पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के पाथरप्रतिमा में सोमवार रात एक ज़बरदस्त धमाके ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। पटाखा बनाने के दौरान हुए इस विस्फोट ने 4 मासूम बच्चों समेत 7 जिंदगियों को निगल लिया। रायपुर इलाके में हुए इस हादसे के बाद पूरा इलाका मातम और दहशत में डूबा हुआ है। जानकारी के मुताबिक, नवरात्रि पूजा के लिए घर में पटाखे बनाए जा रहे थे। लेकिन रात करीब 9:30 बजे एक ज़ोरदार धमाके ने सब कुछ तबाह कर दिया। विस्फोट इतना भयंकर था कि पूरा घर जलकर राख हो गया। चश्मदीदों के मुताबिक, धमाके के बाद आग की लपटें इतनी तेज थीं कि आसपास के लोग कुछ समझ पाते, उससे पहले ही कई जिंदगियां धुएं में तब्दील हो गईं। स्थानीय लोगों ने बताया कि धमाका चंद्रकांत नाम के एक शख्स के घर में हुआ। आसपास के लोग आवाज़ सुनकर घर की ओर भागे, लेकिन वहां सिर्फ तबाही का मंजर दिखा। कुछ का कहना है कि ये हादसा गैस सिलेंडर फटने से हुआ, लेकिन विधायक समीर कुमार जना ने दावा किया कि धमाका पटाखा बनाने के दौरान हुआ। धमाके के बाद पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। पुलिस और दमकल विभाग मौके पर पहुंच गए हैं। फिलहाल आग बुझाने का काम जारी है, लेकिन स्थानीय लोगों को डर है कि घर के मलबे में अब भी लोग दबे हो सकते हैं। पुलिस हर एंगल से इस हादसे की जांच कर रही है। इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। इस हादसे से पहले मध्य प्रदेश के इंदौर में भी एक बड़ा धमाका हुआ था। यहां एक दुकान में बड़े सिलेंडर से छोटे सिलेंडर में अवैध रूप से गैस भरी जा रही थी, तभी अचानक धमाका हो गया। इसमें दुकान मालिक का कर्मचारी और एक रिश्तेदार बुरी तरह झुलस गए। डीसीपी विनोद कुमार मीना ने बताया कि आजाद नगर इलाके में घनश्याम यादव नाम का व्यक्ति अवैध रूप से छोटे सिलेंडरों में गैस भरने का काम कर रहा था। जब सिलेंडर में गैस भरी जा रही थी, तभी ज़बरदस्त धमाका हुआ। धमाके की आवाज़ सुनकर लोग दहशत में आ गए और इलाके में भारी नाराजगी फैल गई। पुलिस ने दुकानदार के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और खाद्य विभाग को भी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। चाहे पटाखों का गुप्त कारोबार हो या सिलेंडर से जुड़ी लापरवाही, हर बार इसका खामियाजा आम लोगों को अपनी जान देकर चुकाना पड़ता है।
1 अप्रैल से नए वित्त वर्ष 2025-26 की शुरुआत होते ही सरकार के लिए अच्छी खबर आ गई है। GST कलेक्शन में जबरदस्त उछाल दर्ज किया गया है, जिससे सरकार को मजबूत राजस्व मिला है। मार्च 2025 में माल एवं सेवा कर (GST) का कलेक्शन 9.9% बढ़कर 1.96 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गया, जो फरवरी के 1.84 लाख करोड़ रुपये की तुलना में काफी ज्यादा है। सबसे दिलचस्प बात यह है कि मार्च लगातार 13वां महीना रहा जब GST कलेक्शन 1.7 लाख करोड़ रुपये से अधिक दर्ज किया गया। वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही में GST संग्रह 5.8 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 10.4% अधिक है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक घरेलू लेनदेन से GST राजस्व 8.8% बढ़कर 1.49 लाख करोड़ रुपये हो गया। आयातित वस्तुओं से राजस्व 13.56% बढ़कर 46,919 करोड़ रुपये हो गया। वहीं, मार्च के दौरान कुल रिफंड 41% बढ़कर 19,615 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। रिफंड समायोजन के बाद शुद्ध GST संग्रह 1.76 लाख करोड़ रुपये दर्ज किया गया, जो एक साल पहले की तुलना में 7.3% अधिक है। 1 अप्रैल 2025 से संसद में पारित नया बजट लागू हो चुका है, और इसके साथ ही कई बड़े बदलाव भी आए हैं। इस बजट में इनकम टैक्स से लेकर सब्सिडी तक कई अहम फैसले लिए गए हैं, जिससे आम जनता को राहत मिलेगी। अब 12 लाख तक की वार्षिक आय पर कोई टैक्स नहीं लगेगा, जिससे लाखों मध्यमवर्गीय परिवारों को फायदा होगा। 6 लाख रुपये तक के किराए से होने वाली आय अब पूरी तरह टैक्स फ्री होगी। ब्याज आय पर छूट दोगुनी कर दी गई है, जिससे रिटायर्ड लोगों को फायदा होगा। अब स्रोत पर एकत्र किए जाने वाले कर (TCS) की सीमा बढ़ा दी गई है अब टैक्सपेयर्स को अपडेटेड रिटर्न फाइल करने में ज्यादा सहूलियत मिलेगी। डिजिटल लेनदेन और टैक्स से जुड़े नए नियम प्रभावी हो गए हैं। GST कलेक्शन में लगातार हो रही बढ़ोतरी सरकार के लिए आर्थिक मजबूती का संकेत है, लेकिन टैक्स रियायतों से सरकार की आय पर दबाव भी बढ़ सकता है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार आर्थिक संतुलन कैसे बनाए रखती है।