग्रेजी में पेश होता था, लेकिन बाद में हिंदी को भी इसमें शामिल किया गया। अब बड़ा सवाल यह है कि बजट 2025 में सरकार सिर्फ आंकड़ों की बाजीगरी करेगी या फिर असल बदलाव लाएगी? क्या युवा और छात्र इस बजट से वाकई लाभान्वित होंगे? इसका जवाब आज संसद से मिलेगा!
पिछले कुछ महीनो से भारतीय शेयर बाजार ने निवेशकों को झूले पर बैठा दिया है कभी नया हाई, तो कभी तेज गिरावट! बजट आते ही शेयर बाजार में तहलका मच गया! दवा, FMCG, जहाजरानी, बीमा, शिक्षा, मत्स्य पालन और फुटवियर इंडस्ट्री के स्टॉक्स में भारी मूवमेंट देखने को मिला। सरकार के फैसलों का सीधा असर इन सेक्टर्स पर पड़ा है, और इन्वेस्टर्स के लिए नए मौके खुल गए हैं। सरकार ने 6 ज़रूरी दवाओं को 5% की रियायती टैक्स कैटेगरी में डाल दिया और 36 दवाओं पर इम्पोर्ट ड्यूटी हटा दी। लुपिन, सिप्ला, आरती ड्रग्स और बायोकॉन जैसी कंपनियों के लिए ये जबरदस्त फायदा है उत्पादन सस्ता होगा, मुनाफा बढ़ेगा और शेयर उड़ेंगे! सरकार ने निल टैक्स स्लैब 12 लाख रुपये तक कर दिया है, मतलब लोगों के पास ज़्यादा पैसा रहेगा। इसका असर ITC, HUL, डाबर और मारिको जैसी FMCG कंपनियों पर दिखा, जिनके शेयर 5% से ज्यादा उछल गए। खर्चा बढ़ेगा तो इन कंपनियों के मुनाफे भी बढ़ेंगे! इसके अलावा 25,000 करोड़ के मैरीटाइम डेवलपमेंट फंड का ऐलान हुआ है, जिससे मज़गांव डॉक, कोचीन शिपयार्ड और GRSE जैसी कंपनियों को बूस्ट मिलेगा। जहाजों के पार्ट्स पर इम्पोर्ट ड्यूटी हटा दी गई, यानी मैन्युफैक्चरिंग बढ़ेगी और इंडिया की ग्लोबल शिपिंग में हिस्सेदारी भी।
वहीँ बीमा इंडस्ट्री में विदेशी निवेश की लिमिट 100% कर दी गई है, जिससे HDFC लाइफ, SBI लाइफ, ICICI प्रूडेंशियल लाइफ और स्टार हेल्थ जैसी कंपनियों को बड़ा फायदा मिलेगा। शेयर पहले ही 3% से ज़्यादा चढ़ चुके हैं, आने वाले समय में और तेजी देख सकते हैं। अगले 5 साल में 75,000 मेडिकल सीटें जुड़ेंगी, जिनमें से इस साल 10,000 सीटें आएंगी। इसका असर NIIT, नवनीत एजुकेशन और एपटेक जैसी कंपनियों के शेयरों पर दिखा, जो 5% तक चढ़ गए। सरकार ने 1.48 लाख करोड़ रुपये शिक्षा और कौशल विकास के लिए रखे हैं, मतलब इस सेक्टर में भी बूम आने वाला है! सरकारी योजनाओं से मुक्का प्रोटीन्स और अवंती फीड्स जैसी कंपनियों के शेयर 12.5% तक चढ़ गए। सरकार गहरे समुद्र में मत्स्य पालन और विशेष आर्थिक क्षेत्रों को प्रमोट कर रही है, जिससे इस सेक्टर में भी बड़ा निवेश देखने को मिल सकता है। इसके अलावा सरकार ने फुटवियर इंडस्ट्री को सपोर्ट देने का ऐलान किया है। Relaxo Footwear, Bata India और Campus Activewear जैसी कंपनियों के शेयर 6% से 16% तक उछल गए। इस इंडस्ट्री का टारगेट 4 लाख करोड़ रुपये का बाजार बनाना है, जिसमें से 1.01 लाख करोड़ रुपये का निर्यात होगा। सरकार के नए ऐलानों से कई सेक्टरों में जबरदस्त मूवमेंट दिख रहा है। टैक्स छूट, सरकारी सपोर्ट और निवेश बढ़ाने वाली पॉलिसीज़ से मार्केट में नई एनर्जी आई है। लेकिन असली असर अगले कुछ महीनों में दिखेगा, जब इन नीतियों का ग्राउंड लेवल पर असर नजर आएगा!
आने वाले समय में कौन से स्टॉक्स आपको सबसे ज्यादा मुनाफा दिला सकते हैं? आईसीआईसीआई डायरेक्ट की ताजा रिपोर्ट ने उन 'धमाकेदार स्टॉक्स' की पहचान की है, जो आने वाले महीनों में आपके पोर्टफोलियो में सोने पर सुहागा साबित हो सकते हैं! आईसीआईसीआई डायरेक्ट का पहला दांव महिंद्रा एंड महिंद्रा (Mahindra & Mahindra) पर है। रिपोर्ट के मुताबिक, M&M का स्टॉक ₹3600 तक पहुंच सकता है, जो मौजूदा ₹3049 से करीब 18% का तगड़ा रिटर्न दे सकता है। इंफ्रास्ट्रक्चर में बूम आने वाला है और इसका सबसे बड़ा फायदा मिलेगा KNR कंस्ट्रक्शन को! ₹315 के मौजूदा भाव से ये स्टॉक ₹390 तक उड़ान भर सकता है, यानी 24% का मुनाफा! वहीँ भारत की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग कंपनियों में से एक Larsen & Toubro (L&T) भी इस लिस्ट में शामिल है। ₹3608 पर कारोबार कर रहा L&T ₹4262 तक पहुंच सकता है, जो 18% का बंपर गेन दिला सकता है! अगर ऊर्जा क्षेत्र (Power Sector) की बात करें, तो Techno Electric & Engineering निवेशकों को चौंका सकता है। अभी ये स्टॉक ₹1560 पर है और ₹1920 तक जा सकता है, यानी 23% का जबरदस्त अपसाइड! फार्मा सेक्टर का सुपरस्टार बनने की तैयारी में Piramal Pharma! ₹255 पर ट्रेड कर रहा ये शेयर ₹320 तक जा सकता है, मतलब 26% का बेमिसाल उछाल! हेल्थकेयर सेक्टर में नारायण हृदयालय (Narayana Hrudalaya) निवेशकों को 23% का फायदा दे सकता है। अभी ₹1297 पर चल रहा ये स्टॉक ₹1600 तक जा सकता है! 2024 में निफ्टी ने 26300 का नया हाई बनाया लेकिन साल के अंत में निवेशकों को मिश्रित रिटर्न मिला। मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स ने 25% से ज्यादा का रिटर्न दिया, लेकिन क्या ये बुल रन आगे जारी रहेगा? एक बात तो साफ है अगर ये स्टॉक्स ट्रैक पर रहते हैं, तो निवेशकों की जेबें पैसों से भरने वाली हैं! लेकिन बाजार का मूड कब बदल जाए, ये कोई नहीं कह सकता। तो निवेश से पहले रिसर्च और समझदारी बेहद जरूरी है |